विपक्षी गुट इंडिया के नेताओं के पास भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण के अलावा देने के लिए कुछ नहीं: मोदी
वाराणसी . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि विपक्षी गुट ‘इंडिया' के नेताओं के पास भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और तुष्टिकरण के अलावा देने के लिए कुछ नहीं है। प्रधानमंत्री ने रविवार को नमो ऐप के जरिए अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ‘टिफिन बैठक' में विकास के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को दोहराया। विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,‘‘ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' घिसी-पिटी बातों पर भरोसा करता है। उनमें तर्क और तथ्य दोनों का अभाव है। इनके (विपक्षी नेताओं) पास भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और तुष्टिकरण के अलावा और कुछ नहीं है। वे बस इतना ही जानते हैं। इसलिए, जब जनता उन्हें अस्वीकार करने लगती है, तो वे मोदी की आलोचना करने लगते हैं।'' उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां कभी इस बात की सराहना नहीं करेंगी कि भारत कितना आगे आ गया है। वे 'परिवार के, परिवार के लिए और परिवार द्वारा' हैं। अपनी बातचीत में मोदी ने कहा , ‘‘10 साल पहले, आपने मुझे पहली बार अपना जनप्रतिनिधि होने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी। इस वर्ष मैं आपसे एक बार फिर मुझे अपने प्रतिनिधि के रूप में चुनने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को लोकसभा में 400 सीटें जीतने में मदद करने का आग्रह करता हूं।'' मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महिला सशक्तिकरण, बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा विकास आदि सहित कई विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ''आप सभी ने पिछले 10 वर्षों में काशी का उल्लेखनीय परिवर्तन देखा है। यह जरूरी है कि हम लोगों को अपने द्वारा किए गए काम के बारे में अधिक जागरूक करें और 'मोदी की गारंटी' को हर किसी तक पहुंचाने में मदद करें।' पार्टी कार्यकर्ता राकेश सोनकर ने कहा, "मेरे निर्वाचन क्षेत्र में, महिलाएं 'इज्जत घर' (शौचालयों) से खुश हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष टिकेगा नहीं। जहां लोग कहते हैं 'हर घर मोदी, घर-घर मोदी।' बाद में उनकी निजी वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार मोदी ने पहली बार मतदान करने वालों तक पहुंचने के महत्व पर जोर दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से पुरानी और आधुनिक काशी के बीच परिवर्तन को उजागर करने का आग्रह किया। उन्होंने पहली बार के मतदाताओं को यह समझने की आवश्यकता पर जोर दिया कि मोदी के कार्यकाल से पहले उनके माता-पिता को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, उन्होंने इसकी तुलना आज काशी में प्रगति और ढांचागत विकास से की। मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या बाहर से आने वाले पर्यटक काशी के विकास पर आश्चर्य जताते हैं। जवाब में, एक अन्य पार्टी कार्यकर्ता, सौरभ साहनी ने कहा कि पिछले दशक में वाराणसी के विकास से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक दोनों आश्चर्यचकित हैं। टिफिन बैठक में एक अन्य कार्यकर्ता ऋचा सिंह के साथ बातचीत करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘पिछले 10 वर्षों में नारी शक्ति का आत्मविश्वास नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। हर क्षेत्र में चाहे वह खेल हो, विज्ञान हो या स्वयं सहायता समूह, महिलाएं उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। हमने उनके लिए जो प्रयास किए हैं, वे फल दे रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ''नारी शक्ति... शक्ति का प्रतीक है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने कहा है कि वह उस शक्ति को नष्ट करने के लिए यहां हैं। उनका शक्ति से टकराव है, जबकि मैं शक्ति का भक्त हूं।'' प्रधानमंत्री मोदी ने 'पहले मतदान, फिर जलपान' कहकर मतदाताओं को लोकतांत्रिक उत्सव में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से ‘अबकी बार, 400 पार' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पहली बार के मतदाताओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और लाभार्थियों के साथ जुड़ने का भी आग्रह किया।
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