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पेरिस. चेक गणराज्य की कैटरीना सिनियाकोवा और टॉमस मचाक ने शुक्रवार रात को यहां टाईब्रेकर तक खिंचे मैच में जीत दर्ज करके पेरिस ओलंपिक की टेनिस प्रतियोगिता का मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता। सिनियाकोवा और मचाक ने फाइनल में चीन के वांग ज़िन्यू और झांग झिझेन को 6-2, 5-7, 10-8 से हराया। ओलंपिक युगल में मानक तीसरे सेट के बजाय टाईब्रेकर का उपयोग किया जाता है। इनमें से कम से कम दो अंक का अंतर रखकर पहले 10 अंक बनने वाली टीम विजेता बनती है। सिनियाकोवा का ओलंपिक में यह दूसरा स्वर्ण पदक है। उन्होंने तीन साल पहले तोक्यो ओलंपिक खेलों में बारबोरा क्रेजिसिकोवा के साथ मिलकर महिला युगल का स्वर्ण पदक जीता था। सिनियाकोवा युगल विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कुल नौ ग्रैंड स्लैम ट्रॉफियां जीती हैं।
कनाडा की गैब्रिएला डाब्रोवस्की और फेलिक्स ऑगर अलियासिमे ने मिश्रित युगल का कांस्य पदक जीता। उन्होंने नीदरलैंड की डेमी शूअर्स और वेस्ले कूलहोफ को 6-3, 7-6 (2) से हराया। -
पेरिस. अपने अंतिम पूल मैच में तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया पर ऐतिहासिक जीत के बाद आत्मविश्वास से भरपूर भारत रविवार को यहां पेरिस ओलंपिक की पुरुष हॉकी प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ जीत की इस लय को कायम रखने की कोशिश करेगा । भारत ने पूल बी के अपने आखिरी मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराकर ओलंपिक में इस टीम के खिलाफ आधी सदी से अधिक (52 वर्षों) समय से चले आ रहे जीत के इंतजार को खत्म किया। भारत ने आस्ट्रेलिया को इससे पहले 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में हराया था ।
ऑस्ट्रेलिया पर जीत के साथ ही भारत भारत पूल बी में मौजूदा ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम के बाद दूसरे स्थान पर रहा, जबकि ग्रेट ब्रिटेन पूल ए में तीसरे स्थान पर था। भारतीय टीम पहले दो क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी तरह से हावी दिखी और उसने लगातार आक्रामक खेल से मैच की गति को नियंत्रित किया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के प्रदर्शन का मुख्य आकर्षण मनप्रीत सिंह तथा उप-कप्तान हार्दिक सिंह के नेतृत्व वाले मिडफील्ड और गुरजंत सिंह तथा सुखजीत सिंह अग्रिम पंक्ति के बीच शानदार समन्वय था। गुरजंत और सुखजीत ने अपने खेल से ऑस्ट्रेलिया की रक्षा पंक्ति को दबाव में रखा। तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ एक बार फिर से हर विभाग में बढ़त बनाने की कोशिश करेगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभिषेक फॉरवर्ड लाइन में सक्रिय थे और उन्होंने टूर्नामेंट में अपना दूसरी बार मैदानी गोल कर भारत को बढ़त दिलायी। कप्तान हरमनप्रीत कौर का कमाल का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी जारी रहा और उन्होंने इस मैच में दो गोल दागे। भारतीय कप्तान के नाम पेरिस ओलंपिक में अब छह गोल हो गये हैं। अमित रोहिदास और जरमनप्रीत सिंह ने रक्षापंक्ति में शानदार जज्बा दिखाया तो वहीं अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रहे अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश गोल के सामने दीवार की तरह खड़े रहे और कई बचाव किए। भारतीय टीम को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ एक बार फिर से उन से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंद को भारतीय रक्षापंक्ति से मिडफील्ड और फिर अग्रिम पंक्ति की पकड़ में जाते देखना शानदार था। भारतीय खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में ‘एरियल' पास का बेहतरीन इस्तेमाल किया था और टीम ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ भी इसका प्रभावी इस्तेमाल करना चाहेगी। ओलंपिक में लगातार दूसरे पदक से दो जीत दूर भारतीय टीम के कोच क्रेग फुल्टोन को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ टीम के खिलाड़ियों से एक और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया पर जीत के बाद कहा, ‘‘यह एक अहम मैच था। हमें क्वार्टर फाइनल से पहले इस तरह के मैच की जरूरत थी। हमने शुरू से ही उन्हें दबाव में रखा। ऑस्ट्रेलिया को हराना गर्व की बात है।'' क्वार्टर फाइनल के अन्य मैचों में बेल्जियम का मुकाबला स्पेन से, ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला नीदरलैंड से और जर्मनी का सामना अर्जेंटीना से होगा। -
नई दिल्ली। भारत के धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत की मिश्रित युगल तीरंदाजी जोड़ी ने पेरिस ओलंपिक की तीरंदाजी स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पाब्लो गोंजालेस और ईलिया केनालेस की स्पेन की जोड़ी को 5-3 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। भारतीय जोड़ी अब तीरंदाजी में देश के पहले ओलंपिक पदक से एक जीत दूर है।क्वालीफिकेशन दौर में पांचवें स्थान पर रहने वाले धीरज और अंकिता ने पाब्लो और ईलिया की जोड़ी को 38-37, 38-38, 36-37, 37-36 से हराया। स्पेन की 13वीं वरीय जोड़ी ने भारतीय जोड़ी को कड़ी टक्कर दी। पाब्लो और ईलिया ने प्री क्वार्टर फाइनल में चीन की चौथी वरीय जोड़ी को हराकर उलटफेर किया था। धीरज और अंकिता ने पहला सेट 38-37 से जीता। धीरज ने अपने दोनों निशानों पर 10 अंक जुटाए जबकि अंकिता ने नौ-नौ अंक हासिल किए। दूसरा सेट 38-38 से बराबर रहा।
धीरज और अंकिता ने हालांकि तीसरा सेट 36-37 से गंवा दिया जिससे स्कोर 3-3 हो गया। पाब्लो और ईलिया ने 10-10 अंक के साथ शुरुआत की जिसके जवाब में धीरज और अंकिता दोनों ने नौ अंक जुटाए। पाब्लो ने दूसरे प्रयास में आठ जबकि ईलिया ने नौ अंक जुटाए। अंकिता हालांकि इसके बाद आठ अंक ही जुटा सकीं जिससे धीरज के 10 अंक पर निशाना साधने के बावजूद भारत ने सेट गंवा दिया।चौथे और निर्णायक सेट में अंकिता ने नौ और धीरज ने 10 अंक से शुरुआत की। पाब्लो और ईलिया क्रमश: नौ और आठ अंक से 17 अंक ही जुटा सके। दूसरे प्रयास में अंकिता ने आठ अंक बनाए लेकिन धीरज ने 10 अंक जुटाए। पाब्लो और ईलिया दोनों को टाईब्रेक के लिए 10 अंक जुटाने थे लेकिन पाब्लो का निशाना नौ अंक पर लगा।इससे पहले भारतीय जोड़ी ने प्री क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की डायनंदा चोइरुनिसा और आरिफ पंगेस्तु की जोड़ी को 5-1 से शिकस्त दी। भारतीय जोड़ी ने पहले सेट को 37-36 से जीतने के बाद दूसरा सेट 38-38 से बराबर किया। तीसरे सेट में अंकिता के दोनों निशाने 10 अंक पर लगे जिससे भारत ने 12वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी के खिलाफ 38-37 से जीत के साथ मैच अपने नाम कर लिया। - नई दिल्ली। मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक खेलों में भारत के लिए अभूतपूर्व तीसरे पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को यहां निशानेबाजी की 25 मीटर महिला पिस्टल स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया लेकिन ईशा सिंह प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। अनंतजीत सिंह नरूका पुरुष स्कीट क्वालीफिकेशन के पहले दिन खराब शुरुआत के बाद 30 निशानेबाजों के बीच 26वें स्थान पर हैं।