इन लोगों को नहीं खाना चाहिए सर्दियों में सरसों का साग
सर्दियों की शुरुआत होते ही बाजार में कई तरह के साग मिलने शुरू हो जाते हैं लेकिन लोगों को सबसे ज्यादा सरसों के साग का इंतजार रहता है। मक्के की रोटी के साथ सरसों के साग की जोड़ी भले ही स्वादिष्ट होती है लेकिन कुछ लोगों के लिए ये नुकसानदायक साबित हो सकता है। सरसों के साग में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है लेकिन ये पचाने के लिए भारी होता है। आज जानेंगे सर्दियों में सरसों का साग किसे नहीं खाना चाहिए?
सरसों का साग किसे नहीं खाना चाहिए
सरसों का साग भारी होता है यानी जिनको पेट संबंधी समस्याएं रहती हैं, जैसे- बदहजमी या पाचन में दिक्कत रहती है वह सरसों के साग के सेवन से बचें। सरसों के साग के सेवन से पेट फूलना और गैस की समस्या हो सकती है।
- सरसों का साग बनाने में लोग बहुत ज्यादा घी और मक्खन का इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में जिन लोगों को ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या रहती है वह सरसों के साग का सेवन सोच-समझकर करें।
-जिन लोगों को पथरी बार-बार होने की दिक्कत रहती है उन्हें भी सरसों के साग का सेवन करने से बचना चाहिए। सरसों के साग के सेवन से पथरी की समस्या से जूझ रहे लोगों को दिक्कत हो सकती है।
-किडनी से जुड़ी दिक्कतों से जूझ रहे लोगों को भी सरसों का साग खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
-सरसों के साग में छोटे-छोटे कीड़े हो सकते हैं, ऐसे में इसे पकाने से पहले कई बार पानी से अच्छे से साफ करें।
-सरसों के साग के साथ बथुआ, पालक और मेथी जैसे अन्य साग को साथ में मिलाकर बनाएं, इससे पेट संबंधी समस्याएं कम हो सकती हैं।
-सरसों के साग को बनाने में समय और मेहनत लगती है, ऐसे में कई लोग इसे ज्यादा बना लेते हैं और 2 से 3 दिन तक खाते हैं जो कि सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। सरसों के साग को ताजा बनाकर ही खाएं। कोशिश करें कि साग बनाने के 7 से 8 घंटे तक आप इसे खा लें।
-जिन लोगों को साग पचाने में दिक्कत होती है वह कम मात्रा में खाएं और सुबह के समय में इसका सेवन करें। इससे दिनभर में आपका साग पच जाएगा और समस्या कम होगी।
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