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*- दशहरा उत्सव एवं रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री श्री यादव*
दुर्ग/ प्रदेश के स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव विगत दिवस विजयादशमी पर्व के दिन नगर के बैगापारा मिनी स्टेडियम और ऋषभ ग्रीन सिटी में आयोजित दशहरा उत्सव एवं रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने यहां पर भगवान श्रीराम के आरती एवं पूजा अर्चना कर प्रदेश/नगरवासियों की जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की मंगलकामना की। मंत्री श्री यादव ने प्रदेशवासियों और नगरवासियों को विजयादशमी पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा हम सभी के जीवन में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करता है। यह पर्व हमें सत्य, साहस और कर्तव्यनिष्ठा के मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाता है।मंत्री श्री यादव ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए हमें समाज में समरसता, भाईचारा और मानवीय मूल्यों को सशक्त बनाना होगा। यही मार्ग हमें एक सशक्त और सभ्य समाज की ओर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि रामराज्य की परिकल्पना केवल शासन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक के जीवन में नैतिकता, न्याय और समानता को स्थापित करने का संदेश देता है। आज के बदलते परिवेश में श्रीराम के आदर्शों और दशहरा पर्व की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है।मंत्री श्री यादव ने प्रदेशवासियों/नगरवासियों से आह्वान किया कि वे इस अवसर पर समाज में व्याप्त बुराइयों को त्यागकर सकारात्मक सोच, सहयोग की भावना को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि दशहरा का यह पर्व हमें यह संदेश देता है कि चाहे बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः विजय सदैव सत्य और धर्म की ही होती है। कार्यक्रम में महापौर श्रीमती अलका बाघमार, स्थानीय जनप्रतिनिधि, नगर गणमान्य नागरिक, आयोजन समिति के सदस्य और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। -
*0रायपुर में भूगर्भ जल स्तर का संरक्षण और संवर्धन वैज्ञानिक तरीके से करना अत्यंत आवश्यक, नगर निगम अभियंता इसे प्राथमिकता से करें - महापौर मीनल0*
*0नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेस के राणा चटर्जी ने दिया शैलो एकविफर मैनेजमेंट SAM 2.0 का अभियंताओं को तकनीकी प्रशिक्षण,निगम मुख्य अभियंता, जियो हाईड्रोलॉजिस्ट हुए सम्मिलित0*रायपुर /भारत सरकार के शहरी और आवासन कार्य मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल इंस्टिट्यूट फार अर्बन अफेयर्स द्वारा नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेस को रायपुर शहर में भूगर्भ जल के स्तर के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु कलस्टर पार्टनर नियुक्त किया है. नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेस के श्री राणा चटर्जी ने श्री गंगदास सैनी सहित आज रायपुर शहर में भूगर्भ जल के स्तर के संरक्षण एवं संवर्धन SAM 2.0 के क्रियान्वयन कार्य प्रारम्भ करने तकनीकी प्रशिक्षण रायपुर नगर पालिक निगम के अभियंताओं को दिया.अभियंताओं की तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला में रायपुर नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और जल कार्य विभाग के अध्यक्ष श्री संतोष सीमा साहू पहुँचे. इसमें शहर के जियो हाईड्रोलॉजिस्ट श्री विपिन दुबे, डॉ. के. एल. पाणीग्रही सम्मिलित हुए. नगर निगम के मुख्य अभियंता श्री यू. के धलेन्द्र सहित केन्द्रीय भूजल बोर्ड, छत्तीसगढ़ राज्य जल संसाधन विभाग, नगर निवेश विभाग, जल कार्य विभाग,लोक कर्म विभाग, पर्यावरण एवं उद्यानिकी विभाग के कार्यपालन अभियंताओं, सहायक अभियंताओं, उप अभियंताओं, जोनों के अभियंताओं की उपस्थिति तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला में रही.महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने कहा कि रायपुर शहर में तेजी के साथ भूगर्भ जल का स्तर नीचे गिरता जा रहा है, ऐसे में इसका संरक्षण और संवर्धन कार्य वैज्ञानिक तरीके से किया जाना अत्यंत आवश्यक है. महापौर ने नगर निगम अभियंताओं को शहर में यह कार्य प्राथमिकता से करने कहा. जल कार्य विभाग अध्यक्ष श्री संतोष सीमा साहू ने भू गर्भ जल के स्तर के संरक्षण और संवर्धन का कार्य तकनीकी दक्षता सहित पूरी गंभीरता के साथ करने कहा.शैलो एक्विफर मैनेजमेंट SAM 2.0 के नोडल अधिकारी नगर निगम सहायक अभियंता श्री योगेश कडु ने शैलो एक्विफर मैनेजमेंट SAM 2.0 कार्यक्रम और उद्देश्य की संक्षिप्त जानकारी दी. नाबार्ड कंसल्टेंसी सर्विसेस के श्री राणा चटर्जी और श्री गंगदास सैनी ने कार्यक्रम में शैलो एक्विफर मैनेजमेंट SAM 2.0 के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और अभियंताओं को तकनीकी पहलुओं की जानकारी देते हुए पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन दिया. - -बारिश के बावजूद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेने क्षेत्रवासी देर रात तक मौजूद रहे।-रावण दहन के साथ अपने अंदर के विकारों को भी जलाये - मोतीलाल साहू- फलेश्वर साहू/प्रज्ञा प्रकाश निगम की रिपोर्टरायपुर:- बोरियाखुर्द रायपुर में दशहरा सांस्कृतिक महोत्सव समिति के द्वारा चतुर्थ वर्ष रावण दहन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समिति के अध्यक्ष गजेन्द्र तिवारी द्वारा प्रातः 10 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ पतंग उत्सव से किया गया। दोपहर को स्थानीय बच्चों के द्वारा योगाभ्यास एवं नृत्य का प्रदर्शन किया गया। सांय 04 बजे मुख्य मंच में शस्त्र पूजन एवं रामदरबार का पूजन कर रामलीला का मंचन किया गया, जो बहुत ही आकर्षक और रमणीय रहा। रामलीला में रामजन्म से लेकर वनवास, लंका दहन एवं रावण वध की लीलाओं का प्रदर्शन किया गया। भारी बारिश के बावजूद रावण दहन देखने हेतु स्थानीय जनसमूह का उत्साह कम नहीं हुआ एवं सायं काल में 55 फुट के रावण, 40-40 फुट के कुम्भकर्ण व मेघनाद के पुतले का दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया गया। रावण दहन के बाद मुख्य आकर्षण गगनचुम्बी एवं रोमांचकारी आतिशबाजी रहा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में स्थानीय विधायक श्री मोतीलाल साहू एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में आर.डी.ए. अध्यक्ष नंदकुमार साहू, सी.एस.आई.डी.सी के अध्यक्ष श्री राजीव अग्रवाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री संदिप यदु, स्थानीय पार्षद श्रीमती सुषमा तिलक साहू, पूर्व सरपंच श्री रामाधार साहू थे।विधायक श्री मोतीलाल साहू ने इस अवसर पर शहर राज्य और पुरे देश वाशियों के लिए सुख समृद्धि उन्नति की कामना करते हुए कहा कि रावणदहन तो केवल प्रतीकात्मक है। नवरात्री के दौरान की गई साधना के द्वारा जब हम अपने अंदर के विकारों जैसे - ईर्ष्या, द्वेष, अहंकार, क्रोध, असत्य आदि को जलाकर नष्ट कर देंगे तो प्रत्येक व्यक्ति के अंदर देवता जागृत हो जायेंगे एवं हमारे व्यवहार से ही अधर्म नष्ट होने लगेगा। जनसमूह द्वारा सुख व समृद्धि के प्रतीक सोन पत्ता का वितरण कर एक दूसरे का विजयादशमी की बधाई देते हुए खुशियाँ मनाई।कार्यक्रम के अध्यक्ष गजेन्द्र तिवारी एवं कार्यकारी अध्यक्ष लच्छूराम निषाद ने बताया कि दशहरे पर्व का यह आयोजन हमारे वार्ड तथा नगर वासियों के लिए सौभाग्य पूर्ण तथा भाईचारा एकता संप्रभुता अखंडता सदाचार समरसता की भावना को जागृत करने वाला कार्यक्रम रहा।कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रामवासियों के साथ समिति के उपाध्यक्ष दूजराम व रमेश नंदे सचिव रुद्रकुमार साहू कोषाध्यक्ष कोमल, द्विजराम साहू, आर.एल. ठाकुर, डी.पी. पटेल, कृष्णकुमार साहू, जानूराम साहू, अनंत साहू, मनहरण साहू, गोपाल, साहू, विजय वर्मा, फलेश्वर साहू, रोशन साहू, हृदयराम कोसले, मनोज साहू, मोहित सेन, नरेश साहू, संदीप साहू, देवेंद्र निषाद, शाश्वत तिवारी एवं समिति के समस्त सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
