भगवान का नाम लेते हुये क्या गुरु का ध्यान कर सकते हैं? जानिये गुरु और भगवान की भक्ति का वास्तविक रहस्य क्या है?
जगदगुरु कृपालु भक्तियोग तत्वदर्शन - 246
साधक का प्रश्न ::: भगवान का नाम लेते हुए गुरु का ध्यान कर सकते हैं क्या ?
जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज द्वारा उत्तर ::: प्रश्न किया है, भगवान का नाम लेते हुए गुरु का ध्यान कर सकते हैं क्या? हाँ, कर सकते हो। केवल गुरु की भक्ति से भी भगवत्प्राप्ति होती है। अथवा, भगवान प्लस गुरु को एक साथ एक कक्षा में मानकर भक्ति करने से भी भगवत्प्राप्ति होती है। केवल भगवान की भक्ति नहीं होती। तो गुरु का ध्यान करो, और भगवान की भावना रखो, और भगवान् का भी ध्यान करने का अभ्यास करो, क्योंकि लीलाएँ जब आप गायेंगे श्रीकृष्ण की तो लीलाओं में भगवान् का ध्यान करना पड़ेगा। बाल-लीलाएँ, अनेक प्रकार की ऐसी लीलाएँ हैं।
इसलिए अभ्यास करना चाहिए राधाकृष्ण के ध्यान करने का। फोटो रख लो एक। उस फोटो को देखो, और फिर आँख बंद कर के उसी प्रकार का बनाओ, फिर फोटो देख लो फिर बनाओ। ऐसे ही दस-बीस दिन, महीने-दो-महीने अभ्यास करने से रूपध्यान बनने लगेगा। कोई घबराने की जरूरत नहीं। लेकिन, अगर हमेशा ही आप गुरु का ही रूपध्यान करें, तो भी भगवान को और और ख़ुशी होती है। वो नाराज़ नहीं होंगे।
०० प्रवचनकर्ता ::: जगदगुरुत्तम श्री कृपालु जी महाराज
०० सन्दर्भ ::: जगदगुरु श्री कृपालु जी महाराज साहित्य
०० सर्वाधिकार सुरक्षित ::: राधा गोविन्द समिति, नई दिल्ली के आधीन।
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