प्रोटीन से भरा जबरदस्त फूड है सोया साग.... अपच, कब्ज दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है इसके पत्ते...
आजकल बाजार में सोया साग काफी देखने को मिल रहा है। धनिया के पत्तों की तरह दिखने वाला सोया पत्ता जड़ी- बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके पोषक तत्व सर्दियों में बेहतर इम्युनिटी देकर बीमार पडऩे से बचाते हैं। सूप या सूखी सब्जियों में इसे गार्निशिंग के रूप में इस्तेमाल करें। इसे ठंडे खीरे के सलाद के ऊपर छिड़कें। आलू के साथ इसकी सब्जी भी बनाई जा सकती है। इसे दही से बने डिप्स में मिलाएं। इसे सॉस, मैरिनेशन या सलाद ड्रेसिंग में शामिल करें।
जानिए ताजा सोया साग में मौजूद पौष्टिक तत्व
ताजा सोया की टहनी में विटामिन ए, सी, डी, राइबोफ्लेविन, मैंगनीज, फोलेट, आयरन, कॉपर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जिंक और फाइबर सहित कई पोषक तत्व होते हैं। इस प्रकार, ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
यहां हैं सोया साग को सर्दियों में खाने से मिलते हैं ये लाभ
1. मधुमेह को नियंत्रित करता है
सोया के पत्तों में बायोएक्टिव घटक यूजेनॉल की उपस्थिति शक्तिशाली एंटी डायबिटिक गुणों को दर्शाती है। जो शरीर के भीतर रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह स्टार्च के ग्लूकोज में टूटने को कम करने में भी व्यापक रूप से मदद करता है। जो बदले में अचानक शुगर स्पाइक्स को रोकता है और संतुलित मधुमेह रीडिंग प्रदान करता है।
2. पाचन को बढ़ावा देता है
इसमें फाइबर की प्रचुरता शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर पाचन गति को उत्तेजित करने में मदद करती है। इस प्रकार यह कब्ज के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। इसके अतिरिक्त, इसके एंटासिड गुण पेट में अत्यधिक एसिड के गठन को रोकते हैं। जिससे अपच, अल्सर, गैस्ट्र्रिटिस का इलाज होता है और शरीर में पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को बढ़ावा मिलता है।
3. हड्डी के स्वास्थ्य को मजबूत करता है
इसे दैनिक आहार में शामिल करने से शरीर में कैल्शियम का अवशोषण बढ़ता है, हड्डियों का नुकसान कम होता है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों को रोका जा सकता है।
4. संक्रमण को रोकता है
अपने मजबूत एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण सोया के पत्तों का उपयोग न केवल शरीर से बैक्टीरिया या कीटाणुओं को हटाने के लिए किया जाता है, बल्कि घावों के उपचार के लिए भी किया जाता है। सोया का साग खांसी और सर्दी के इलाज, सामान्य दुर्बलता, कमजोरी, थकान को कम करने और शरीर की समग्र जीवन शक्ति में सुधार करने में भी बेहद फायदेमंद है।
5. अनिद्रा को करे दूर
सोया के पत्तों में फ्लेवोनोइड्स और बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन की प्रचुरता इसे अनिद्रा के लिए वन-स्टॉप प्राकृतिक उपचार बनाती है। इस जड़ी बूटी को अपने दैनिक आहार में शामिल करने से न केवल विभिन्न हार्मोन और एंजाइम के स्राव सक्रिय होंगे, बल्कि इसका मस्तिष्क और शरीर पर शांत प्रभाव पड़ता है।
ध्यान रहे, अधिक सोया पत्ते का सेवन है हानिकारक
सोया के पत्तों के असंख्य स्वास्थ्य लाभ हैं। लेकिन कभी-कभी इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त, उल्टी, मुंह में खुजली, पित्त, जीभ और गले में सूजन जैसी कुछ एलर्जी हो सकती है।
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