- -स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान: 31 हज़ार शिविरों में 22 लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच-नवरात्रि में जुड़ा स्वास्थ्य का संकल्प – महिलाओं ने लिया जागरूकता का व्रत-36 हज़ार से अधिक हितग्राहियों को आयुष्मान वय वंदना व पीएम-जय कार्ड का वितरण-5 लाख अनीमिया जांच, 1.91 लाख गर्भवती महिलाओं की स्क्रीनिंग: 2.72 लाख सिकल सेल, 3.72 लाख टीबी जांच, 67 हजार बच्चों का किया गया टीकाकरणरायपुर / केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की महत्वाकांक्षी पहल “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” ने छत्तीसगढ़ में कई नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। बीते पखवाड़े भर में प्रदेशभर में 31 हजार से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए, जिनमें लगभग 22 लाख लोगों ने जांच और उपचार की सेवाएं प्राप्त कीं। विशेष बात यह रही कि इन शिविरों में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक रही। यह इस तथ्य को प्रमाणित करता है कि अब ग्रामीण अंचलों में भी महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रही हैं। यह सहभागिता अभियान के उस मूल विचार को सशक्त करती है, जिसके अनुसार जब महिला स्वस्थ होती है, तभी पूरा परिवार और समाज सशक्त बनता है।इन शिविरों में महिला स्वास्थ्य, पोषण और अनीमिया जांच को विशेष प्राथमिकता दी गई। इस दौरान पाँच लाख से अधिक लोगों की अनीमिया जांच की गई। यह न केवल जांच की व्यापकता को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार महिलाओं में खून की कमी जैसी पुरानी समस्या के समाधान हेतु ठोस कदम उठा रही है। शिविरों में गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, बच्चों का टीकाकरण, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, टीबी, कैंसर और सिकल सेल जैसी बीमारियों की स्क्रीनिंग को भी शामिल किया गया। परिणामस्वरूप 1.91 लाख गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, 2.72 लाख लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग हुई, 3.72 लाख लोगों की टीबी जांच की गई और 67 हजार से अधिक बच्चों को टीके लगाए गए।अभियान अंतर्गत महिला स्वास्थ्यकर्मियों और विशेषज्ञों ने बड़ी संख्या में महिलाओं को संतुलित आहार, आयरन-फोलिक एसिड की महत्ता, स्वच्छता और जीवनशैली में सुधार जैसे विषयों पर परामर्श दिया। यह पहल उपचार से आगे बढ़कर समय रहते रोगों की पहचान और रोकथाम की दिशा में भी कारगर सिद्ध हो रही है। लगभग 13 लाख लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य विषयों पर जागरूक किया गया, जिससे यह स्पष्ट है कि यह अभियान केवल बीमारियों का उपचार नहीं, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति सोच बदलने का प्रयास भी है।अभियान की व्यापकता का अनुमान इस तथ्य से भी लगाया जा सकता है कि इसे नवरात्रि महोत्सव से जोड़कर महिला स्वास्थ्य और परिवार सशक्तिकरण की अभिनव पहल की गई। राज्य के विभिन्न जिलों में नवरात्रि के दौरान माता पंडालों और गरबा स्थलों पर हजारों महिलाओं ने ‘स्वस्थ नारी–सुरक्षित परिवार’ का संकल्प लिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने महिलाओं को स्वच्छता, संतुलित आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच और मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व से अवगत कराया।राज्य सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को भी इस अभियान से जोड़ा है। इस दौरान 36,186 हितग्राहियों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड एवं प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्ड वितरित किए गए, जिससे अब उन्हें उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं तक निःशुल्क पहुंच मिल सकेगी। छत्तीसगढ़ का यह अभियान केवल स्वास्थ्य सुविधा का विस्तार नहीं, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण का एक मॉडल बनकर उभर रहा है। गांव-गांव और दूरस्थ अंचलों तक पहुँचते हुए यह पहल दर्शाती है कि जब नीतियां ज़मीन पर उतरती हैं, तो बदलाव केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि जीवन के हर स्तर पर दिखाई देता है।टीबी उन्मूलन की दिशा में केंद्र और राज्य की साझा प्रतिबद्धताभारत सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य निर्धारित किया है और इसी दिशा में लगातार निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति में छत्तीसगढ़ जैसे राज्य भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ योगदान दे रहे हैं।‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के दौरान ही 3,72,985 लोगों की टीबी स्क्रीनिंग की गई, जिनमें लक्षण पाए जाने पर तुरंत इलाज की प्रक्रिया शुरू की गई। टीबी रोगियों के पोषण और सहयोग के लिए 7,000 से अधिक ‘निक्षय मित्रों’ को पंजीकृत किया गया है, जो उन्हें पोषण आहार और मानसिक संबल प्रदान कर रहे हैं।"स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और समाज की नींव है और इसी सोच के साथ छत्तीसगढ़ में स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान ने व्यापक सफलता हासिल की है। बीते पखवाड़े में आयोजित हजारों शिविरों में लाखों लोगों ने जांच व उपचार कराए, जिनमें महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने यह साबित किया कि अब ग्रामीण अंचलों में भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ रही है। इस अभियान में महिला स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और गंभीर बीमारियों की जांच के साथ-साथ परामर्श और जागरूकता पर भी जोर दिया गया है, जिससे यह पहल सिर्फ इलाज तक सीमित न रहकर सामाजिक सशक्तिकरण का मॉडल बन गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के टीबी मुक्त भारत 2025 संकल्प की दिशा में छत्तीसगढ़ का यह योगदान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय"स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान ने गांव-गांव और दूरस्थ अंचलों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। लाखों महिलाओं को अनीमिया, सिकल सेल और टीबी जैसी बीमारियों की जांच एवं परामर्श की सुविधा मिली है। राज्य सरकार की प्रतिबद्धता है कि हर परिवार तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचे और यह अभियान इस दिशा में एक मजबूत कदम साबित हुआ है।"-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल
