इन देशों में बच्चों के ये नाम रखने की है मनाही
बच्चे के घर में जन्म लेते ही माता-पिता ही नहीं बल्कि पूरा परिवार उसे पुकारने के लिए एक प्यारा सा नाम ढ़ूंढने लगता है। इस काम के लिए लोग अपने आस-पास के लोगों से ही नहीं बल्कि इंटरनेट की भी मदद लेने से पीछे नहीं हटते हैं। यूं तो भारत में कानूनी तौर पर आप अपने बच्चे के लिए कोई भी नाम पसंद कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कई ऐसे देश हैं जहां माता-पिता को ये आजादी नहीं होती है। जी हां, आपको बता दें, कई ऐसे देश हैं जहां बच्चों के लिए कुछ नाम बैन किए गए हैं। बच्चों के लिए ये नाम रखने पर उनके माता-पिता को जेल तक हो सकती है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ देशों और नामों के बारे में।
फ्रांस-
फ्रांस में कोर्ट ने बच्चों के उन नामों को बैन किया हुआ है, जिनकी वजह से बच्चों का मजाक उड़ाया जा सकता है। वहां बैन किए गए नामों में स्ट्रोबेरी, न्यूटिला, डेमोन, प्रिंस विल्यिम, मिनी कॉपर ये नाम शामिल हैं।
स्विट्ज़रलैंड-
स्विट्ज़रलैंड में बच्चों के नाम सिविल रजिस्ट्रार की तरफ से अप्रूव करवाने अनिवार्य होते हैं। कोर्ट के नियमों के अनुसार बच्चे का नाम ऐसा नहीं होना चाहिए जो उसे किसी तरह का नुकसान पहुंचा सके या फिर किसी की भावना को उस नाम से ठेस पहुंच सकें। खासकर बाइबिल में मौजूद किसी बुरे व्यक्ति के नाम पर, किसी ब्रांड, जगह या सरनेम के नाम पर बच्चे का नाम नहीं रखा जा सकता है। स्विट्जरलैंड में जुडस, चैनल, पेरिस, मर्सिडिज जैसे कुछ नामों पर बैन लगा हुआ है।
न्यूजीलैंड-
न्यूजीलैंड में भी नाम को लेकर सरकार ने गाइडलाइंस जारी की हुई हैं। यहां कोई अपने बच्चे का नाम प्रिंस, प्रिंसेस, किंग, मेजर, सार्जेंट और नाइट नहीं रख सकता है।
मेक्सिको-
मेक्सिको देश के सोनोरा में बच्चों के 61 नामों पर पाबंदी है। ये सभी वो नाम हैं जो बेहद अपमानजनक हैं, या फिर दूसरों को चिढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इन नामों में फेसबुक, रामबो, हेरमोनी, बेटमैन नाम शामिल हैं।
जर्मनी-
जर्मनी में बच्चों के नाम को रखने के लिए काफी सख्त नियम, कानून बनाए गए हैं। इन नियमों के मुताबिक लड़के और लड़कियों के नाम एक जैसे नहीं होने चाहिए। इसके अलावा किसी खाद्य पदार्थ के नाम पर भी बच्चों का नाम रखने पर पूरी तरह पाबंदी है। यहां जिन नामों पर बैन है उनमें माटी, ओसामा बिन लादेन, एडोल्फ हिटलर शामिल हैं।
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