मनु ने प्रिसिजन में 294 और रेपिड में 296 अंक के साथ कुल 590 अंक जुटाकर क्वालीफिकेशन में दूसरा स्थान हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। मनु ने प्रिसिजन दौर में 10-10 निशानों की तीन सीरीज में क्रमश: 97, 98 और 99 अंक जुटाए। रेपिड दौर में उन्होंने तीन सीरीज में 100, 98 और 98 अंक हासिल किए।हंगरी की मेजर वेरोनिका ने 592 अंक के साथ ओलंपिक के क्वालीफिकेशन रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। ईशा प्रिसिजन में 291 और रेपिड में 290 अंक के साथ कुल 581 अंक जुटाकर 18वें स्थान पर रहीं और आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह नहीं बना सकीं। उन्होंने प्रिसिजन की पहली दो सीरीज में 95 और 96 अंक जुटाने के बाद 100 अंक के साथ जोरदार वापसी की लेकिन रेपिड दौर में 97, 96 और 97 अंक ही जुटा सकीं।इस स्पर्धा का फाइनल शनिवार तीन अगस्त को खेला जाएगा। क्वालीफिकेशन के प्रिसिजन दौर के बाद मनु और ईशा क्रमश: तीसरे और 10वें स्थान पर थे। प्रिसिजन दौर में शीर्ष दो स्थान पर रहीं वेरोनिका और फ्रांस की कैमिली जेद्रेजेवस्की ने भी मनु के समान 294 अंक जुटाए लेकिन दोनों ने ‘एक्स’ (लक्ष्य का केंद्र) पर अधिक निशाने लगाकर पहले दो स्थान पर कब्जा जमाया।मनु ने ‘एक्स’ पर सात निशाने साधे जबकि वेरोनिका और कैमिली ने क्रमश: 15 और 13 बार ऐसा किया। मनु ने पेरिस खेलों में व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिश्रित टीम वर्ग में भी कांस्य पदक जीता। वह एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।दूसरी तरफ पुरुष स्कीट क्वालीफिकेशन के पहले दिन 25-25 निशानों की तीन सीरीज में अनंतजीत 23, 22 और 23 अंक के साथ कुल 68 अंक ही जुटा सके। अनंतजीत ने पहली सीरीज में दो निशाने चूके। वह दूसरी सीरीज में तीन निशाने चूक गए जबकि तीसरी सीरीज में एक बार फिर वह दो निशाने चूके जिससे काफी पिछड़ गए।क्वालीफिकेशन दौर की दो सीरीज अब शनिवार को होंगी जिसके बाद शीर्ष छह निशानेबाज फाइनल में जगह बनाएंगे। अनंतजीत की शीर्ष छह में जगह बनाकर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की संभावना बेहद कम है। अमेरिका के विन्सेंट हेनकॉक 75 में से 75 अंक जुटाकर शीर्ष पर हैं। चार निशानेबाजों ने 74 अंक जुटा लिए हैं।
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नई दिल्ली। कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल और पी आर श्रीजेश की अद्भुत गोलकीपिंग के दम पर भारत ने 52 साल बाद ओलंपिक में आस्ट्रेलिया को हराते हुए आखिरी ग्रुप मैच में इस दिग्गज प्रतिद्वंद्वी पर 3 . 2 से जीत दर्ज की । भारत ने आखिरी बार पुरूष हॉकी में ओलंपिक में आस्ट्रेलिया को 1972 म्युनिख खेलों में हराया था। वहीं सिडनी ओलंपिक 2000 में आस्ट्रेलिया से 2 . 2 से ग्रुप मैच ड्रॉ रहा था ।
आस्ट्रेलिया ने तोक्यो ओलंपिक 2021 में ग्रुप मैच में भारत पर 7 . 1 से जीत दर्ज की थी । तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भारत के लिये जहां श्रीजेश ने सही मायने में ‘दीवार’ की तरह काम करते हुए असंख्य गोल बचाये तो हर मैच में गोल करते आये हरमनप्रीत ने उस सिलसिले को बरकरार रखा। वहीं पहली बार ओलंपिक खेल रहे डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह और फॉरवर्ड अभिषेक ने विरोधी के रसूख से विचलित हुए बिना बेखौफ हॉकी खेली ।भारत के लिये अभिषेक ने 12वें, हरमनप्रीत ने 13वें और 32वें मिनट में गोल किये । आस्ट्रेलिया के लिये क्रेग थॉमस ने 25वें और ब्लैक गोवर्स ने 55वें मिनट में गोल दागा । इस जीत से भारतीय हॉकीप्रेमियों के उन जख्मों पर मरहम जरूर लगा होगा जो दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 के फाइनल में 8 . 0 और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल फाइनल में 7 . 0 से मिली हार के बाद मिले थे ।इस मैच से पहले ओलंपिक में भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 मैचों में से सिर्फ तीन (1960 रोम क्वार्टर फाइनल, 1964 तोक्यो सेमीफाइनल और 1972 म्युनिख ग्रुप मैच) मैच जीते थे जबकि आस्ट्रेलिया ने छह जीते और दो ड्रॉ खेले थे ।भारतीय टीम पूल चरण में तीन जीत , एक ड्रॉ और एक हार के साथ बेल्जियम के बाद दूसरे स्थान पर रही और क्वार्टर फाइनल में उसका सामना पूल ए की तीसरे नंबर की टीम से होगा। भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर से ही काफी आक्रामक खेल दिखाते हुए शुरूआती 15 मिनट में 2 . 0 की बढत बना ली । भारत को पांचवें मिनट में ही गोल करने का मौका मिला जब जरमनप्रीत ने बायें फ्लैंक से सुखजीत को गेंद सौंपी लेकिन वह उसे पकड़ नहीं पाये ।आस्ट्रेलिया को 11वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर जेरेमी हैवर्ड का शॉट बाहर से निकल गया । इसके अगले मिनट भारत ने जवाबी हमला बोला और बेल्जियम के खिलाफ पिछले मैच में गोल करने वाले अभिषेक ने तूफानी शॉट पर गेंद सीधे गोल के भीतर डाल दी । आस्ट्रेलिया के गोलकीपर एंड्रयू चार्टर को समझने का समय ही नहीं मिला ।भारत ने अगले मिनट पर मिले पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत के शानदार गोल से बढत दुगुनी कर ली । हरमनप्रीत का पेरिस ओलंपिक में यह पांचवां गोल था । पहले क्वार्टर में भारत 2 . 0 से आगे था । दूसरे क्वार्टर में आस्ट्रेलियाई टीम ने आक्रामक तेवरों के साथ वापसी की और चौथे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया । इस पर गोवर्स ब्लैक के शॉट को श्रीजेश ने बड़ी चतुराई से बचाया ।अगले ही पल एक और पेनल्टी कॉर्नर पर भी यही कहानी रही लेकिन शॉट शार्प लाचलान का था । आस्ट्रेलिया के लिये पहला गोल 25वें मिनट में क्रेग थॉमस ने पेनल्टी कॉर्नर पर किया । भारत को अगले मिनट पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत गोल नहीं कर सके । तीसरे क्वार्टर में भारत को दूसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत का शॉट बचा लिया गया ।भारतीय टीम ने वीडियो रेफरल लिया जिसके बाद भारत को पेनल्टी स्ट्रोक दिया गया और भारतीय कप्तान ने टूर्नामेंट का अपना छठा गोल करके भारत को 3 . 1 से बढत दिला दी । भारतीय फॉरवर्ड पंक्ति ने अभिषेक की अगुवाई में हमले बोलने का सिलसिला जारी रखा और दूसरी ओर आस्ट्रेलियाई टीम अपने कमजोर पेनल्टी कॉर्नर से जूझती रही ।आस्ट्रेलिया को 45वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर भी बेकार गया । आखिरी पंद्रह मिनट में आस्ट्रेलिया ने वापसी की भरसक कोशिशें की लेकिन भारत ने 51वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया । हरमनप्रीत इस पर हालांकि गोल नहीं कर सके। दो मिनट बार भारत को फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर अमित रोहिदास की फ्लिक को आस्ट्रेलियाई डिफेंडर ने बचा लिया। भारत के लिये इसी मिनट अभिषेक ने गोल कर दिया था लेकिन आस्ट्रेलिया के वीडियो रेफरल पर उसे अमान्य कर दिया गया । आस्ट्रेलिया को 55वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिस पर गोवर्स ने गोल करके आखिरी पांच मिनट के खेल को रोमांचक बना दिया । भारतीय डिफेंस ने आखिरी पांच मिनट जबर्दस्त संयम का प्रदर्शन करते हुए आस्ट्रेलिया के नामचीन स्ट्राइकरों को कोई मौका नहीं दिया । और इसके साथ ही यह मुकाबला भारतीय हॉकी के सुनहरे इतिहास में दर्ज हो गया । -