- -गुरु घासीदास बाबा के आदर्शों में ही छिपा है मानवता और समानता का मार्ग : मुख्यमंत्री श्री साय-मुख्यमंत्री श्री साय भंडारपुरी धाम में आयोजित गुरु दर्शन एवं संत समागम मेला में हुए शामिल: 162 करोड़ रुपए से अधिक की राशि के 16 विकास कार्यों का किया भूमिपूजन-मुख्यमंत्री ने की मेला स्थल पर डोम निर्माण एवं तेलासी-भंडारपुरी मार्ग में स्ट्रीट लाइट लगवाने की घोषणारायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायपुर जिले के आरंग तहसील अंतर्गत भंडारपुरी धाम में आयोजित गुरु दर्शन एवं संत समागम मेला में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 162 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया, जिनमें नवीन सड़क निर्माण, चौड़ीकरण और मजबूतीकरण के कार्य शामिल हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने मेला स्थल पर डोम निर्माण, तेलासी-भंडारपुरी मार्ग में स्ट्रीट लाइट लगवाने तथा कुटेसर प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय में उन्नयन किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यदि समाज से पाँच युवा पायलट बनना चाहें तो उनका पूरा खर्च सरकार वहन करेगी और उन्हें पायलट बनाया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सर्वप्रथम गुरु गद्दी का दर्शन कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए आशीर्वाद लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बाबा गुरु घासीदास के आदर्शों पर चलकर हमें विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है। उनके आदर्शों में मानवता और समानता की सीख निहित है। गुरु बाबा ने समाज को एकजुट होने का संदेश दिया, जिसके परिणामस्वरूप सतनामी समाज आज प्रगति और सौहार्द की दिशा में अग्रसर है।मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि पिछले वर्ष भी मुझे मुख्यमंत्री के रूप में इस मेले में शामिल होने का अवसर मिला। लेकिन इस वर्ष और पिछले वर्ष में बड़ा अंतर आया है। पिछले वर्ष जब मैं यहां आया था तब आपके समाज के गुरु श्री खुशवंत साहेब विधायक थे, अब वे मंत्री बने हैं। उन्हें अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास तथा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। आपके समाज के गौरव से हमें अपार उम्मीदें हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता से जो भी वादे किए थे, उन्हें हम ‘मोदी की गारंटी’ के रूप में पूरा कर रहे हैं। अब तक नौ हजार से अधिक सरकारी भर्तियाँ पूरी हो चुकी हैं और हाल ही में शिक्षा विभाग में पाँच हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई है।उन्होंने कहा कि शासन के प्रत्येक कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया गया है। ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है। हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाला चाहे कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में अनुसूचित जाति समाज के विकास हेतु प्राधिकरण का गठन किया गया था। वर्तमान सरकार ने उसके बजट को 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ कर दिया है।धर्मगुरु गुरु श्री बालदास साहेब ने कहा कि यह मेला सामाजिक सौहार्द और एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने समाज के गुरु खुशवंत साहेब को कैबिनेट मंत्री बनाने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया और कहा कि सतनामी समाज ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश आज विकास की राह पर अग्रसर है।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि कुतुब मीनार से भी ऊँचा जैतखाम छत्तीसगढ़ के गिरौदपुरी में है। यह किसी व्यक्ति की उपलब्धि नहीं बल्कि गुरु बाबा घासीदास की प्रेरणा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गरीबों के उत्थान और प्रदेश को आगे बढ़ाने का जो संकल्प लिया है, वह साकार हो रहा है। किसानों, महिलाओं, युवाओं और मजदूरों के हित में योजनाएँ बन रही हैं।उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि आज 162 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन हुआ है, जो आरंग विधानसभा के विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी की गोद में अनेक संत-महात्मा और तपस्वी जन्मे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में ‘हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे’ का संकल्प लेकर सरकार आगे बढ़ रही है। प्रदेश की सड़कों के विकास के लिए 700 से अधिक टेंडर जारी किए गए हैं और बरसात के बाद प्रदेश की सड़कें नए स्वरूप में नजर आएँगी।मंत्री श्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि यह मेला गुरु घासीदास बाबा के पुत्र गुरु श्री बालकदास साहेब के गद्दीनशीन होने की स्मृति में प्रतिवर्ष आयोजित होता है। यह सतनाम धर्म के आदर्शों का प्रतीक है। आज ही के दिन गुरु श्री बालकदास जी ने राजगद्दी स्वीकार कर भंडारपुरी की पावन भूमि को अपनी कर्मभूमि बनाया था।इस अवसर पर राजागुरु, धर्मगुरु गुरु श्री बालदास साहेब, बाबा गुरु श्री ढालदास साहेब, गुरु श्री मकसूदन साहेब, गुरु श्री सोमेश बाबा, गुरु श्री सौरभ साहेब, सांसद श्री कमलेश जांगड़े, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष श्री राजीव अग्रवाल, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री केदार गुप्ता, जिला पंचायत रायपुर के अध्यक्ष श्री नवीन अग्रवाल, विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल, श्रीमती मोना सेन, श्री अमित चिमनानी, श्री श्याम नारंग, श्री नवीन मार्कण्डेय सहित समाज के संतजन एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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राजनांदगांव । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री जयंती के अवसर पर तथा जिला वार्षिक कार्यक्रम के तहत भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ द्वारा जिला स्काउट्स-गाइड भवन राजनांदगांव में संगोष्ठी, स्वच्छता कार्य, आत्मसुरक्षा, सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया। राज्य उपाध्यक्ष भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ श्री राजेन्द्र गोलछा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री द्वारा देश के लिए किए गए कार्यों में बारे में बताया। उन्होंने महापुरुषों के त्याग एवं बलिदान उनके व्यक्तित्व के माध्यम से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित सर्वप्रथम की भावना को जागृत किया। उन्होंने सभी को विजयदशमी पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी और स्काउट गाइड रोवर रेंजर के कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम में श्री विष्णु प्रसाद साव ने गाइड रेंजर को विषम परिस्थितियों हेतु आत्मसुरक्षा के गुर बताए। विभिन्न विद्यालयों के स्काउट्स-गाइर्ड रोवर रेंजरों ने परिसर की साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष श्री उमेश हथेल, जिला उपाध्यक्ष श्री विष्णु प्रसाद साव, जिला मुख्य आयुक्त श्री महेश खंडेलवाल, आजीवन सदस्य श्री विजय टेम्भूरकर, जिला सचिव श्री देवेंद्र अम्बादे, जिला संगठन आयुक्त स्काउट श्री मयूख श्रीवास्तव, सचिव विकासखण्ड राजनांदगांव श्री प्रवीण साव, स्काउट मास्टर श्री मनीष सोनी सहित स्काउट्स-गाइड्स रोवर रेंजर्स उपस्थित थे।
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राजनांदगांव । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री जयंती के अवसर पर जिले के विभिन्न ग्राम में स्वच्छता अभियान चलाया गया। जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर ग्राम के विभिन्न स्थलों की साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। साथ ही रैली निकालकर ग्राम को स्वच्छ के लिए जागरूक किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने स्वच्छता की शपथ ली तथा एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधरोपण किया गया।
