राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हाल ही में किए गए परिवर्तनों से इन क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा
नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हाल ही में किए परिवर्तनों से इन क्षेत्रों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इससे वहां के लोगों को देश के अन्य भागों के नागरिकों की तरह अधिकार, सुविधाएं और विशेषाधिकार मिलेंगे।
73-वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के निवासी बहुत अधिक लाभान्वित होंगे। वे भी अब उन सभी अधिकारों और सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे जो देश के दूसरे क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को मिलती हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बहुत ही विशेष मोड़ पर अपनी आजादी के 72 वर्ष पूरे कर रहा है। श्री कोविंद ने कहा कि देश को आजादी दिलाने वाली महान पीढ़ी ने केवल राजीनतिक अधिकार हासिल करने के बारे में ही नहीं सोचा था, बल्कि उन्होंने इसे राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय एकता की दूरगामी और व्यापक प्रक्रिया की ओर बढ़ता कदम माना था।
राष्ट्रपति ने हाल में संपन्न संसदीय सत्र पर प्रसन्नता व्यक्त की। लोक सभा और राज्य सभा दोनों ही सदनों में लम्बी निर्णायक बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किये गये और सभी दलों की ओर से सहयोग मिला तथा मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा की गयी। उन्होंने कहा-मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि संसद के हाल ही में संपन्न हुए सत्र में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों की बैठकें बहुत सफल रही हैं। राजनीतिक दलों के बीच परस्पर सहयोग के जरिए, कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए हैं। इस सफल शुरुआत से मुझे यह विश्वास हो रहा है कि आने वाले पांच वर्षों के दौरान संसद, इसी तरह से उपलब्धियां हासिल करती रहेगी। मैं चाहूंगा कि राज्यों की विधानसभाएं भी संसद की इस प्रभावी कार्य संस्कृति को अपनाएं।
राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि भारत कभी भी आलोचनात्मक समाज नहीं रहा। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा जीओ और जीने दो के सिद्धांत को मानता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का इतिहास, नियति, धरोहर और उसका भविष्य सभी में सह-अस्तित्व, सुलह-सफाई और मेलजोल का आधार है। देश के युवाओं के बारे में श्री कोविंद ने कहा कि हम युवाओं और भावी पीढिय़ों को जो सबसे बड़ा उपहार दे सकते हैं वह है -उन्हें प्रोत्साहित करना तथा उन्हें शिक्षा की कक्षाओं में जिज्ञासु बनाना।
श्री कोविंद ने समाज में आधारभूत सुविधाओं का सभी के लिए प्रयोग करने और उन्हें अधिक प्रभावी बनाने के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने कहा-देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए, सरकार अनेक बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रही है। गरीब से गरीब लोगों के लिए घर बनाकर और हर घर में बिजली, शौचालय तथा पानी की सुविधा देकर, सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत बना रही है। हर देशवासी के घर में नल के जरिए पीने का पानी पहुंचाने, किसान भाई-बहनों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने और देश में कहीं बाढ़ तो कहीं सूखे की समस्या का प्रभावी समाधान करने के लिए जल-शक्ति के सदुपयोग पर विशेष बल दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि आधारभूत ढांचों से लाभान्वित होना और इन्हें सुरक्षित रखना, कड़ी मेहनत से प्राप्त आजादी का एक दूसरा पहलू होगा।
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