हैदराबाद. महान बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि जसप्रीत बुमराह उनके पसंदीदा गेंदबाज हैं लेकिन उन्होंने पसंदीदा बल्लेबाज के बारे में पूछने पर विराट कोहली और रोहित शर्मा में से एक को चुनने से इनकार किया । यहां एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान धोनी ने कहा ,‘‘ मेरा पसंदीदा गेंदबाज चुनना आसान है क्योंकि वह बुमराह हैं । बल्लेबाज चुनना कठिन है क्योंकि इतने सारे अच्छे बल्लेबाज हैं । इसके मायने यह नहीं है कि हमारे गेंदबाज अच्छे नहीं है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ बल्लेबाजों में से एक को चुनना कठिन है । मैं किसी एक को नहीं चुनना चाहता । उम्मीद है कि वे सभी रन बनाते रहेंगे ।'' आईपीएल में अपने भविष्य के बारे में उन्होंने कुछ बताने से इनकार किया । उन्होंने कहा ,‘‘ अभी इसमें समय है । देखते हैं कि खिलाड़ियों को बरकरार रखने पर क्या फैसला लेते हैं । अभी गेंद हमारे पाले में नहीं है ।'
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मुंबई. पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा सफेद गेंद के प्रारूप में महेंद्र सिंह धोनी की ही तरह कुशल रणनीतिकार है और इस प्रारूप के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक भी हैं । रोहित की कप्तानी में भारत ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में हराकर टी20 विश्व कप जीता ।
रोहित भारत के सबसे सफल टी20 कप्तान भी बन गए जिनकी कप्तानी में भारत ने 62 में से 49 मैच जीते । धोनी की कप्तानी में भारत ने 72 में से 41 मैच जीते थे । शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू में कहा ,‘‘ हमें यह नहीं भूलना चाहिये कि रोहित कुशल रणनीतिकार है । वह धोनी के साथ सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक होगा ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ अगर आप मुझसे पूछें कि बेहतर कौन है तो मैं कहूंगा कि सफेद गेंद के प्रारूप में दोनों समकक्ष हैं । रोहित के लिये यह बड़ी तारीफ है क्योंकि सभी को पता है कि धोनी ने क्या किया है ।रोहित भी बहुत पीछे नहीं है और टी20 विश्व कप में उसने शानदार कप्तानी की ।'' शास्त्री ने कहा ,‘‘ बल्लेबाजी की बात करें तो सफेद गेंद के प्रारूप में वह दिग्गज है । सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक । किसी भी दौर की सफेद गेंद की टीम में उसकी जगह होगी ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ विराट कोहली से तुलना करें तो कोहली कौशल का महारथी है और रोहित विस्फोटक बल्लेबाज है । वह दुनिया के किसी भी मैदान में छक्के लगा सकता है । स्पिनरों और तेज गेंदबाजों दोनों की बखिया उधेड़ सकता है ।' -
पेरिस. एशियाई खेलों की चैंपियन और पदक की प्रबल दावेदार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी बृहस्पतिवार को यहां पेरिस ओलंपिक की पुरुष युगल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहला गेम जीतने के बावजूद आरोन चिया और सोह वूई यिक की मलेशिया की जोड़ी के खिलाफ शिकस्त के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गई। राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन और दुनिया की पांचवें नंबर की सात्विक और चिराग की जोड़ी को 64 मिनट चले मुकाबले में दुनिया की सातवें नंबर की चिया और सोह जोड़ी के खिलाफ 21-13, 14-21, 16-21 से हार मिली। तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता चिया और सोह के खिलाफ 12 मैच में यह भारतीय जोड़ी की नौवीं हार है। भारतीय जोड़ी ने शुरुआत में ही कुछ सहज गलतियां की जिसका फायदा उठाकर चिया और सोह ने कुछ आसान अंक जुटाए। सात्विक और चिराग हालांकि इसके बावजूद नेट पर अच्छा खेल दिखाते हुए 6-4 की बढ़त बनाने में सफल रहे। भारतीय खिलाड़ियों के स्मैश भी स्टीक थे जिससे मलेशिया की जोड़ी को काफी परेशानी हुई। भारतीय जोड़ी अच्छा खेल दिखाने के साथ बार-बार गलतियां भी कर रही थी जिससे चिया और सोह को वापसी का मौका मिलता रहा। सात्विक और चिराग ने हालांकि ब्रेक तक 11-10 की मामूली बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद भारतीय जोड़ी रंग में नजर आई। सात्विक और चिराग ने लगातार पांच अंक के साथ 15-10 की मजबूत बढ़त बनाई। चिया और सोह ने दबाव में कई शॉट नेट पर और बाहर मारे जिससे सात्विक और चिराग 17-11 से आगे हो गए।
चिराग के स्मैश को 19-12 के स्कोर पर मलेशिया की जोड़ी वापस लौटने में नाकाम रही जिससे भारतीय जोड़ी को आठ गेम प्वाइंट मिले। चिया और सोह ने एक गेम प्वाइंट बचाया लेकिन सात्विक के दमदार स्मैश से भारतीय जोड़ी ने पहला गेम 17 मिन में जीत लिया। दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने बेहतर शुरुआत की। सात्विक और चिराग ने दमदार खेल दिखाकर 4-0 की बढ़त बनाई। मलेशिया की जोड़ी ने हालांकि जोरदार वापसी करते हुए लगातार पांच अंक के साथ 5-4 की बढ़त बना ली। दोनों जोड़ियों के बीच प्रत्येक अंक के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिली जिससे 5-5 से 10-10 तक प्रत्येक अंक पर स्कोर बराबर हुआ। मलेशिया की जोड़ी ब्रेक तक 11-10 से आगे रही। चिया और सोह ने लगातार तीन अंक के साथ 16-12 की बढ़त बनाई। सात्विक और चिराग ने इसके बाद कुछ शॉट बाहर और नेट पर मारे जिससे मलेशिया की जोड़ी ने दूसरा गेम 21-14 से जीतकर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक गेम में खींचा। मलेशिया की जोड़ी ने दूसरे गेम में अंतिम 15 में से 11 अंक जीते। तीसरे गेम की शुरुआत में सात्विक और चिराग का खेल बिखरा हुआ नजर आया जिससे मलेशिया की जोड़ी ने 5-2 की बढ़त बनाई। सात्विक और चिराग हालांकि जल्द ही संभल गए और स्कोर 5-5 कर दिया और फिर ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाने में सफल रही। भारतीय जोड़ी ने बढ़त को 14-11 किया लेकिन चिया और सोह ने इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए 15-15 पर बराबरी हासिल की। मलेशिया की जोड़ी ने 16-16 के स्कोर पर लगातार पांच अंक के साथ गेम और मैच अपने नाम किया और पहली बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचाने वाली भारतीय जोड़ी का पदक जीतने का सपना तोड़ दिया। - स्वप्निल कुसाले ने रचा इतिहास, कांस्य पर लगाया निशाना50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में पदक जीतने वाले पहले भारतीयपेरिस। स्वप्निल कुसाले ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में भारत को कांस्य पदक दिलाया है। यह इस ओलंपिक में शूटिंग में भारत को तीसरा पदक है। स्वप्निल से पहले मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य जीता था। वहीं, मनु ने सरबजोत के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में भी कांस्या अपने नाम किया था। स्वप्निल महिला या पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में ओलंपिक मेडल जीतने वाले पहले भारतीय हैं।