कार्यक्रम में सरपंच, सचिव, गणमान्य नागरिकों ने महात्मा गांधी के स्वच्छता और राष्ट्र के प्रति उनके विचारों के संबंध में जानकारी दी। गांव में स्वच्छता बनाए रखने के लिए घर-घर से कचरा संग्रहण करने, उसका पृथक्करण करने वाले स्वच्छाग्राही समूह सदस्यों को उनके योगदान के लिए श्रीफल, सुरक्षा किट, साड़ी सहित अन्य सामग्री भेंट कर सम्मानित किया गया। ग्रामीणों से गीला एवं सूखा कचरा अलग रखने, उसका सुरक्षित निपटान कर अलग-अलग देने, निर्धारित समय में स्वच्छता शुल्क देने का आग्रह किया गया। ग्राम स्तर पर स्वच्छता ही सेवा थीम पर गीत, नाटक, मेहंदी, चित्रकला,रंगोली सहित अन्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। - - आदि कर्मयोगी अभियान के तहत ग्राम कार्य पुस्तिका तथा विजन प्लान 2030 का प्रस्तुतिकरण एवं अनुमोदनराजनांदगांव । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री जयंती के अवसर पर सेवा पखवाड़ा के तहत जिले के विभिन्न ग्राम स्वच्छता अभियान चलाकर चौक-चौराहों की साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। इस अवसर पर विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत चयनित ग्राम पंचायतों में आदि सेवा पर्व शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ग्राम पंचायत भवन में संचालित आदि सेवा केन्द्र के माध्यम से अनुसूचित जनजाति वर्ग के शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने आवेदन लिया गया तथा ग्राम सभा में प्राप्त आवेदनों का पात्रतानुसार निराकरण किया गया। जिसमें आदि कर्मयोगी अभियान के तहत ग्राम कार्य पुस्तिका तथा विजन प्लान 2030 का प्रस्तुतिकरण एवं अनुमोदन किया गया।ग्राम सभा में ग्राम पंचायतों के विगत तिमाही के आय-व्यय की समीक्षा एवं अनुमोदन, पिछली वर्ष में विभिन्न योजनाओं में स्वीकृत कार्य के नाम, प्राप्त राशि, स्वीकृत राशि, व्यय राशि एवं कार्य की अद्यतन की स्थिति का वाचन किया गया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजनांतर्गत ग्राम पंचायतों में ग्रामीण परिवारों द्वारा रोजगार की मांग तथा उपलब्ध कराये गये रोजगार की स्थिति की समीक्षा की गई। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत किये जाने वाले संपूर्ण कार्यों की सूची का वाचन किया गया। सामाजिक सहायता कार्यक्रम अंतर्गत संचालित पेंशन योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण एवं हितग्राहियों के सत्यापन के संबंध में कार्रवाई की गई।
- - सूर्यघर योजना से गिरधर देवांगन का घर बना मिनी पावरहाऊस- सूर्यघर योजना से शून्य हुआ बिजली बिल, उपभोक्ता बने ऊर्जा उत्पादकराजनांदगांव । प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम उपभोक्ताओं के लिए वरदान साबित हो रही है। राजनांदगांव शहर के गौरी नगर निवासी श्री गिरधर लाल देवांगन इसका जीवंत उदाहरण हैं। श्री गिरधर देवांगन बताते हैं कि उन्हें जब समाचार पत्र के माध्यम से इस योजना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत इस योजना के तहत आवेदन कर अपने घर की छत पर 5.5 किलोवाट क्षमता का सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित कराया। इस पर कुल लागत 3 लाख 40 हजार रूपए आयी। योजना के तहत केंद्र सरकार की ओर से उन्हें 78000 रूपए की सब्सिडी प्राप्त हुई है, वहीं राज्य शासन की ओर से 30 हजार रूपए क ी अतिरिक्त सब्सिडी मिलने वाली है। इस प्रकार लगभग 1 लाख 8 हजार रुपए की सब्सिडी से सोलर सिस्टम की वास्तविक लागत आधी हो जाएगी।श्री गिरधर देवांगन ने बताया कि सोलर सिस्टम लगने के बाद पहले ही महीने से सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। उनके घर की मासिक औसत बिजली खपत लगभग 510 यूनिट है, जबकि सोलर पैनल से पहले महीने में 615 यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। यह उनकी खपत से 105 यूनिट अधिक है। अतिरिक्त बिजली ग्रिड में जमा हो रही है, जिसका उपयोग आवश्यकता पडऩे पर किया जा सकता है। उन्होंने के कहा आगामी 4 से 5 वर्षों में ही सोलर पैनल की लागत निकल जाएगी जबकि सोलर पैनल 20-25 साल तक काम करता है, जिससे वर्षों तक मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि पहले हम सिर्फ बिजली खर्च करते थे, अब हम बिजली का उत्पादन भी कर रहे हैं। यह योजना हमारे लिए सचमुच वरदान साबित हुई है। उन्होंने बताया कि अब उनके घर का बिजली बिल शून्य हो गया है। इस बची हुए राशि को वे अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और अन्य घरेलू आवश्यकताओं में खर्च कर पा रहे हैं। अक्षय ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा के उपयोग से कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे सीमित संसाधनों पर निर्भरता कम होती साथ ही प्रदूषण, कार्बन उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्री गिरधर देवांगन ने नागरिकों से प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेकर बिजली खर्च में बचत करने और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करने की अपील की है।
- -6 अक्टूबर तक करा सकते है पंजीयनमहासमुन्द / बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जिले के ग्रामीण युवक एवं युवतियों के लिए कम्प्यूटर में डेस्कटॉप पब्लिशिंग में निःशुल्क प्रशिक्षण का सुनहरा अवसर प्रदान किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 45 दिनों का रहेगा। प्रशिक्षण के लिए इच्छुक अभ्यर्थी 6 अक्टूबर 2025 तक पंजीयन करा सकते है। प्रशिक्षण हेतु आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड को 2-2 छायाप्रति, अंकसूची न्यूनतम 12 वीं उत्तीर्ण एक छायाप्रति एवं पासपोट साईज की 5 फोटो शामिल है। प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी द्वारा बड़ौदा आरसेटी बरोण्डा बाजार में उपस्थित होकर या कमलेश पटेल के मोबाईल नम्बर 79997-00673, अक्षय सिंग राजपूत के मोबाईल नम्बर 8319462874 एवं राजू निर्मलकर के मोबाईल नम्बर 9131065767 पर सम्पर्क कर पंजीयन कराया जा सकता है। सम्पर्क करने का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक है।
- -जनजाति समुदायों के उत्थान के लिए विलेज एक्शन प्लान का निर्माण-पहली बार ग्रामीणों ने बनाया अपने गांव विकास का प्रारूपमहासमुंद / प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के दूरदर्शी आह्वान और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सुशासन के मंशानुरूप आदि कर्मयोगी अभियान 10 जुलाई 2025 से एक परिवर्तनकारी राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में प्रारंभ हुआ। यह अभियान शासन की ओर से नीचे से ऊपर तक समुदाय-आधारित विकास की नई परंपरा का प्रतीक है। इसका उद्देश्य केवल सरकारी योजनाओं को ग्राम तक पहुँचाना नहीं, बल्कि जनजातीय समाज को लाभार्थी से आगे बढ़ाकर परिवर्तन का अगुवा, परंपरा का संरक्षक और विकास का सह-निर्माता बनाना है। वर्ष 2024-25 भगवान बिरसा मुंडा जयंती वर्ष एवं जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा धरती आबा (जनजातीय ग्राम उत्कर्ष महाअभियान) की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य देशभर के जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को नई दिशा में विकसित करना है। इस अभियान के अंतर्गत 30 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 550 से अधिक जिले, 3000 विकासखंड और लगभग 1 लाख गाँव को जोड़ा गया है। इन ग्रामों में 20 लाख से अधिक आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी और आदि साथी की टीम गठित कर ग्राम विकास योजनाएं तैयार की जा रही हैं।