सीआईएसएफ में महिलाओं की कमांडो टीम बनाई जाएगी
नयी दिल्ली। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने विशेष आतंकवाद रोधी अभियानों के लिए महिलाओं की एक कमांडो टीम बनाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। नागरिक हवाईअड्डों की सुरक्षा संभालने वाले विमानन सुरक्षा समूह (एएसजी) में तैनात 100 महिला कर्मियों के पहले दल को इस विशेष कार्य के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सीआईएसएफ की प्रमुख जिम्मेदारी 69 नागरिक हवाईअड्डों, दिल्ली मेट्रो और सरकारी व निजी क्षेत्र के कई अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करना है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के बरवहा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में महिला कर्मियों के पहले दल का कमांडो प्रशिक्षण जारी है।'' सीआईएसएस के एक कार्यकारी ने कहा, "आठ सप्ताह के इस उन्नत कमांडो परीक्षण कार्यक्रम में महिला कर्मियों को उच्च सुरक्षा प्रतिष्ठानों और संयंत्रों में त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की जिम्मेदारियां निभाने के लिए तैयार किया जाएगा।" उन्होंने बताया कि इसमें शारीरिक फिटनेस, हथियार चलाने का प्रशिक्षण, तनावपूर्ण परिस्थितियों में गोलीबारी का अभ्यास, दौड़, जंगल में जीवित रहने का प्रशिक्षण और 48 घंटे का आत्मविश्वास बढ़ाने वाला अभ्यास शामिल है, जिसमें प्रतिकूल परिस्थितियों में निर्णय लेने और सामूहिक तौर पर कार्य करने की क्षमता को परखा जाएगा। गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत इस केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में वर्तमान में 12,491 महिलाएं कार्यरत हैं, जो कुल बल का आठ प्रतिशत है। एक अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2026 में 2,400 और महिला कर्मियों की भर्ती की जाएगी और आने वाले वर्षों में भर्ती प्रक्रिया को इस तरह निर्धारित किया जाएगा कि बल में महिलाओं की संख्या लगातार कम से कम 10 प्रतिशत बनी रहे, जैसा कि गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया है।
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