- पेरिस। कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल और गोलकीपर पी आर श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में अपना अपराजेय अभियान जारी रखते हुए आयरलैंड को 2 . 0 से हराकर क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। पहले दो मैचों में कई गलतियां करने वाली भारतीय टीम ने पूल बी के तीसरे मैच में मंगलवार को हाफटाइम तक आयरलैंड पर पूरा दबाव बनाये रखा । कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर पहला और 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर दूसरा गोल किया । पहले मैच में न्यूजीलैंड पर 3 . 2 से मिली जीत में हरमनप्रीत ने 59वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर विजयी गोल दागा था । वहीं रियो ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना के खिलाफ सोमवार को 59वें मिनट में ही उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर तब्दील करके भारत को हार से बचाते हुए मैच 1 . 1 से ड्रॉ कराया था । इस जीत से भारत के तीन मैच में सात अंक हो गए हैं। बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया भी पूल बी में अजेय हैं और दोनों के छह-छह अंक हैं। दोनों मंगलवार को आमने-सामने होंगे। प्रत्येक पूल से चार टीम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। पूल बी से क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली चौथी टीम के लिए मुकाबला अर्जेन्टीना और न्यूजीलैंड के बीच था। अर्जेन्टीना ने न्यूजीलैंड को 2-0 से हराया जिससे उसके चार अंक हो गए हैं। न्यूजीलैंड और आयरलैंड दोनों ने अभी खाता नहीं खोला है और अंकों के आधार पर भारत को नहीं पछाड़ सकते जिससे टीम ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। भारत अब दो अगस्त को आस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘हमें दूसरे हाफ में इतने सारे पेनल्टी कॉर्नर नहीं होने देने चाहिए थे। हमें इस पर काम करना होगा। लेकिन साथ ही हमने एक भी गोल नहीं खाया और यह हमारा पेनल्टी कॉर्नर ‘डिफेंस' बयां करता है। लेकिन हम इतने पेनल्टी कॉर्नर नहीं गंवा सकते।'' सुखजीत ने कहा कि टीम को दूसरे हाफ में गेंद को नियंत्रित करने में संघर्ष करना पड़ा।उन्होंने कहा, ‘‘हम तीसरे क्वार्टर में गेंद को नियंत्रित नहीं कर सके और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया। उनकी टीम अच्छी है, हमें वापसी की उम्मीद थी। फिर भी हमने अंतिम क्वार्टर में बेहतर प्रदर्शन किया। '' पिछले मैच में औसत प्रदर्शन करने वाले अनुभवी मिडफील्डर मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह ने आज बेहतरीन खेल दिखाया और कई अच्छे मूव बनाये । भारत ने पहली बार पहले क्वार्टर में गोल करके बढत बनाई जबकि पिछले दो मैचों में पहला गोल विरोधी टीम ने किया था । इस जीत के बावजूद पेनल्टी कॉर्नर गंवाने की भारत की कमजोरी तीसरे क्वार्टर में फिर उजागर हुई । पहले दो मैचों में 13 पेनल्टी कॉर्नर गंवाने वाली भारतीय टीम ने हाफटाइम तक एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं गंवाया लेकिन तीसरे क्वार्टर में आठ पेनल्टी कॉर्नर गंवाये जिसने गोलकीपर श्रीजेश को व्यस्त रखा । आयरलैंड को इस मैच में दस और भारत को नौ पेनल्टी कॉर्नर और एक स्ट्रोक मिला । अगले दोनों मैच भारत को मौजूदा चैम्पियन बेल्जियम और आस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीमों से खेलने हैं और उससे पहले कोच फुल्टोन को इस कमजोर कड़ी को कसना होगा । पिछले साल भारतीय टीम से जुड़े फुल्टोन आयरलैंड टीम के पूर्व कोच रहे हैं । इसके अलावा 19वें मिनट के बाद भारतीय टीम भी कोई गोल नहीं कर सकी । पेनल्टी कॉर्नर और फील्ड गोल नहीं कर पाने का खामियाजा आगे कठिन मैचों में भुगतना पड़ सकता है । भारतीय टीम ने आक्रामक शुरूआत की और दूसरे ही मिनट में उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला हालांकि हरमनप्रीत इसे गोल में नहीं बदल सके । पहले क्वार्टर में ही 11वें मिनट में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे गोल में बदलने में हरमनप्रीत ने चूक नहीं की । पहले क्वार्टर में आयरलैंड की टीम भारतीय गोल पर हमले बोलने में नाकाम रही ।दूसरे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में भारत बढत दुगुनी करने के करीब पहुंचा जब ललित उपाध्याय दाहिनी ओर से गेंद लेकर आगे बढे लेकिन गोल के सामने उनकी पोजिशन सही नहीं होने से शॉट बार से टकराकर निकल गया । भारत को अगले ही मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और चौथे को हरमनप्रीत ने गोल में बदला जो इस ओलंपिक में उनका चौथा गोल था । हाफटाइम से चार मिनट पहले भारतीय टीम फिर गोल करने के करीब पहुंची लेकिन फॉरवर्ड पंक्ति तालमेल नहीं बिठा सकी और मौका निकल गया । ब्रेक के बाद आयरलैंड की टीम ने आक्रामक शुरूआत की और तीसरे क्वार्टर में लगातार भारतीय सर्कल में प्रवेश किया । पेनल्टी कॉर्नर गंवाने की भारत की कमजोरी एक बार फिर भारी पड़ सकती थी अगर गोलकीपर श्रीजेश मुस्तैद नहीं होते । आयरलैंड को तीसरे क्वार्टर में आठ पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन कामयाबी नहीं मिली । भारत को 34वें मिनट में गोल करने का मौका मिला लेकिन सुखजीत सिंह का शॉट आयरलैंड के गोलकीपर ने बचा लिया । भारत को अगले मिनट दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन पहले पर अमित रोहिदास और दूसरे पर हरमनप्रीत चूके । आयरलैंड को पहला पेनल्टी कॉर्नर 40वें मिनट में मिला जिस पर कोल ली का शॉट श्रीजेश ने बचाया । आयरलैंड ने स्ट्रोक के लिये रेफरल मांगा लेकिन उसे पेनल्टी कॉर्नर ही मिला जिस पर शेन ओडोने का शॉट फिर श्रीजेश ने बचाया । इस बीच भारतीय ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत और रोहिदास फिर दो पेनल्टी कॉर्नर तब्दील नहीं कर सके । आयरलैंड की टीम ने भी अलग अलग पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों को आजमाया लेकिन गोल नहीं मिला ।चौथे क्वार्टर के दूसरे मिनट में आयरलैंड केा फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर कोल ली गोल नहीं कर सके । भारत को भी 50वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया । इसी मिनट भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन आयरलैंड के रेफरल पर उसे रद्द कर दिया गया । भारतीय कप्तान हरमनप्रीत को 52वें मिनट में ग्रीन कार्ड मिलने के कारण दो मिनट के लिये मैदान से जाना पड़ा । आयरलैंड को आखिरी पलों में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन गोल नहीं हो सका ।