महासमुंद जिले में 210 ग्राम पंचायतों के 308 ग्रामों का चयन - पीएम जनमन अंतर्गत कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले के तीन विकासखंडों में कुल 77 बसाहटें चयनित की गई है। जिसमें महासमुंद विकासखंड अंतर्गत 41 बसाहट, बागबाहरा अंतर्गत 34 बसाहट एवं पिथौरा विकासखंड अंतर्गत 2 बसाहट शामिल है। प्रधानमंत्री जनजातीय गौरव उत्कर्ष अभियान (धरती आबा) अंतर्गत महासमुंद जिले के सभी 5 विकासखंडों की 210 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 308 आदिवासी बाहुल्य ग्राम चयनित किए गए हैं। इन ग्रामों में आदि कर्मयोगी अभियान सक्रिय रूप से संचालित हो रहा है। जिसमें महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत 22 ग्राम पंचायतों के 25 ग्राम, बागबाहरा अंतर्गत 28 ग्राम पंचायतों के 33 ग्राम, पिथौरा अंतर्गत 125 ग्राम पंचायतों के 210 ग्राम, बसना अंतर्गत 22 ग्राम पंचायतों के 24 ग्राम एवं सरायपाली विकासखण्ड अंतर्गत 13 ग्राम पंचायतों के 16 ग्राम शामिल है।तीन स्तरों पर प्रशिक्षण के पश्चात साकार हुआ विलेज एक्शन प्लान - जिले में राज्य स्तर पर प्रशिक्षित 6 जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर द्वारा जिले के सभी 5 विकासखंड के 10-10 प्रतिभागी कुल 50 विकासखंड मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया। इन सभी विकासखंड स्तर के मास्टर ट्रेनर द्वारा जिले के सभी 308 ग्राम के प्रति ग्राम 5 विलेज स्तर के मास्टर ट्रेनर कुल 1540 जिसमे पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं ग्राम के एक स्कूल शिक्षक को प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रकार जिले में कुल 1596 आदि कर्मयोगी को प्रशिक्षित किया गया। द्वितीय चरण में ग्राम स्तरीय मास्टर ट्रेनर की टीम अपने सम्बंधित ग्रामो में जाकर आदि सहयोगी और आदि साथियों की टीम का निर्माण किया जिसमें ग्राम के उर्जावान युवा, जनजातीय बुजुर्ग, सामाजिक मुखिया, स्वः सहायता समूह की दीदियों, एनआरएलएम के सदस्य एवं ग्रामीण जन शामिल है। इनकी संख्या प्रति ग्राम लगभग 20 चयनित किये गए। इन सभी को विलेज मास्टर ट्रेनर के द्वारा अभियान की जानकारी दी गई साथ ही साथ अभियान के अंतर्गत पूरे गाँव में भ्रमण कर गाँव की वास्तविक विकास की स्थिति आवश्यकताओं का आकलन कर विलेज एक्शन प्लान का निर्माण कराया गया।चयनित 308 ग्रामों में आदि सेवा केंद्र की स्थापना - महासमुंद जिले के सभी चयनित 308 ग्रामों में आदि सेवा केंद्र की स्थापना की गई है। यह केंद्र ग्राम पंचायत भवन या सामुदायिक भवनों में संचालित होंगे। प्रत्येक सप्ताह एक दिन, 2 घंटे के लिए खुलेंगे। यह एक एकल खिड़की कार्यालय की तरह कार्य करेंगे, जहाँ ग्रामीण अपनी समस्याएँ या मांगों से संबंधित आवेदन प्रस्तुत कर सकेंगे। संबंधित विभागों के अधिकारी इन दिनों गाँव में उपस्थित होकर निदान एवं चर्चा-परिचर्चा करेंगे। प्रत्येक केंद्र पर पंजी संधारित की जा रही है, जिसमें आवेदन, अधिकारियों की उपस्थिति और चर्चा के विषय दर्ज होंगे।विलेज एक्शन प्लान से डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान की ओर - 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जी के जन्मदिवस के अवसर पर सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन कर इस विलेज एक्शन प्लान विजन 2030 का अनुमोदन भी कराया गया, अनुमोदन के पश्चात वर्तमान में जिले के सभी 308 ग्राम का विलेज एक्शन प्लान का निर्माण कर उसे अभियान के वेबसाइट पर अपलोड भी कर दिया गया। ग्राम सभा से अनुमोदन के पश्चात सभी विलेज एक्शन प्लान का जिला कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों के समिति के द्वारा निरीक्षण किया जाएगा एवं आवश्यक सुधार करते हुए विजन 2030 को ध्यान में रखते हुए डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान का निर्माण किया जाएगा।सेवा पर्व में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन - जिले में अभियान के अंतर्गत 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक सेवा पर्व एवं आदि कर्मयोगी सेवा अभियान रखा गया था जिसमें अलग-अलग विभागो के द्वारा विभागीय गतिविधियों का संचालन किया गया, जिसमें प्रथम दिवस आदि सेवा केन्द्रों के शुभारम्भ से लेकर अंतिम दिवस आदि शपथ, स्वच्छता अभियान, आयुष्मान कार्ड निर्माण, पौध वितरण, पशुओं का टीकाकरण, स्वास्थ्य शिविर, दिव्यांग शिविर लगाया गया एवं श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
- - समाज प्रमुख हुए शामिल, विभिन्न विकास एवं आवश्यकताओं पर हुई चर्चा
- समाज के विकास हेतु बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति पर सामूहिक सहभागिता करें सुनिश्चित
मोहला । कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के जनजातीय समाज प्रमुखों की बैठक आयोजित हुई। जिसमें भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत जिला एवं जिले के 245 आदि ग्रामों के लिए विलेज विजन प्लान 2030 तैयार करने के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में ग्राम स्तर पर बुनियादी सुविधाओं के विस्तार और जनजातीय क्षेत्रों में स्थायी एवं समावेशी विकास हेतु विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री जीआर मरकाम सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्री कुर्रे सहित जनजातीय समाज प्रमुख उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने उपस्थित समाज प्रमुखों से समाज के विकास हेतु बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति पर कार्य करने हेतु सामूहिक सहभागिता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होने कहा कि समाज के समग्र विकास हेतु संगठित समाज महत्वपूर्ण है। सामाजिक एकता के फलस्वरूप हम समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकते है। उन्होंने जिले एवं ग्राम विकास हेतु समाज प्रमुखों से सुझाव भी लिए। इस दौरान जिला एक्शन प्लान 2030 पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें समाज प्रमुखों से जल संरक्षण, नशा मुक्ति, सिंचाई साधनों का विकास, मवेशियों के लिए सुरक्षित स्थल निर्माण, कृषि एवं उद्यानिकी महाविद्यालय की आवश्यकता, प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु कोचिंग सेंटर, खेल सुविधाओं का विस्तार, परिवहन सुविधा सुदृढ़ीकरण, सामाजिक विषमता के समाधान, एफपीओ गठन, पारिवारिक बिखराव में कमी, दुग्ध सहकारी समिति एवं पर्यटन समिति का गठन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
