टीसी नहीं होने के आधार पर सरकारी स्कूल विद्यार्थियों को प्रवेश देने से मना नहीं करेंगे : सिसोदिया
नयी दिल्ली। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि निजी स्कूलों से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (टीसी) उपलब्ध नहीं होने पर प्रवेश देने से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ निजी विद्यालय विद्यार्थियों का स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) रोक रहे हैं और अभिभावकों से पहले पूरी फीस जमा करने के लिए कह रहे हैं। सिसोदिया ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''इस वजह से कई अभिभावक बच्चों को निजी विद्यालय से निकालने और सरकारी विद्यालयों में दाखिला करवाने से असमर्थ हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ कई अभिभावकों से यह शिकायत मिलने के बाद इसका संज्ञान लेते हुए शिक्षा निदेशालय को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि आवंटित विद्यालयों में बच्चों का तत्कालिक दाखिला दिया जाए और डीओई के अधिकारियों को सीधे संबंधित निजी विद्यालयों से टीसी हासिल करनी चाहिए।'' सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के इस फैसले से हज़ारों अभिभावकों को राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली का कोई बच्चा निजी विद्यालय छोड़ सरकारी विद्यालय में दाखिला लेना चाहता/चाहती है तो उसे टीसी के अभाव में दाखिला देने से इनकार नहीं किया जाना चाहिए। दिल्ली सरकार के इस फैसले से उन हजारों अभिभावकों को राहत मिलेगी जो निजी विद्यालयों से अपने बच्चों को निकालकर सरकारी विद्यालय भेजना चाहते हैं।'' सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार के सर्वोदय विद्यालयों में नर्सरी, केजी और पहली कक्षा में दाखिले के लिए अब तक 28,000 आवेदन मिले हैं। दाखिला सूची 20 जुलाई को जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि छठवीं से 12वीं कक्षा (11वीं को छोड़कर) के लिए क़रीब 90,000 आवेदन मिले हैं। विद्यालय आवंटित करने की प्रक्रिया अभी चल रही है।
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