क्या ज्यादा खाना खाने से मोटे होते हैं? एक्सपर्ट से जानें खाने से जुड़े ऐसे 7 मिथकों का सच
भोजन से जुड़े कुछ मिथक हमेशा से ही हमारे बीच प्रचलित रहे हैं। पर क्या कभी आपने थोड़ा सा वक्त निकाल कर इस बारे में सोचा है कि इनमें आखिर कितनी सच्चाई ङै। जी हां, ज्यादातर लोग खाने से जुड़े मिथकों को बिना सोचे समझे मानते हैं और कभी इस पर प्रश्न नहीं करते। जिससे कई बार इससे उनके स्वास्थ्य को भी नुकसान होता है। आइये जानते हैं इस बार में विशेषज्ञों की क्या राय है....
1. ज्यादा खाना खाने से वजन बढ़ता है
हम में से ज्यादातर लोगों को लगता है कि अगर हम ज्यादा खाना खाएंगे तो, हमारा वजन बढ़ जाएगा। इस चक्कर में हम लोग सही से खाना नहीं खाते और इससे हमारे शरीर में स्वस्थ पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। सच्चाई ये है कि हम ज्यादा खाना खाने से मोटे नहीं होते बल्कि गलत समय पर, गलत चीज खाने और गलत मात्रा में खाने से मोटापे के शिकार हो जाते हैं। इसलिए सही समय पर और स्वस्थ मात्रा में भोजन करें। बार-बार छोटे-छोटे भोजन करें जो संतुलित होते हैं। इससे मेटाबोलिज्म तेज होता है जिससे आप जो भी और जितना भी खाएंगे, सब पचा ले जाएंगे। तो, मोटापे के डर से खाना खाना ना छोड़ें।
2. चुकंदर हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है
चुकंदर खाने के फायदे की बात करते ही ज्यादातर लोग यही कहते हैं कि ये शरीर में खून बढ़ता है और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है। इसके पीछे लोगों को तथ्य होता है कि ये लाल रंग का है तो खून बढ़ता है। जबकि ये एक मिथक है। दरअसल, चुकंदर में एंटीऑक्सिडेंट, फोलेट, पोटैशियम आदि होते हैं जो दिल के लिए अच्छे होते हैं, कैंसर रोधी गुणों के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी कम करते हैं।
3. अंडे की जर्दी कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है
अंडे की जर्दी में 16 महत्वपूर्ण पोषक तत्व, 3 ग्राम प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल-300 मिलीग्राम होता है। अंडे की जर्दी बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर का कारण नहीं है, बल्कि अंडे के साथ हाई फैटी फूड्स को खाना कोलेस्ट्रॉल बढऩे का कारण है। साथ ही अगर आप ज्यादा मात्रा में अंडा खाते हैं तो कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। इसलिए पूरा अंडा खाएं और प्रोसेस्ड फूड्स जैसे ज्यादा तेल-मसाले वाले खाने और हाई शुगर वाले फूड्स को खाने से बचें।
4. डायबीटीज के मरीजों के लिए उबले चावल और साबूदाना खाना हेल्दी है
साबूदाना शुद्ध स्टार्च के दाने हैं। इसमें कोई फाइबर नहीं होता है और इससे शुगर बढ़ता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज को साबूदाना खाने से बचना चाहिए। साथ ही कुछ लोग कहते हैं चावल को उबाल कर और उसका पानी निकाल कर खाना डायबिटीज में चावल खाने का हेल्दी तरीका है। जबकि ये गलत है। दरअसल, किसी भी विधि द्वारा पकाए गए चावल ग्लाइसेमिक इंडेक्स के समान ही रहते हैं क्योंकि चावल में स्टार्च होता है। डायबिटीज रोगियों के लिए सलाद और सब्जियों के साथ संतुलित नियंत्रित हिस्से में चावल खाने की अनुमति है पर ज्यादा मात्रा में चावल खाने की अनुमति नहीं है।
5. डायबिटीज में गुड़ और शहद लें पर चीनी नहीं
डायबिटीज में शुगर से भरपूर खाद्य पदार्थों की सही पहचान करना बेहद जरूरी है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि डायबिटीज में चीनी की जगह गुड़ और शहद लेना ज्यादा हेल्दी है। पर ये मिथक है। क्योंकि शुगर तो शुगर है,चाहे वो चीनी में हो या शहद में। सैद्धांतिक रूप से ये सभी ग्लूकोज से भरपूर हैं और शरीर इसे केवल ग्लूकोज के रूप में ही संसाधित करेगा। इसलिए इनमें से किसी को भी डायबिटीज में लेना फायदेमंद नहीं है।
6. थायराइड में पत्ता गोभी, ब्रोकली और फूलगोभी नहीं खाना चाहिए
गोभी, ब्रोकली और फूलगोभी तीनों ही क्रूसिफेरस वेजिटेबल हैं। ऐसा माना जाता है कि थायराइड की समस्या होने पर क्रूसिफेरस वेजिटेबल को खाने से बचना चाहिए। जो कि गलत है। इनमें कुछ हेल्दी तत्व भी होते हैं और कभी कभार इन्हें खाने से आपको नुकसान नहीं होगा। हालांकि, उन्हें अच्छी तरह से पका कर खाना चाहिए और इस परिवार की कच्ची सब्जियों को खाने से बचना चाहिए।
7. सर्जरी के बाद झींगा और मछली खाने से बचें
सर्जरी के बाद कई बार झींगा और मछली खाने से बचने के लिए कहा जाता है। खास कर जब आपको टांके लगे हों। पर सर्जरी के बाद टिशूज के उपचार और पुनर्जनन के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। झींगा और मछली प्रथम श्रेणी के प्रोटीन हैं और उपचार में मदद करते हैं। अगर अच्छी तरह से पका कर इसे खाया जाए तो, इससे आपको कोई नुकसान नहीं होगा।
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