इसके अतिरिक्त लाइवलीहुड कॉलेज की स्थापना, आर्थिक सशक्तिकरण, सामुदायिक भवनों से आर्थिक उन्नति, माता छुरिया मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने, सीएफआर अंतर्गत इको-टूरिज्म, करियर गाइडेंस, मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता, स्वायल सब-सेंटर, स्पोर्ट्स एसोसिएशन का गठन, पर्यावरण संरक्षण, वन प्रबंधन, आग पट्टी का चिन्हांकन, प्रत्येक गांव में पर्यावरण मित्र की नियुक्ति, गोटुल शिक्षा के माध्यम से जनजातीय संस्कृति का संरक्षण, वन संसाधन आधारित आय, स्वावलंबी भवन की संकल्पना, डिजिटल सुविधा, कॉलेज छात्रों के लिए बस पास की सुविधा, विद्यालयों में फस्र्ट एड किट, वन धन केंद्रों का संचालन, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार एवं जाति प्रमाण पत्र जैसी आवश्यकताओं पर भी चर्चा की गई। बैठक का उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता के साथ जिले के सर्वांगीण विकास हेतु एक सशक्त विजन प्लान 2030 तैयार करना रहा। - रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने आज महिला और बाल कल्याण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और नई रणनीतियों पर विचार-विमर्श के लिए आयोजित राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया।केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में देश के सभी राज्यों के महिला एवं बाल विकास मंत्रीगण और विभागीय सचिव उपस्थित रहे। बैठक में महिला और बाल कल्याण से जुड़ी प्रमुख योजनाओं, पोषण अभियान, सुरक्षा एवं सशक्तिकरण नीतियों और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा हुई। राज्यों से प्राप्त अनुभवों और सुझावों को साझा किया गया, ताकि योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। इस अवसर पर श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ महिला और बाल कल्याण के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। इस कार्यशाला से प्राप्त सुझावों और अनुभवों का लाभ राज्य की योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी।
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मॉनिटरिंग कर समुचित सफाई करवाने दिए आवश्यक निर्देश
रायपुर/ आज रायपुर नगर पालिक निगम के आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देश पर नगर निगम जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वी पटेल ने महादेवघाट के समीप नगर निगम रायपुर के विसर्जन कुण्ड की सफाई व्यवस्था का माँ दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के दौरान वहाँ पहुंचकर प्रत्यक्ष निरीक्षण उपअभियंता श्री रमेश पटेल, स्वच्छता निरीक्षक श्री रितेश झा की उपस्थिति में किया और विसर्जन कुण्ड की लगातार सतत मॉनिटरिंग करते हुए समुचित सफाई व्यवस्था किया जाना प्राथमिकता के साथ माता भक्तों और श्रद्धालुओं की मूर्ति विसर्जन की सुविधा की दृष्टि से करने निर्देशित किया. - -मार्च 2026 तक सशस्त्र माओवाद होगा समाप्त: उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा-किष्टाराम में मिनी स्टेडियम व मंगलागुड़ा में बनेगा पुलियारायपुर । छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा और अपने एकदिवसीय प्रवास पर किष्टाराम पहुँचे। यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की नवीन शाखा का लोकार्पण किया। इस अवसर पर बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ग्रामीणों से भेंटकर उनकी कुशलक्षेम पूछा और शासकीय योजनाओं के लाभ के विषय में जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें शासकीय योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है।नई बैंक शाखा से आठ ग्राम पंचायतों के 42 गांव और 10 हज़ार से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने शाखा का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और कहा कि अब ग्रामीणों को डिजिटल बैंकिंग, लेन-देन और शासकीय योजनाओं की राशि प्राप्त करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि किष्टाराम छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर नहीं, बल्कि पहला गाँव है जहाँ से प्रदेश की विकास यात्रा प्रारंभ होती है। हमारी सरकार मार्च 2026 तक माओवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी भटके हुए युवाओं से अपील है कि समाज की मुख्यधारा में लौटकर विकास में भागीदार बनें। कार्यक्रम में 5 हितग्राहियों को ग्रामीण बैंक का नवीन पासबुक प्रदान किया गया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने घोषणा किया कि कोंटा से गोलापल्ली होते हुए किष्टाराम तक सड़क निर्माण जल्द शुरू होगा। किष्टाराम में मिनी स्टेडियम और मंगलागुड़ा में पुलिया निर्माण की भी घोषणा की गई।उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि 12वीं पास बहनों को “बैंक सखी” बनाया जाएगा और युवाओं को सीएससी सेंटर की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में सीएससी सेंटर स्थापित होंगे, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और ग्रामीण आसानी से शासन की योजनाओं का लाभ ले पाएंगे।बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार ने महतारी वंदन योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, किसानों की ऋण माफी जैसी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीणों को सीधा लाभ पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि बस्तर की पहचान बस्तर का युवा ही होगा, बाहरी कोई नहीं। बस्तर ओलंपिक और बस्तर पांडुम जैसे आयोजनों का उल्लेख करते हुए उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपनी प्रतिभा दिखाकर बस्तर का गौरव बढ़ाएँ। कार्यक्रम में कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, आईजी बस्तर श्री पी. सुंदरराज, डीआईजी श्री कमलोचन कश्यप, कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव, पुलिस अधीक्षक श्री किरण चव्हाण, श्री मोहित सिंघल (क्षेत्रीय प्रबंधक जगदलपुर छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक), सहित जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
- रायपुर । छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 1168.7 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक दंतेवाड़ा जिले में सर्वाधिक 1597.8 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 538.7 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 1102.1 मि.मी., बलौदाबाजार में 971.0 मि.मी., गरियाबंद में 1170.0 मि.मी., महासमुंद में 1012.0 मि.मी. और धमतरी में 1101.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 1160.1 मि.मी., मुंगेली में 1133.0 मि.मी., रायगढ़ में 1346.0 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 1087.2़ मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1368.1 मि.मी., सक्ती में 1246.0 मि.मी., कोरबा में 1140.0 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 1059.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 906.0 मि.मी., कबीरधाम में 836.8 मि.मी., राजनांदगांव में 982.2 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1428.0 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 885.8 मि.मी. और बालोद में 1272.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 772.7 मि.मी., सूरजपुर में 1150.5 मि.मी., बलरामपुर में 1543.0 मि.मी., जशपुर में 1063.6 मि.मी., कोरिया में 1209.2 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1100.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 1589.5 मि.मी., कोंडागांव जिले में 1159.6 मि.मी., कांकेर में 1363.1 मि.मी., नारायणपुर में 1423.0 मि.मी., सुकमा जिले में 1255.5 मि.मी. और बीजापुर जिले में 1593.6 मि.मी. की औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
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-अधिक से अधिक प्रतिभागियों को भाग लेने की अपील
