मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत, पूरे उत्तर प्रदेश में निषेधाज्ञा लागू
लखनऊ.। मुख्तार अंसारी को गुरुवार को तबीयत बिगड़ने के बाद जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुनील कौशल ने बताया, ''मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत हो गई।'' समाजवादी पार्टी ने अंसारी के निधन को दुखद बताया है।
बांदा जेल में बंद अंसारी (63) को आज शाम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था।
रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज की ओर से देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है, ''आज रात लगभग 8:25 बजे जेल कर्मी बेहोशी की हालत में दोषी/विचाराधीन कैदी मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा के आकस्मिक विभाग में लाए। नौ चिकित्सकों की टीम ने मरीज को तत्काल चिकित्सा प्रदान की। परंतु भरसक प्रयासों के बावजूद दिल का दौरा पड़ने से मरीज की मौत हो गई।” इससे पहले प्रमुख सचिव (सूचना) संजय प्रसाद ने ‘ इस बात की पुष्टि की थी कि अंसारी को तबीयत खराब होने के कारण दोबारा भर्ती कराया गया हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे प्रदेश में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जैसे जिलों में पुलिस की टीम गश्त लगा रही हैं। समाजवादी पार्टी ने ‘एक्स' पर लिखा, ''पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। विनम्र श्रद्धांजलि!'' इससे पहले मंगलवार सुबह करीब चार बजे मुख्तार अंसारी को पेट दर्द, पेशाब और शौच में समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था, इलाज के बाद अंसारी को छुट्टी दे दी गई थी। इससे पहले भी विभिन्न आपराधिक मामलों में बांदा जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था । मऊ से कई बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी को विभिन्न मामलों में सजा सुनाई गई है और वह बांदा की जेल में बंद थे। मुख्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश, पंजाब, नयी दिल्ली और कई अन्य राज्यों में लगभग 60 मामले लंबित थे। इस बीच, मुख्तार अंसारी की मौत के मद्देनजर राज्य सरकार ने पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा, "कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में धारा-144 लागू कर दी गई है। हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।" इसके अलावा बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में फोर्स की विशेष तैनाती की गई है।
महानिदेशक ने कहा, "इन जिलों में स्थानीय पुलिस के साथ केंद्रीय अनुसंधान पुलिस बलों की टीम तैनात की जा चुकी हैं। जमीनी स्तर पर स्थिति को नियंत्रित करने के अलावा ऑनलाइन माध्यमों पर नजर रखने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को सक्रिय कर दिया गया है।
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