कम खतरे वाले देशों में टीका लगवा चुके यात्रियों के लिए ब्रिटेन ने पृथक-वास नियम खत्म किए
लंदन। ब्रिटेन की सरकार ने 19 जुलाई से ऐसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए दस दिनों का पृथक-वास नियम खत्म कर दिया है जिनका पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है और जो ऐसे देश से लौट रहे हैं जिन्हें कोविड-19 के कम खतरे वाले देशों की श्रेणी में रखा गया है। परिवहन मंत्री ग्रांट शैप्पस ने हाउस ऑफ कॉमंस में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर एक बयान देते हुए कहा कि जिन लोगों ने दो टीके लगवा रखे हैं और जिन लोगों की उम्र 18 वर्ष से कम है उन्हें ब्रिटेन लौटने के बाद दस दिनों के पृथक-वास में रहने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें पीसीआर जांच करानी होगी। शैप्पस ने कहा, ‘‘मैं आज इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि 19 जुलाई से ब्रिटेन के ऐसे निवासियों को इंग्लैंड लौटने पर पृथक-वास में नहीं रहना पड़ेगा जिन्होंने पूरी तरह टीका लगवा लिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें लौटने से तीन दिन पहले जांच करानी होगी ताकि पता चल सके कि यात्रा से पहले वे नेगेटिव हैं और उन्हें पीसीआर जांच करानी होगी। इसका मतलब है कि हरे एवं एंबर श्रेणी के देशों के जो नागरिक पूरी तरह टीका लगवा चुके हैं उनके लिए एक जैसे नियम हैं।'' शैप्पस ने कहा कि सरकार ने लोगों को एंबर सूची में शामिल देशों की यात्रा नहीं करने का जो दिशानिर्देश दिया था उसे 19 जुलाई से हटा लिया जाएगा। इस तारीख से ब्रिटेन में लॉकडाउन की सभी पाबंदियां समाप्त किए जाने की उम्मीद है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरी तरह टीकाकरण का मतलब है कि ‘‘टीका लेने के बाद 14 दिन बीत चुके हों।'' और ब्रिटेन के विभिन्न देशों के लिए नियम अलग-अलग हो सकते हैं क्योंकि वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के लिए स्वास्थ्य के नियम अलग-अलग हैं। भारत जैसे लाल सूची में शामिल देशों के लिए सरकार से मान्यता प्राप्त होटल में दस दिनों के लिए पृथक-वास में रहने का नियम जारी रहेगा। ब्रिटेन ने कोविड-19 के खतरे के मुताबिक दुनिया के अलग-अलग देशों को हरा, एंबर और लाल सूची में रखा है। जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के कारण अभी तक 1,28,565 लोगों की मौत हो चुकी है और 50,07,964 लोग अभी तक इससे संक्रमित हुए हैं।
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