भारत और ब्राजील की महिला शांति सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र मिलिट्री जेंडर एडवोकेट पुरस्कार संयुक्त रूप से जीता
नई दिल्ली। भारत और ब्राजील की महिला शांति सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र का वर्ष 2019 का मिलिट्री जेंडर एडवोकेट पुरस्कार संयुक्त रूप से जीता है। दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन में तैनात रही भारतीय सेना की मेजर सुमन गवनी और ब्राजील की नौसेना अधिकारी कमांडर कार्ला मोंटेइरो डी कास्त्रो अरुजो को पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्हें कल अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन समारोह में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
वर्ष 2016 में गठित संयुक्त राष्ट्र मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर पुरस्कार, शांति अभियान में व्यक्तिगत सैन्य शांतिदूत के रूप में समर्पित होकर कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है। पहली बार, दो शांति सैनिकों को इस महत्वपूर्ण कार्य में उनके योगदान के लिए संयुक्त रूप से पुरस्कृत किए जाएगा। 2018 में संयुक्त राष्ट्र में तैनाती के बाद मेजर गवनी ने संघर्ष के दौरान महिलाओं के खिलाफ होने वाली यौन हिंसा के बारे में संयुक्त राष्ट्र सेना के 230 प्रेक्षकों को प्रशिक्षण दिया है और संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक अभियान में महिला सैन्य प्रेक्षक की उपस्थिति सुनिश्चित की है।
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