- पाल्लेकल,। नए कप्तान सूर्यकुमार यादव (पांच रन पर दो विकेट) और रिंकू सिंह (तीन रन पर दो विकेट) ने हार की कगार पर पहुंचने के बाद अंतिम दो ओवर में शानदार गेंदबाजी करके मैच टाई कराया और फिर वाशिंगटन सुंदर ने सुपर ओवर में सिर्फ एक रन दिया जिससे भारत ने तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय में श्रीलंका को हराकर 3-0 से सूपड़ा साफ किया। अंतिम दो ओवर में जब मेजबान टीम को सिर्फ नौ रन की दरकार थी तब रिंकू (तीन रन पर दो विकेट) और सूर्यकुमार (पांच रन पर दो विकेट) ने आठ रन देकर चार विकेट चटकाते हुए श्रीलंका को आठ विकेट पर 137 रन पर रोककर मुकाबले को टाई कराया। सुंदर ने सुपर ओवर में पहली चार गेंद पर कुसाल परेरा (00) और पथुम निसांका (00) को आउट करके श्रीलंका को एक रन ही बनाने दिया। यह रन कुसाल मेंडिस ने बनाया। सूर्यकुमार ने इसके बाद महीश तीक्षणा की पहली की गेंद पर चौका जड़कर भारत को जीत दिला दी।बारिश के कारण एक घंटा विलंब से शुरू हुए मैच में श्रीलंका की टीम कुसाल मेंडिस (43) की पथुम निसांका (26) के साथ पहले विकेट की 58 और कुसाल परेरा (46) के साथ दूसरे विकेट की 52 रन की साझेदारी से 16वेंओवर में एक विकेट पर 110 रन बनाकर आसान जीत की ओर बढ़ रही थी लेकिन गेंदबाजों ने पासा पलट दिया। भारत की तरफ से स्पिनरों सुंदर और रवि बिश्नोई ने भी क्रमश: 23 और 38 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए।भारत ने इससे पहले नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और तीक्षणा (28 रन पर तीन विकेट) तथा वानिंदु हसरंगा (29 रन पर दो विकेट) की फिरकी के जादू के सामने टीम नौ विकेट पर 137 रन ही बना सकी। सलामी बल्लेबाज और उप कप्तान शुभमन गिल ने सर्वाधिक 39 रन बनाए। उन्होंने रियान पराग (26) के साथ छठे विकेट के लिए 54 रन जोड़कर टीम को खराब शुरुआत से उबारा। अंतिम ओवरों में सुंदर (25) और बिश्नोई (नाबाद 08) ने आठवें विकेट के लिए 32 रन जोड़कर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण कर रहे चामिंदु विक्रमसिंघे (17 रन देकर एक विकेट), असिथा फर्नांडो (11 रन पर एक विकेट) और रमेश मेंडिस (26 रन पर एक विकेट) ने भी एक-एक विकेट चटकाया। अब तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला दो अगस्त से कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेली जाएगी।लक्ष्य का पीछा करने उतरे श्रीलंका को निसांका और कुसाल मेंडिस ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों ने पावर प्ले में बिना विकेट खोए 35 रन जोड़े। निसांका ने तीसरे ओवर में खलील अहमद पर तीन चौके मारे और फिर सुंदर की गेंद को भी बाउंड्री के दर्शन कराए। कुसाल मेंडिस इस बीच 12 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब मोहम्मद सिराज की गेंद पर संजू सैमसन ने उनका कैच टपका दिया। कुसाल मेंडिस ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए बिश्नोई पर दो चौके मारे लेकिन इस लेग स्पिनर के अगले ओवर में निसांका ने लॉन्ग ऑन पर पराग को कैच थमा दिया। कुसाल परेरा ने आते ही तेवर दिखाए। उन्होंने बिश्नोई पर लगातार दो चौके जड़ने के बाद सुंदर और पराग पर भी चौका मारा। परेरा ने सुंदर पर चौके के साथ 15वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया।श्रीलंका को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 30 रन की दरकार थी।बिश्नोई ने कुसाल मेंडिस को पगबाधा करके भारत को दूसरी सफलता दिलाई। उन्होंने 41 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके मारे। सुंदर ने अगले ओवर में हसरंगा (03) को बिश्नोई के हाथों कैच कराया और फिर अगली गेंद पर कप्तान चरिंथ असलंका (00) भी विकेटकीपर सैमसन को कैच दे बैठे। रिंकू सिंह ने 19वें ओवर में परेरा का कैच अपनी ही गेंद पर लपकने के बाद रमेश मेंडिस (03) को आउट करके मुकाबले को रोमांचक बनाया। परेरा ने 34 गेंद में पांच चौके मारे। श्रीलंका को अंतिम ओवर में छह रन की जरूरत थी।कप्तान सूर्यकुमार यादव खुद गेंदबाजी करने उतरे। उन्होंने दूसरी गेंद पर कामिंदु मेंडिस (01) को रिंकू के हाथों कैच कराके टी20 अंतरराष्ट्रीय में पहला विकेट हासिल किया। अगली गेंद पर तीक्षणा (00) भी सैमसन को कैच दे बैठे। चौथी गेंद पर फर्नांडो ने एक रन बनाया। अब अंतिम दो गेंद पर पांच रन की दरकार थी। विक्रमसिंघे ने दोनों गेंद पर दो-दो रन बनाकर मैच को टाई कराया। इससे पहले असलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसे उनके गेंदबाजों ने सही साबित करते हुए चौथे ओवर में ही भारत का स्कोर 14 रन पर तीन विकेट कर दिया। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (10) ने दूसरे ओवर में तीक्षणा पर दो चौके मारे लेकिन इस ऑफ स्पिनर के इसी ओवर में सीधी गेंद को चूककर पगबाधा हो गए। जायसवाल ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन फैसला श्रीलंका के पक्ष में गया। विक्रमसिंघे ने अगले ओवर में संजू सैमसन को लेग स्पिनर हसरंगा के हाथों कैच कराया। सैमसन लगातार दूसरे मैच में खाता खोलने में नाकाम रहे। रिंकू सिंह को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया लेकिन वह भी एक रन बनाने के बाद तीक्षणा की गेंद पर मथीशा पथिराना को कैच दे बैठे। कप्तान सूर्यकुमार यादव (08) ने आते ही तीक्षणा पर चौका मारा लेकिन असिथा फर्नांडो की गेंद पर फाइन लेग पर हसरंगा के हाथों लपके गए। भारतीय टीम पावर प्ले में चार विकेट पर 30 रन ही बना सकी।ऑफ स्पिनर रमेश मेंडिस ने शिवम दुबे (13) को विकेटकीपर कुसाल मेंडिस के हाथों कैच कराके भारत का स्कोर 48 रन पर पांच विकेट किया। गिल ने एक छोर संभाले रखा और पराग के साथ मिलकर पारी को संवारा। पराग ने रमेश मेंडिस जबकि गिल ने स्पिनर कामिंदु मेंडिस पर चौका मारा। पराग ने 14वें ओवर में हसरंगा पर दो छक्कों के साथ रन गति में इजाफा किया।गिल ने 15वें ओवर में कामिंदु मेंडिस पर चौके के साथ भारत के रनों का शतक पूरा किया लेकिन अगले ओवर में हसरंगा की गेंद पर स्टंप हो गए। उन्होंने 37 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके मारे। हसरंगा ने दो गेंद बाद पराग को भी रमेश मेंडिस के हाथों कैच कराके भारत को सातवां झटका दिया। पराग की 18 गेंद की पारी में एक चौका और दो छक्के शामिल रहे। सुंदर और बिश्नोई ने अंत में कुछ अच्छे शॉट खेलकर भारत का स्कोर 140 रन के करीब पहुंचाया।
- दुबई, । भारत की स्मृति मंधाना आईसीसी टी20 रैंकिंग में बल्लेबाजों की सूची में एक पायदान चढकर चौथे स्थान पर पहुंच गई जबकि तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर गेंदबाजों में पांचवें स्थान पर है । सलामी बल्लेबाज और उपकप्तान मंधाना ने श्रीलंका के खिलाफ महिला एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में 60 रन बनाये । उन्हें एक पायदान का फायदा मिला और उनके 743 रेटिंग अंक हैं । गेंदबाजों में रेणुका 722 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है जिन्होंने टूर्नामेंट में सात विकेट लिये थे । इंग्लैंड की सोफी एस्सेलेटोन शीर्ष पर हैं जबकि दीप्ति शर्मा तीसरे स्थान पर है । बल्लेबाजों में आस्ट्रेलिया की बेथ मूनी और ताहलिया मैकग्रा पहले दो स्थान पर हैं ।
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पेरिस. भारत के अनुभवी मुक्केबाज अमित पंघाल मंगलवार को यहां पेरिस ओलंपिक मुक्केबाजी स्पर्धा में 51 किग्रा वर्ग के राउंड 16 में अफ्रीकी खेलों के चैंपियन और तीसरे वरीय जाम्बिया के पैट्रिक चिन्येम्बा से 1-4 से हारकर बाहर गये। विश्व चैम्पियनशिप 2019 के रजत पदक विजेता पंघाल को पहले दौर में बाई मिली थी।
जाम्बिया के पैट्रिक ने शुरू से ही आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए दबदबा बनाया और पंघाल को वापसी का मौका नहीं दिया। दुनिया के पूर्व नंबर एक मुक्केबाज पंघाल को अपने रक्षात्मक खेल का खामियाजा भुगतना पड़ा। हालांकि उन्होंने अंतिम तीन मिनट में आक्रामकता दिखाई। लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज उनसे बेहतर पंच लगाकर अंक जुटाने में सफल रहा। जाम्बिया के मुक्केबाज ने दो राउंड में तीन जज से 10-10 अंक हासिल किये जबकि पंघाल को सिर्फ दो जज ने 10 अंक दिये। अंतिम राउंड में जाम्बिया के मुक्केबाज को सभी पांचो जज ने 10-10 अंक दिये। -
