निर्वाचन आयोग मतदाताओं के लिए प्रेरक शक्ति के रूप में काम करता है: मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार
नयी दिल्ली. मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने रविवार को कहा कि निर्वाचन आयोग प्रेरक शक्ति के रूप में काम करता है, जो लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने और मतदान के लिए प्रेरित करता है, क्योंकि न तो मतदाता के रूप में पंजीकरण कराना और न ही मतदान करना अनिवार्य है। कुमार 23 देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग जो प्रक्रिया अपनाता है, उसकी विश्वसनीयता चुनावों में मतदान से प्रदर्शित होती है। उन्होंने कहा कि भारतीय चुनावी क्षेत्र का योगदान और निर्वाचन आयोग द्वारा किया गया कार्य विश्व लोकतांत्रिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण हिस्सा रखता है। लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने और मतदान के लिए आमंत्रित करने को लेकर महज प्रेरक शक्ति की भूमिका निभाने संबंधी निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर सीईसी की टिप्पणी मतदाताओं की उदासीनता की पृष्ठभूमि में आई है। पिछले हफ्ते, निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुछ बड़े शहरों में मतदान प्रतिशत में कमी पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा था कि यह भारत के उच्च तकनीक वाले शहरों में उदासीनता का संकेत है। ऑस्ट्रेलिया, रूस, श्रीलंका और बांग्लादेश समेत 23 देशों के चुनाव प्रबंधन निकाय के प्रतिनिधि यहां मौजूदा लोकसभा चुनावों को देखने आए हैं। प्रतिनिधि छोटे-छोटे समूहों में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव और संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए छह राज्यों-महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे।
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