विलेन से लेकर रोमांटिक और एक्शन हीरो तक के किरदार में भाए शाहरुख खान
नयी दिल्ली. बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान बृहस्पतिवार को 58 साल के हो गए। यह ऐसी उम्र है, जिसमें अभिनेता अक्सर एक्शन हीरो का किरदार निभाना छोड़ देते हैं। लेकिन शाहरुख अब भी रुपहले पर्दे पर एक्शन हीरो की भूमिका में जलवे बिखेरते नजर आ रहे हैं। सिने प्रेमी भी किंग खान के नए-नए ‘लुक' को बाहें फैलाकर हीरोइन को बुलाने वाले उनके रोमांटिक हीरो के अंदाज जितना ही पसंद कर रहे हैं। और इसकी तस्दीक बॉक्स ऑफिस भी करता है। एक के बाद एक कई फ्लॉप फिल्मों के बाद शाहरुख ने 2023 में चार साल बाद जब एक्शन फिल्म 'पठान' से पर्दे पर वापसी की, तो टिकट खिड़की पर कई नये रिकॉर्ड कायम हुए। 'पठान' के बाद प्रदर्शित उनकी 'जवान' भी बेहद कामयाब रही। दोनों फिल्मों ने वैश्विक बॉक्स ऑफिस पर एक हजार रुपये से अधिक की कमाई की। साल की शुरुआत में 'पठान' फिल्म के प्रचार के दौरान शाहरुख ने कहा था कि एक्शन हीरो का किरदार निभाना एक बहुत पुराने सपने के साकार होने जैसा है। उन्होंने कहा था, "मैं 32 साल पहले एक्शन हीरो बनने के लिए फिल्म उद्योग में आया था, लेकिन मैं असफल रहा, क्योंकि उन्होंने मुझे रोमांटिक हीरो बना दिया। मैं केवल एक्शन हीरो बनना चाहता था।" शाहरुख ने कहा था, "मेरा मतलब है कि मुझे 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' पसंद है। मुझे राहुल और राज और ये सभी अच्छे, प्यारे लड़के पसंद हैं, लेकिन मैंने हमेशा सोचा था कि मैं एक्शन हीरो हूं, इसलिए मेरे लिए यह सपने के सच होने जैसा है।" खान के करीबी दोस्त और उनके साथ कई फिल्में बना चुके करण जौहर ने भी कहा था कि शाहरुख को रोमांटिक कहानियां नापसंद थीं और वह सिर्फ एक्शन फिल्मों में काम करना चाहते थे। एक हफ्ते पहल "बी अ मैन यान" पॉडकास्ट में करण ने कहा, "वह नहीं चाहते थे कि आदि (आदित्य चोपड़ा) 'दिलवाले' ('दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे') बनाएं। जब मैं 'कुछ कुछ होता है' बना रहा था, तो वह चिढ़ गए थे। हालांकि, जब ये फिल्में हिट हुईं, तो उन्होंने कुछ नहीं कहा, क्योंकि वह ऐसे हैं... चढ़ते सूरज को सलाम... अगर कोई प्रेम कहानी काम कर रही है, तो चलो, उसी पर काम करते हैं।" 'फौजी' और 'सर्कस' जैसे टीवी धारावाहिक से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाले शाहरुख का दिल्ली से मुंबई तक का सफर बेहद दिलचस्प रहा है। उन्होंने 1992 में प्रदर्शित 'दीवाना' से फिल्मों में दस्तक दी थी और फिर 'चमत्कार', 'राजू बन गया जेंटलमैन' तथा 'कभी हां कभी ना' जैसी फिल्मों में साधारण लड़के का किरदार अदा करने के बाद 'बाजीगर', 'डर' व 'अंजाम' में निभाई नकारात्मक भूमिकाओं से अपने अभिनय कौशल का लोहा मनवाया था। उस दौर में किसी सफल लीड हीरो का नकारात्मक किरदार निभाना बहुत दुर्लभ था, लेकिन शाहरुख ने रोमांटिक हीरो से बदला लेने के लिए उतावले बेटे और प्यार में किसी भी हद तक जाने को तैयार सिरफिरे प्रेमी की भूमिका पूरी शिद्दत से अदा की। खान के खाते में 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे', 'कुछ कुछ होता है', 'परदेस', 'यस बॉस' और 'मोहब्बतें' जैसी सुपर हिट रोमांटिक फिल्में हैं। हालांकि, 2015 से उनके करियर में ढलान दिखने लगी। 'दिलवाले' (2015), 'फैन' (2016), 'रईस' और 'जब हैरी मेट सेजल' (2017) तथा 'जीरो' (2018) जैसी फिल्मों को आलोचकों के साथ-साथ दर्शकों ने भी नकार दिया। उनकी फिल्म 'ओम शांति ओम' का चर्चित संवाद है -'पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त।' शाहरुख ने फिल्मों से कुछ दिनों का ब्रेक ले लिया। 2022 में वह 'रॉकेटरीः द नांबी इफेक्ट', 'लाल सिंह चड्ढा' और 'ब्रह्मास्त्रः पार्ट वन-शिवा' में मेहमान भूमिकाओं में नजर आए। इसके बाद, जनवरी 2023 में शाहरुख की 'पठान' रिलीज हुई, जिन्होंने उनके डूबते करियर में नयी जान फूंकी। इसी साल प्रदर्शित 'जवान' से भी उनकी कामयाबी का सिलसिला बरकरार रहा। 2023 में रिलीज होने वाली अपनी तीसरी फिल्म 'डंकी' में शाहरुख कॉमेडी करते दिखाई देंगे, जिसका निर्देशन राजकुमार हिरानी ने किया है। अगर सिने प्रेमियों के बीच शाहरुख की दीवानगी बरकरार रही, तो वह 'डंकी' के जरिये इस साल बॉक्स ऑफिस पर हैट्रिक लगाने में कामयाब होंगे।
Leave A Comment