पेरिस. अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रास्टो को मंगलवार को यहां पेरिस ओलंपिक की महिला युगल स्पर्धा के ग्रुप सी में अपने से खराब रैंकिंग वाली सेतियाना मोपासा और एंजेला यू की ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे व्यक्तिगत स्पर्धा में भारतीय जोड़ी के अभियान का लगातार तीसरी हार के साथ निराशाजनक अंत हुआ। अश्विनी और तनीषा की दुनिया की 18वें नंबर की जोड़ी को मापुसा और यू की दुनिया की 26वें नंबर की जोड़ी के खिलाफ 38 मिनट में 15-21, 10-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी। ग्रुप सी से किम सो यिओंग और कोंग ही योंग की दक्षिण कोरियाई जोड़ी तथा नामी मात्सुयामा और चिहारू शिदा की जापान की चौथी वरीय जोड़ी ने शीर्ष दो स्थान पर रहते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इन दोनों जोड़ियों ने अश्विनी और तनीषा की जोड़ी को हराया था। ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी ने अपने से बेहतर रैंकिंग वाली भारतीय जोड़ी के खिलाफ जल्द ही लय हासिल कर ली। अश्विनी और तनीषा पूरे मुकाबले के दौरान बिलकुल भी लय में नजर नहीं आई। मोपासा और यू ने 6-4 की बढ़त बनाई लेकिन भारतीय जोड़ी 7-7 पर बराबरी हासिल करने में सफल रही। तनीषा ने 10-9 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया की दोनों खिलाड़ियों के बीच शॉट खेलकर ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बनाई। ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी ने भारतीय जोड़ी की गल्तियों का फायदा उठाकर स्कोर 12-12 किया और फिर लगातार पांच अंक के साथ 17-13 की बढ़त बनाई। तनीषा ने 15-19 के स्कोर पर बाहर शॉट मारकर ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी को पांच गेम प्वाइंट दिए और फिर अगले अंक पर अश्विनी की गलती ने गेम मोपासा और यू की झोली में डाल दिया। दूसरे गेम में भी ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी ने बेहतर शुरुआत करते हुए 6-3 की बढ़त बनाई और फिर लगातार पांच अंक के साथ इस बढ़त को 13-6 किया। मोपासा और यू को 19-9 के स्कोर पर भारतीय जोड़ी ने बाहर शॉट मारकर 11 मैच प्वाइंट दिए। अश्विनी और तनीषा ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन फिर अगले अंक पर भारतीय खिलाड़ियों के बीच गलतफहमी से ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ने अंक जुटाकर मैच जीत लिया।
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पेरिस. कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल और गोलकीपर पी आर श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में अपना अपराजेय अभियान जारी रखते हुए आयरलैंड को 2 . 0 से हराया । पहले दो मैचों में कई गलतियां करने वाली भारतीय टीम ने पूल बी के तीसरे मैच में मंगलवार को हाफटाइम तक आयरलैंड पर पूरा दबाव बनाये रखा । कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर पहला और 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर दूसरा गोल किया । पहले मैच में न्यूजीलैंड पर 3 . 2 से मिली जीत में हरमनप्रीत ने 59वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर विजयी गोल दागा था । वहीं रियो ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना के खिलाफ सोमवार को 59वें मिनट में ही उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर तब्दील करके भारत को हार से बचाते हुए मैच 1 . 1 से ड्रॉ कराया था । भारत अब दो अगस्त को आस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।
डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘हमें दूसरे हाफ में इतने सारे पेनल्टी कॉर्नर नहीं होने देने चाहिए थे। हमें इस पर काम करना होगा। लेकिन साथ ही हमने एक भी गोल नहीं खाया और यह हमारा पेनल्टी कॉर्नर ‘डिफेंस' बयां करता है। लेकिन हम इतने पेनल्टी कॉर्नर नहीं गंवा सकते।'' सुखजीत ने कहा कि टीम को दूसरे हाफ में गेंद को नियंत्रित करने में संघर्ष करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम तीसरे क्वार्टर में गेंद को नियंत्रित नहीं कर सके और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया। उनकी टीम अच्छी है, हमें वापसी की उम्मीद थी। फिर भी हमने अंतिम क्वार्टर में बेहतर प्रदर्शन किया। '' पिछले मैच में औसत प्रदर्शन करने वाले अनुभवी मिडफील्डर मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह ने आज बेहतरीन खेल दिखाया और कई अच्छे मूव बनाये । भारत ने पहली बार पहले क्वार्टर में गोल करके बढत बनाई जबकि पिछले दो मैचों में पहला गोल विरोधी टीम ने किया था । इस जीत के बावजूद पेनल्टी कॉर्नर गंवाने की भारत की कमजोरी तीसरे क्वार्टर में फिर उजागर हुई । पहले दो मैचों में 13 पेनल्टी कॉर्नर गंवाने वाली भारतीय टीम ने हाफटाइम तक एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं गंवाया लेकिन तीसरे क्वार्टर में आठ पेनल्टी कॉर्नर गंवाये जिसने गोलकीपर श्रीजेश को व्यस्त रखा । आयरलैंड को इस मैच में दस और भारत को नौ पेनल्टी कॉर्नर और एक स्ट्रोक मिला । अगले दोनों मैच भारत को मौजूदा चैम्पियन बेल्जियम और आस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीमों से खेलने हैं और उससे पहले कोच फुल्टोन को इस कमजोर कड़ी को कसना होगा । पिछले साल भारतीय टीम से जुड़े फुल्टोन आयरलैंड टीम के पूर्व कोच रहे हैं । इसके अलावा 19वें मिनट के बाद भारतीय टीम भी कोई गोल नहीं कर सकी । पेनल्टी कॉर्नर और फील्ड गोल नहीं कर पाने का खामियाजा आगे कठिन मैचों में भुगतना पड़ सकता है । भारतीय टीम ने आक्रामक शुरूआत की और दूसरे ही मिनट में उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला हालांकि हरमनप्रीत इसे गोल में नहीं बदल सके । पहले क्वार्टर में ही 11वें मिनट में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे गोल में बदलने में हरमनप्रीत ने चूक नहीं की । पहले क्वार्टर में आयरलैंड की टीम भारतीय गोल पर हमले बोलने में नाकाम रही ।
दूसरे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में भारत बढत दुगुनी करने के करीब पहुंचा जब ललित उपाध्याय दाहिनी ओर से गेंद लेकर आगे बढे लेकिन गोल के सामने उनकी पोजिशन सही नहीं होने से शॉट बार से टकराकर निकल गया । भारत को अगले ही मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और चौथे को हरमनप्रीत ने गोल में बदला जो इस ओलंपिक में उनका चौथा गोल था । हाफटाइम से चार मिनट पहले भारतीय टीम फिर गोल करने के करीब पहुंची लेकिन फॉरवर्ड पंक्ति तालमेल नहीं बिठा सकी और मौका निकल गया । ब्रेक के बाद आयरलैंड की टीम ने आक्रामक शुरूआत की और तीसरे क्वार्टर में लगातार भारतीय सर्कल में प्रवेश किया । पेनल्टी कॉर्नर गंवाने की भारत की कमजोरी एक बार फिर भारी पड़ सकती थी अगर गोलकीपर श्रीजेश मुस्तैद नहीं होते । आयरलैंड को तीसरे क्वार्टर में आठ पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन कामयाबी नहीं मिली । भारत को 34वें मिनट में गोल करने का मौका मिला लेकिन सुखजीत सिंह का शॉट आयरलैंड के गोलकीपर ने बचा लिया । भारत को अगले मिनट दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन पहले पर अमित रोहिदास और दूसरे पर हरमनप्रीत चूके । आयरलैंड को पहला पेनल्टी कॉर्नर 40वें मिनट में मिला जिस पर कोल ली का शॉट श्रीजेश ने बचाया । आयरलैंड ने स्ट्रोक के लिये रेफरल मांगा लेकिन उसे पेनल्टी कॉर्नर ही मिला जिस पर शेन ओडोने का शॉट फिर श्रीजेश ने बचाया । इस बीच भारतीय ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत और रोहिदास फिर दो पेनल्टी कॉर्नर तब्दील नहीं कर सके । आयरलैंड की टीम ने भी अलग अलग पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों को आजमाया लेकिन गोल नहीं मिला ।
