ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार
स्टॉकहोम। ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को महिलाओं के दमन के खिलाफ संघर्ष करने के लिए इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाली वे 19वीं महिला होंगी। वे अभी जेल में हैं और ईरान के प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में से एक हैं। नरगिस मोहम्मदी को 13 बार गिरफ्तार किया जा चुका है और पांच बार दोषी ठहराया गया है। उन्हें 31 साल की जेल तथा 154 कोडों की सजा सुनाई जा चुकी है।
नोबेल शांति पुरस्कार 10 दिसम्बर को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में प्रदान किया जायेगा। इसमें लगभग दस लाख अमरीकी डॉलर की राशि भी दी जायेगी।
नरगिस मोहम्मदी इस समय ईरान की जेल में बंद
रगिस मोहम्मदी इस समय ईरान की जेल में बंद हैं। ईरान में साल 2019 में हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शन की एक पीड़िता के स्मारक में शामिल होने के बाद अधिकारियों ने नवंबर में मोहम्मदी को गिरफ्तार कर लिया था। मोहम्मदी को 13 बार कैद किया गया और पांच बार दोषी ठहराया जा चुका है। नरगिस को कुल 31 साल जेल की सजा सुनाई गई है।
नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिला
बता दें कि साल 2003 में मानवाधिकार कार्यकर्ता शिरीन एबादी के पुरस्कार जीतने के बाद वह नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 19वीं महिला और दूसरी ईरानी महिला हैं।
महसा अमिनी की मौत के बाद जेल गईं मोहम्मदी
नरगिस मोहम्मदी 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद हुए देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन के लिए जेल गईं। महसा अमिनी पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मौत हो गई थी। इस आंदोलन ने ईरान में साल 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से देश के कट्टरपंथियों के लिए अब तक की सबसे तीव्र चुनौतियों में से एक को जन्म दिया। आंदोलन मे सरकार की कार्रवाई में 500 से ज्यादा लोग मारे गए जबकि 22,000 से अधिक को गिरफ्तार किया गया।
Leave A Comment