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप खेलों को नई ऊर्जा देने और छत्तीसगढ़ में खेल संस्कृति विकसित करने की पहल लगातार की जा रही है। इसी कड़ी में जशपुर जिले में छत्तीसगढ़ स्टेट लेवल ओपन चेस टूर्नामेंट का आयोजन 11 से 13 अक्टूबर तक कराया जा रहा है। भारत में शतरंज का इतिहास अत्यंत गौरवशाली रहा है। यह खेल हमारी प्राचीन संस्कृति और ज्ञान की गहराई को दर्शाता है। शतरंज की शुरुआत भारत में ही चतुरंग नाम के खेल से हुई थी। कालांतर में यह पूरे विश्व में फैला। आधुनिक रूप में आने के बाद आज विश्वभर में इसे चेस के नाम से जाना जाता है। भारत के खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का गौरव बढ़ाया हैं। विश्वनाथन आनंद ने पहली बार भारत को विश्व चौंपियन बनाकर शतरंज की दुनिया में एक नई पहचान दिलाई और वे पांच बार वर्ल्ड चौंपियन बने। उनके बाद कोनेरू हंपी, हरिका द्रोणावल्ली, अर्जुन एरिगैसी, आर. प्राज्ञनानंदा, डी. गुकेश जैसे युवा खिलाड़ी भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहे हैं।यह टूर्नामेंट छत्तीसगढ़ राज्य शतरंज संघ के मार्गदर्शन और गाईडलाइन का पालन करते हुए कराया जा रहा है। जशपुर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जशपुर की प्रतिभाएं शतरंज के क्षेत्र में आगे आकर देश का नाम रोशन कर सकतीं हैं। जिला प्रशासन द्वारा सभी जिले के प्रतिभावान खिलाड़ियों को जशपुर में आयोजित होने जा रहे इस टूर्नामेंट में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने और जशपुर की प्राकृतिक वादियों का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया है। पुरस्कार के रूप में विभिन्न श्रेणियों में कुल दो लाख इक्यावन हजार रुपए की नकद राशि और ट्रॉफी, 38 विजेता प्रतिभागियों को प्रदान की जाएगी, साथ ही उन्हें सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे। जिला प्रशासन के द्वारा सर्वप्रथम पंजीयन करने वाले 50 पुरुष और 30 महिला खिलाड़ियों को डॉरमेट्री आधारित निःशुल्क आवास उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही खिलाड़ियों को रियायती दरों पर लॉज, होटल तथा टूर्नामेंट स्थल पर रियायती दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिले के निवासी इस टूर्नामेंट में प्रवेश ले सकते हैं। जशपुर जिले के स्थायी निवासियों के लिए प्रवेश शुल्क 100 रूपए और अन्य जिलों के निवासियों के लिए 500 रूपए रखा गया है। प्रवेश की अंतिम तिथि 6 अक्टूबर तक है । 6 अक्टूबर के बाद प्रवेश के लिए 250 रुपए अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा। 9 अक्टूबर के बाद प्रवेश पुरी तरह बंद हो जाएगा। टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट चेस एसोसिएशन में वर्ष 2025-26 के लिए लागू शुल्क जमा कर सदस्यता लेनी होगी। जशपुर जिले के निवासियों के लिए 75 रुपए और अन्य जिले के निवासियों के लिए यह पंजीयन शुल्क 150 रूपए है। जिन खिलाड़ियों ने पहले से सदस्यता ली हुई है उन्हें दुबारा पंजीयन करने की आवश्यकता नहीं होगी। आयोजन समिति के सचिव और जिला खेल अधिकारी समीर बड़ा से प्राप्त जानकारी के अनुसार जशपुर में ओपन टूर्नामेंट आयोजित हो रहा है, इसमें छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों के सभी आयु वर्ग के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं। यह टूर्नामेंट जशपुर के बालाजी मंदिर के पास स्थित कम्युनिटी हॉल में आयोजित होना है। - -धरना, प्रदर्शन, सभा, रैली, जुलूस, नारेबाजी इत्यादि पूर्णतः प्रतिबंधितकांकेर ।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 के धारा 163 (1) (2) के अंतर्गत कलेक्ट्रेट परिसर तथा परिसर के आसपास 200 मीटर की परिधि में लोक शांति एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 01 अक्टूबर से 30 नवम्बर 2025 तक कुल 60 दिवस की अवधि के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। इस अवधि के दौरान कलेक्टर परिसर एवं परिसर की आसपास के 200 मीटर के दूरी को धरना, प्रदर्शन, सभा, रैली, जुलूस, नारेबाजी इत्यादि के लिए पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है।
- कांकेर । शिक्षित बेरोजगार युवाओं को निजी संस्थानों में नियोजित करने के उद्देश्य से 09 एवं 10 अक्टूबर को राज्य स्तरीय रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। इस मेले में राज्य एवं राज्य से बाहर काम कर रही 114 कंपनियां युवाओं को 8 से 10 हजार जॉब देंगी। रोजगार मेले में भाग लेने के लिए वर्ष 2022, 2023, 2024 एवं 2025 में उत्तीर्ण सभी दसवीं, बारहवीं, आईटीआई एवं डिप्लोमा धारक विद्यार्थी रोजगार कार्यालय के वेबसाइट erojgar.cg.gov.in पर ऑनलाईन पंजीयन कर सकते हैं। इसके लिए शासकीय महिला आईटीआई कांकेर में 06 एवं 07 अक्टूबर को पंजीयन एवं साक्षात्कार हेतु मार्गदर्शन शिविर का आयोजन किया जाएगा। आईटीआई उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थी जिनका पंजीयन नहीं हुआ है। ऐसे इच्छुक अभ्यर्थी अपना शैक्षणिक दस्तावेज, आधार कार्ड, रोजगार पंजीयन एवं दो पासपोर्ट साइज फोटो लेकर उपस्थित हो सकते हैं।
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- ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति जताया आभार
रायपुर ।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में संचालित सीएम कैंप कार्यालय, बगिया ने एक बार फिर अपनी त्वरित पहल से आमजन का विश्वास अर्जित किया है। विकासखंड फरसाबहार के ग्राम अंकिरा और भगोरा के ग्रामीणों ने बिजली ट्रांसफार्मर खराब होने की समस्या का त्वरित निदान सीएम कैंप कार्यालय बगिया की पहल पर हुआ है। उक्त दोनों गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल हो गयी है।कैंप कार्यालय ने उक्त दोनों गांव में ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने की शिकायत प्राप्त होते ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को उक्त समस्या के निदान के निर्देश दिए थे। कैंप कार्यालय के त्वरित पहल से समस्या के समाधान से प्रसन्न ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया है।सीएम कैंप कार्यालय, बगिया आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण का भरोसेमंद केंद्र बन चुका है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्याओं के समाधान के लिए यहां पहुँचते हैं। बिजली, सड़क, पेयजल या विकास कार्यों से जुड़ी समस्याओं पर कार्यालय द्वारा गंभीरता से संज्ञान लिया जाता है और तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है। जनसमस्याओं को लेकर सीएम कैंप कार्यालय की सक्रिय पहल से ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास को और मजबूत हुआ है। सीएम कैंप कार्यालय की बदौलत आमजन में यह विश्वास जगा है कि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान होगा। - रायपुर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट द्वारा विपणन सत्र 2026-27 के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को स्वीकृति प्रदान किए जाने पर आभार व्यक्त कर कहा है कि देश के अन्नदाताओं को लगातार समृद्ध और सशक्त बनाने का कार्य मोदी सरकार कर रही है।भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री ठाकुर ने प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में मातृ-शक्ति के साथ ही गरीब और किसानों के आर्थिक व सामाजिक सशक्तीकरण के लिए क्रांतिकारी कदम सतत उठाए गए हैं और उठाए जा रहे हैं। नि:संदेह यह सरकार छत्तीसगढ़ को प्रगति के पथ पर अग्रसर करेगी।
- रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने छत्तीसगढ़वासियों को विजयादशमी पर्व की शुभकामनाएँ और बधाई दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने अपने शुभकामना संदेश में छत्तीसगढ़ के सभी भाइयों-बहनों व माताओं को अधर्म पर धर्म की जीत, असत्य पर सत्य की जीत के महापर्व विजयादशमी व दशहरा पर्व की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भगवान श्री राम छत्तीसगढ़ के जन-जन को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान कर सभी परिजनों की उत्तरोत्तर प्रगति और कल्याण का मार्ग प्रशस्त करें। हम प्रदेशवासी सौभाग्यशाली हैं कि भगवान श्री राम ने इसी छत्तीसगढ़ के दण्डकारण्य से समूची मानवता को त्याग, संयम और करुणामय सम्वेदना का संदेश दिया है। हम सब मिलकर खुशहाल छत्तीसगढ़, समृद्ध छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में काम करें।
- -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय वित्त मंत्री के प्रति किया आभार व्यक्तरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य के लिए कर हस्तांतरण (Tax Devolution) अंतर्गत 3,462 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान करने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नवरात्रि एवं दशहरा जैसे पावन अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा दिया गया यह आबंटन छत्तीसगढ़ की जनता के लिए वास्तव में एक अनमोल उपहार है। यह राशि राज्य की वित्तीय संसाधनों को और अधिक सुदृढ़ करेगी, विकास परियोजनाओं को गति प्रदान करेगी तथा लोककल्याणकारी योजनाओं को नई ऊर्जा देगी।उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार छत्तीसगढ़ को प्रगति और समृद्धि की नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए सतत प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि इस सहयोग से प्रदेशवासियों का जीवन और अधिक खुशहाल एवं सुरक्षित बनेगा।उल्लेखनीय है कि आगामी त्यौहारी मौसम को देखते हुए और राज्यों को पूंजीगत व्यय में तेजी लाने और उनके विकास/कल्याण संबंधी व्यय को वित्तपोषित करने में सक्षम बनाने के लिए, केंद्र सरकार ने 1 अक्टूबर, 2025 को राज्य सरकारों को 1,01,603 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर हस्तांतरण जारी किया है। यह 10 अक्टूबर 2025 को जारी किए जाने वाले सामान्य मासिक हस्तांतरण के अतिरिक्त है ।
- -विजयादशमी का पर्व आज हिंसा और भ्रम पर विकास और विश्वास की विजय का साक्षी – मुख्यमंत्री विष्णुदेव सायरायपुर। धर्म और न्याय की विजय का प्रतीक विजयादशमी का पर्व इस बार छत्तीसगढ़ में हिंसा और भ्रम पर विकास और सुशासन की ऐतिहासिक विजय का भी प्रतीक बन गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर में 103 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए कहा कि यह कदम प्रदेश के शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य की दिशा में एक निर्णायक पड़ाव है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार की “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025” और “नियद नेल्ला नार योजना” ने लाल आतंक के भ्रम से भटके लोगों के दिलों में विश्वास और आशा का दीप प्रज्वलित किया है। “पूना मारगेम अभियान” से प्रेरित होकर बीजापुर में कुल 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें से 49 नक्सली वे भी हैं, जिन पर कुल 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपए तक का इनाम घोषित था।मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को नई शुरुआत के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। साथ ही, नक्सल उन्मूलन नीति के अंतर्गत उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर दिया जा रहा है। अब तक 1890 से अधिक माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जो सरकार की नीतियों की प्रभावशीलता और जनता के विश्वास का प्रत्यक्ष प्रमाण है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूर्ण उन्मूलन किया जाएगा और आत्मसमर्पित लोगों को सुरक्षित, सम्मानजनक एवं उज्ज्वल भविष्य दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन केवल बस्तर की धरती तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के शांतिपूर्ण, समृद्ध और विकसित भविष्य की ओर एक सशक्त कदम है।
- -राम ने युद्ध में जीत हासिल इसीलिए की क्योंकि वे सत्य के साथ थे – मुख्यमंत्री श्री साय-विजयादशमी उत्सव में शामिल हुए राज्यपाल एवं मुख्यमंत्रीरायपुर। राजधानी रायपुर के डब्ल्यू.आर.एस. कॉलोनी के विशाल मैदान में इस वर्ष भी परंपरा और आस्था के साथ भव्य दशहरा उत्सव का आयोजन किया गया। 55 वर्षों से लगातार आयोजित हो रहा यह उत्सव इस बार और भी ऐतिहासिक रहा, जिसमें राज्यपाल श्री रमेन डेका, राज्य की प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय विशेष रूप से शामिल हुए।समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ आज नक्सलवाद से बाहर निकलते हुए शांति और विकास की ओर अग्रसर है। प्रदेश की जीडीपी वृद्धि और देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में जनता की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अंतिम व्यक्ति का उत्थान ही वास्तविक विकास है और यही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की परिकल्पना भी थी।राज्यपाल ने विजयादशमी का संदेश स्पष्ट करते हुए कहा कि यह पर्व केवल रावण दहन का नहीं, बल्कि जीवन का संदेश है। रावण चाहे कितना भी बलवान क्यों न रहा हो, उसके अहंकार का अंत हुआ और जीत सत्य की हुई। बुराई कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अच्छाई हमेशा विजयी होती है।उन्होंने कहा कि हमें केवल मैदान में रावण का पुतला नहीं जलाना चाहिए, बल्कि अपने भीतर के रावण काम, क्रोध, लोभ, ईर्ष्या और घमंड—को भी समाप्त करना होगा। यही सही अर्थों में दशहरा पर्व का पालन होगा।गांधी जयंती का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दशहरा हमें बुराई का अंत करने की शिक्षा देता है और गांधी जयंती हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। जब ये दोनों विचार साथ आते हैं तो समाज में प्रेम, भाईचारा और शांति कायम होती है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भगवान श्रीराम, माता सीता और सनातन धर्म की जयकार के साथ सभा को विजयादशमी की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यू.आर.एस.कालोनी दशहरा उत्सव समिति इस आयोजन को भव्य रूप से संपन्न करती आ रही है और यह उत्सव अब ऐतिहासिक स्वरूप ले चुका है।मुख्यमंत्री ने कहा कि रावण के पास मेघनाद और कुंभकरण जैसे शक्तिशाली योद्धा थे, जबकि श्रीराम के साथ साधारण वानर सेना थी। इसके बावजूद विजय श्रीराम की हुई क्योंकि वे सत्य के साथ थे।इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। स्वागत भाषण विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने और आभार प्रदर्शन आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री जी. स्वामी ने किया।समारोह में 103 फीट ऊँचे रावण के पुतले का दहन इस आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा। रंगीन आतिशबाजी और भव्य प्रस्तुति देखने हजारों लोगों की भीड़ मैदान में उमड़ी। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। समारोह के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। समिति की सदस्य श्रीमती सरस्वती मिश्रा ने प्रथम महिला रानी डेका काकोटी को विशेष स्मृति चिन्ह प्रदान किया।


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