देश के कई हिस्सों में कोविड-उपयुक्त व्यवहार का घोर उल्लंघन देखा जा रहा है : सरकार
नयी दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश के कई हिस्सों में कोविड-उपयुक्त व्यवहार का घोर उल्लंघन देखा जा रहा है जो इसे काबू में करने के लिए अब तक की मेहनत पर पानी फेर सकता है। देश में महामारी की स्थिति पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा कि विश्व स्तर पर, कोविड-19 की तीसरी लहर देखी जा रही है और लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया जाता है कि यह भारत में न हो। उन्होंने कहा, ‘‘हम मौसम के अद्यतन रूप में 'तीसरी लहर' के बारे में बात करते हैं। यह एक योजना की तरह नहीं है कि हमें मानसून से पहले कहीं जाना चाहिए, यह वायरस बनाम इंसान है और यह एक सतत लड़ाई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘पर्यावरण से अधिक, यह हमारा व्यवहार है जो तीसरी लहर का कारण बन सकता है। हम जो समझने में विफल रहते ,हैं वह यह है कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन या इसकी कमी ही भविष्य की लहरों को रोकेगी या पैदा करेगी।'' स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने दिल्ली के सदर बाजार और जनपथ बाजार, चेन्नई में रंगनाथन स्ट्रीट, तमिलनाडु में विलारीपट्टी, चंडीगढ़ में सुखना झील और महाराष्ट्र में भूशी बांध जैसे हिल स्टेशनों और बाजारों के दृश्यों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘कोविड-उपयुक्त व्यवहार का घोर उल्लंघन देखा जा रहा है, जो महामारी के प्रबंधन में अब तक की गई मेहनत पर पानी फेर सकता है।'' अग्रवाल ने कहा कि भले ही सक्रिय मामले और दैनिक नए मामले घट रहे हैं, ठीक होने की दर बढ़ रही है और मामले सीमित क्षेत्र तक सीमित हैं लेकिन फिर भी लापरवाही की कोई जगह नहीं है। उन्होंने ब्रिटेन, रूस, बांग्लादेश और इंडोनेशिया के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘विश्व स्तर पर मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है जो चिंता का कारण बनी हुई है।'' उन्होंने कहा कि भारत में भी मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश राज्यों में मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। अग्रवाल ने कहा कि जुलाई में अब तक दर्ज किए गए नए कोविड -19 के लगभग 73.4 प्रतिशत मामलों में से केरल (30.3 प्रतिशत), महाराष्ट्र (20.8 प्रतिशत), तमिलनाडु (8.5 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (7.3 प्रतिशत) और ओडिशा (6.5 प्रतिशत) से हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में 11 राज्यों में केंद्रीय टीमों को कोविड-19 के प्रबंधन में उनकी सरकारों की मदद के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि सात पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा, टीमों को महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल और ओडिशा भेजा गया है, जहां मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक समीक्षा बैठक की और कहा कि यह चिंता का विषय है कि हिल स्टेशनों और बाजार क्षेत्रों में लोगों की भारी भीड़ सामाजिक दूरी का पालन किये बगैर और मास्क पहने बिना उमड़ रही है।
Leave A Comment