चौथे क्वार्टर के दूसरे मिनट में आयरलैंड केा फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर कोल ली गोल नहीं कर सके । भारत को भी 50वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया । इसी मिनट भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन आयरलैंड के रेफरल पर उसे रद्द कर दिया गया । भारतीय कप्तान हरमनप्रीत को 52वें मिनट में ग्रीन कार्ड मिलने के कारण दो मिनट के लिये मैदान से जाना पड़ा । आयरलैंड को आखिरी पलों में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन गोल नहीं हो सका । - सेंट-डेनिस (फ्रांस) .।चीन ने लियान जुन्जी और यांग हाओ की जोड़ी की सिंक्रोनाइज्ड 10-मीटर प्लेटफार्म में सोमवार को यहां जीत के साथ ही ओलंपिक गोताखोरी में किसी देश द्वारा सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक जीतने का इतिहास रच दिया। ओलंपिक गोताखोरी में चीन का यह 49वां स्वर्ण पदक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड लंबे समय तक अमेरिका के नाम था। इस मामले में हालांकि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) को स्पष्टीकरण देना पड़ा। कुछ रिकॉर्ड के मुताबिक अमेरिका के नाम भी गोताखोरी में 49 स्वर्ण है लेकिन आईओसी ने अमेरिका द्वारा 1904 ओलंपिक में ‘प्लंजिंग फॉर डिस्टेंस' में जीते स्वर्ण को गोताखोरी की जगह तैराकी स्पर्धा का हिस्सा करार दिया। चीन ने पिछले दोनों ओलंपिक में इस खेल के आठ में सात स्वर्ण पदक जीते है।
- मुंबई।. ‘ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर' से पीड़ित मुंबई की 16 वर्षीय जिया राय इंग्लिश चैनल पार करने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की और सबसे तेज पैरा तैराक बन गई हैं। उन्होंने यह उपलब्धि 28-29 जुलाई को हासिल की। जिया ने 28 से 29 जुलाई के बीच 17 घंटे और 25 मिनट के समय में इंग्लैंड के एबट्स क्लिफ से फ्रांस के प्वाइंट डे ला कोर्टे-ड्यून तक इंग्लिश चैनल को तैरकर पार किया। उन्होंने 34 किलोमीटर की दूरी तय की। वह मुंबई में सेवारत नौसेना के मदन राय की बेटी हैं। पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) ने युवा पैरा तैराक को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। पश्चिमी नौसेना कमान ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘डब्ल्यूएनसी के सभी कर्मचारी जिया राय को इंग्लिश चैनल को सफलतापूर्वक अकेले तैरकर पार करने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की और सबसे तेज महिला पैरा तैराक बनने पर हार्दिक बधाई देते हैं।'
- मनु-सरबजोत की जोड़ी ने दिलाया कांस्यएक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनी मनु भाकरनई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 के चौथे दिन मंगलवार को मनु भाकर अपने जोड़ीदार सरबजोत सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। यह पदक 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स टीम इवेंट में मिला। निशानेबाजी में भारत का यह दूसरा पदक है। इसके साथ ही एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय मनु बनी है।
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नई दिल्ली। श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में बढ़त लेने के बाद टीम इंडिया भारतीय समयानुसार आज शाम सात बजे तीसरा और आखिरी टी-20 मैच खेलेगी। यह मैच श्रीलंका के पल्लेकेले इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा।
भारत का लक्ष्य अब अंतिम मैच जीतकर 3-0 से जीत हासिल करके क्लीन स्वीप करना है। - नई दिल्ली। श्रीलंका में चल रहे महिला एशिया कप 2024 में रोजाना कई रोमांचक मैच खेले जा रहे हैं। आज इस टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मुकाबला भारतीय राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम और बांग्लादेश राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के बीच खेला गया। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला दांबुला में खेला गया। . इस मुकाबले में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को दस विकेट विकेट से हरा दिया हैं.। इस शानदार जीत के बाद टीम इंडिया महिला एशिया कप 2024 के फाइनल में पहुंच गई हैं ।इस मैच के दौरान जहां पहले रेणुका सिंह ठाकुर और राधा यादव ने शानदार की गेंदबाजी की, वहीं जब टीम इंडिया की बल्लेबाजी आई तो स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर टीम को जीत दिला दी.। इस मुकाबले में टीम इंडिया उपकप्तान स्मृति मंधाना ने एक नया कीर्तिमान भी बना दिया है.। स्मृति मंधाना ने अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं.।टी20 इंटरनेशनल में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाजी बनी स्मृति मंधानाबता दें कि टीम इंडिया की तरफ से टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में हरमप्रीत कौर पहले पायदान पर थीं, लेकिन अब स्मृति मंधाना नंबर वन की कुर्सी पर काबिज हो गई हैं.। हालांकि इन दोनों दिग्गज बल्लेबाज के बीच रनों का अंतर ज्यादा नहीं है, यानी कभी भी कौर फिर से नंबर एक बन सकती हैं.। हरमनप्रीत कौर ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 172 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं.। इस दौरान हरमनप्रीत कौर ने 3415 रन बनाए हैं.। हरमनप्रीत कौर ने एक शतक और 12 अर्धशतक लगाने में कायमाबी हासिल की है.।टी20 इंटरनेशनल में स्मृति मंधाना ने पूरे किए 3433 रनटीम इंडिया की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अब तक 140 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं.। इस दौरान स्मृति मंधाना के बल्ले से 3433 रन निकले हैं. टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में स्मृति मंधानाने एक भी शतक नहीं लगाया है, लेकिन 25 अर्धशतक स्मृति मंधाना के नाम दर्ज हैं.।बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया.। टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर महज 80 रन बनाई.। बांग्लादेश की टीम की तरफ से निगार सुल्ताना ने सबसे ज्यादा 32 रनों की पारी खेली. । टीम इंडिया की ओर से राधा यादव और रेणुका ठाकुर सिंह ने सबसे ज्यादा तीन-तीन विकेट अपने नाम की.। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने महज 11 ओवर में बिना विकेट गवाएं लक्ष्य को हासिल कर लिया।. टीम इंडिया की तरफ से सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने सबसे ज्यादा नाबाद रन बनाए. ।महिला एशिया कप 2024 का फाइनल मुकाबला रविवार को टीम इंडिया और दूसरे सेमीफाइनल (पाकिस्तान राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम बनाम श्रीलंका राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम) की विजेता टीम के बीच खेला जाएगा.।
