उनके फेफड़ों में पानी भर जाता था... अरुणा ईरानी ने बताया अंतिम दिनों में कैसे हो गए थे मनोज कुमार
मुंबई। फिल्म इंडस्ट्री महान एक्टर और फिल्ममेकर मनोज कुमार के निधन पर शोक मना रहा है। कई भावभीनी श्रद्धांजलि के बीच, अनुभवी एक्ट्रेस अरुणा ईरानी ने अपने गुरु और को-एक्टर की यादें शेयर कीं। आंखों में आंसू के साथ उन्होंने एक साथ अपने संजोए हुए पलों को याद किया। उन्हें 'अपना गुरु' और 'एक सच्चा आदमी' कहा। अरुणा ईरानी ने मनोज कुमार के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए कई सारी बातें कीं।
एक्ट्रेस ने कहा, 'वह मेरे गुरु थे। मैंने अपनी पहली फिल्म 'उपकार' उनके साथ की थी और वो काफी सज्जन भी थे। एक बेहतरीन एक्टर, निर्देशक और निर्माता। उनकी पत्नी भी काफी अच्छी थीं और उनकी फिल्मों की शूटिंग के दौरान हमारी खूब देखभाल की।' कई फिल्मों में एक साथ काम करने के बाद अरुणा ईरानी ने सेट पर उनके बीच की दोस्ती को याद किया। उन्होंने कहा, 'वह एक खूबसूरत दिल वाले इंसान थे। जब हम किसी के साथ काम करके खुश होते हैं, तो हम उन्हें न केवल उनके काम के लिए बल्कि साथ बिताए समय के लिए भी याद करते हैं।'
अंतिम दिनों में कैसे थे मनोज?
मनोज कुमार के अंतिम दिन और लंबी बीमारी पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'कोई समय और उम्र के खिलाफ नहीं जा सकता। वह लंबे समय से बीमार थे। कुछ महीने पहले, मेरे पैर में फ्रैक्चर होने के बाद मुझे उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह भी वहीं थे। लेकिन मैं अपनी चोट के कारण उनसे नहीं मिल सकी।' 'उनके फेफड़ों में पानी भर जाता था और वे इलाज के लिए आते थे। कुछ दिन रुकते थे और फिर घर वापस चले जाते थे। मुझे उम्मीद है कि उन्हें शांति मिलेगी। हम उन्हें बहुत याद करेंगे लेकिन अंत में हम सभी को एक दिन जाना ही है।'
मनोज कुमार को उनकी देशभक्ति से भरे रोल्स के लिए भारत कुमार के नाम से जाना जाता है। उन्होंने भारतीय सिनेमा को ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’ और ‘क्रांति’ जैसी कुछ सबसे यादगार फ़िल्में दीं। मनोरंजन जगत में उनका योगदान बेमिसाल है और उनकी फ़िल्में आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।
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