कोविड-19 के कारण विश्वविद्यालय के छात्रों को काफी नुकसान उठाना पड़ा : सर्वेक्षण
नयी दिल्ली। कोविड-19 महामारी के कारण विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा में काफी नुकसान उठाना पड़ा और इस दरार को पाटने में तीन वर्ष का समय लग सकता है। यह जानकारी एक सर्वेक्षण में सामने आई है। ‘टीमलीज एडटेक' के सर्वेक्षण के मुताबिक, कॉलेज जाने वाले छात्रों को लगता है कि कोविड-19 के कारण उन्हें शिक्षा में 40 से 60 फीसदी का नुकसान हुआ है और शिक्षा में यह नुकसान जी-7 देशों में आकलित शिक्षा नुकसान का दोगुना है। सर्वेक्षण में पता चला कि इस दरार को पाटने में तीन वर्ष का समय लग सकता है।
‘टीमलीज एडटेक' ने देश में 700 विद्यार्थियों और 75 विश्वविद्यालयों में अग्रणी छात्रों के बीच सर्वेक्षण किया ताकि उन्हें शिक्षा में हुए नुकसान का पता लगाया जा सके। शिक्षा में नुकसान मुख्यत: पांच कारकों के कारण हुआ है -- डिजिटल डिवाइड, सरकारी संस्थानों में सुस्त प्रशासन, पहले से मौजूद क्षमता में कमी, अधिकतर देशों की तुलना में ज्यादा लंबा लॉकडाउन और कमजोर ऑनलाइन अध्ययन/अध्यापन विषय वस्तु। टीमलीज एडटेक के सीईओ शांतनू रूज ने कहा, ‘‘भारत में 3.5 करोड़ विश्वविद्यालय छात्र हैं, जबकि दुनिया भर में यह संख्या 22.2 करोड़ है। पहले से मौजूद कई चुनौतियों के कारण कोविड-19 और भी संकटपूर्ण रहा।
Leave A Comment