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गुवाहाटी. दूसरी हॉकी इंडिया सब जूनियर पूर्वी क्षेत्र चैम्पियनशिप में दूसरे दिन महिला वर्ग में ओडिशा और मणिपुर जीते जबकि पुरूष वर्ग में झारखंड और ओडिशा ने जीत दर्ज की । मौलाना मुहम्मद तैयबुल्लाह हॉकी स्टेडियम पर खेले गए मैच में महिला वर्ग में ओडिशा हॉकी संघ ने हॉकी बिहार को 7 . 0 से हराया । वहीं दूसरे मैच में मणिपुर हॉकी ने हॉकी मिजोरम को 4 . 2 से मात दी । पुरूष वर्ग में मणिपुर हॉकी ने हॉकी बंगाल को 6 . 0 से हराया । वहीं दूसरे मैच में हॉकी झारखंड ने हॉकी बिहार को 9 . 0 से मात दी । ओडिशा हॉकी संघ ने एक अन्य मैच में असम हॉकी को 19 . 1 से हराया ।
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पेरिस. सीन नदी पर पेरिस ओलपिक के अनूठे उद्घाटन समारोह के दौरान मौसम की गाज गिर सकती है क्योंकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को बारिश का अनुमान जताया है । फ्रांस के मौसम विभाग मेटियो फ्रांस ने शुक्रवार की सुबह बारिश की भविष्यवाणी की है । दोपहर को मौसम साफ रहेगा लेकिन शाम को बारिश हो सकती है जिस समय उद्घाटन समारोह होना है । बारिश होने पर भी उद्घाटन समारोह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा ।
आम तौर पर खिलाड़ी पारंपरिक रूप से स्टेडियम में मार्च करते हुए प्रवेश करते हैं लेकिन पेरिस ओलंपिक में 10500 खिलाड़ी 90 से अधिक नावों पर सवार होकर सीन नदी पर छह किलोमीटर की परेड करेंगे । इस दौरान सीन नदी के किनारे सैकड़ों की संख्या में दर्शक उनकी हौसलाअफजाई के लिये मौजूद रहेंगे । -
पेरिस अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी हरमीत देसाई का मानना है कि भारतीय पुरुष टीम के पास पेरिस ओलंपिक में किसी भी टीम को हराने का माद्दा है जिससे उसके पास सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका है। पेरिस ओलंपिक शुक्रवार को उद्घाटन समारोह से शुक्रवार को शुरू होंगे। हरमीत ने ‘अल्टीमेट टेबल टेनिस' को दिये एक साक्षात्कार के दौरान कहा, ‘‘अगर हम किसी दिन लय में हैं तो मुझे लगता है कि हमारे पास किसी भी टीम को हराने का अच्छा मौका है। हम पहले भी दुनिया की शीर्ष टीम के खिलाफ जीत चुके हैं और इस बार संभव है कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। '' इस 31 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ओलंपिक में अगर हम तीनों सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें तो कुछ भी संभव है।'' हरमीत ने भारत को 2018 और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
देसाई भारतीय पुरुष टीम में अचंता शरत कमल, मानव ठक्कर और जी साथियान के साथ हैं। वह व्यक्तिगत स्पर्धाओं में भी हिस्सा लेंगे। भारतीय पुरुष टीम शुरूआती दौर में चीन से भिड़ेगी जबकि महिला टीम रोमानिया के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी। व्यक्तिगत स्पर्धायें 27 जुलाई से चार अगस्त तक खेली जायेगी जबकि टीम स्पर्धायें पांच से 10 अगस्त तक होंगी। -
दाम्बुला. एशिया कप में शानदार प्रदर्शन के बावजूद सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा कि भारत को बांग्लादेश के खिलाफ शुक्रवार को सेमीफाइनल से पहले खेल के हर विभाग में सुधार करना होगा । शेफाली ने तीन मैचों में 52 से अधिक की औसत से 158 रन बनाये हैं । भारत ने ग्रुप मैचों में पाकिस्तान को सात विकेट से , यूएई को 78 रन से और नेपाल को 82 रन से हराया ।
शेफाली ने सेमीफाइनल से पहले कहा ,‘‘ यह अच्छा अहसास है कि हम सारे मैच जीत रहे हैं और एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं । सेमीफाइनल काफी महत्वपूर्ण है । हम कड़ा अभ्यास कर रहे हैं और उम्मीद है कि रणनीति पर अमल कर सकेंगे ।'' शेफाली ने कहा ,‘‘ बल्लेबाजी ईकाई के तौर पर हम अपनी ताकत पर भरोसा कर रहे हैं । गेंदबाज भी नेट्स पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन लगातार सुधार जरूरी है । हम फील्डिंग पर मेहनत कर रहे हैं ।'' -
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कोच रह चुके अंशुमान गायकवाड़ ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं और लंदन के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस बीच पूर्व कप्तान कपिल देव ने उनके लिए खास वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि वह अपने साथी खिलाड़ी की हर संभव मदद के लिए मौजूद हैं।
बीसीसीआई ने की आर्थिक मददहाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गायकवाड़ को वित्तीय मदद देने की घोषणा की थी। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शीर्ष परिषद को निर्देश देते हुए गायकवाड़ को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने कहा था। इसके अलावा शाह ने गायकवाड़ के परिजनों से संपर्क किया और उनके हालचाल जाने थे। वहीं, बीसीसीआई सचिव ने उनके परिवार को किसी भी तरह की मदद का प्रस्ताव भी दिया था।कपिल देव ने जारी किया खास वीडियोइस बीच अंशुमान गायकवाड़ के साथी कपिल देव ने खास वीडियो संदेश जारी कर पुरानी यादें ताजा कीं। उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे उन दोनों ने एक-दूसरे की कप्तानी की थी। कपिल देव ने कहा, "हाय अंशु, मुझे पता है कि तुम मुश्किल दौर से गुजर रहे हो, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी जीवन में मुश्किल दौर से गुज़रे हैं। मुझे सभी अच्छे दिन याद हैं। पहली बार? जब मैं तुम्हारे नेतृत्व में खेला था, तब तुम मेरे कप्तान थे। और मुझे याद है कि जब मैं कप्तान था, तब तुमने पाकिस्तान के खिलाफ जालंधर में दो सौ रन बनाए थे, तो अच्छी यादें हैं। बुरे मुश्किल दौर आते-जाते रहते हैं, लेकिन मैं जानता हूं कि तुम एक योद्धा हो। चलो, खुश रहो और भगवान ने तुम्हें जो भी दिया है, उसे जीने की कोशिश करो और मैं चाहता हूं कि तुम बेहतर से बेहतर होते जाओ और खुश रहो।"पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान ने आगे कहा, "हम सभी को एक दिन जाना है, लेकिन इंसानियत के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि हम क्रिकेट के मैदान पर जिस तरह से लड़ते हैं, उसी तरह से लड़ते हैं। जो भी होने वाला है, वह होकर रहेगा। मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही मिलेंगे। हम सब मिलकर जश्न मनाएंगे। हमने अच्छा समय बिताया। तुम बस अपना ख्याल रखना।"कपिल देव सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने की थी मांगगायकवाड़ की मदद के लिए 1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव और संदीप पाटिल जैसे पूर्व क्रिकेटर आगे आए थे और उन्होंने बीसीसीआई से गायकवाड़ की मदद करने की अपील की थी। कपिल ने खुलासा करते हुए बताया था कि टीम के उनके पूर्व साथी मोहिंदर अमरनाथ, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, मदन लाल, रवि शास्त्री और कीर्ति आजाद गायकवाड़ के इलाज के लिए फंड जुटाने को लेकर अपना पूरा प्रयास कर रहे हैं।