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क्रॉम्वॉयर्ट (नीदरलैंड) |भारत के शुभंकर शर्मा ने डच ओपन के तीसरे दौर में पहले दो दिनों के उलट शानदार प्रदर्शन किया और तालिका में शीर्ष 10 के करीब पहुंच गये। शुरुआती दो दौर में 71-71 का कार्ड खेल कर मुश्किल से कट हासिल करने वाले शुभंकर ने तीसरे दौर में 69 का कार्ड खेला, जिससे 54 होल के खेल के बाद उनका कुल स्कोर पांच अंडर का है। वह तालिका में फिलहाल 11वें स्थान पर है। कई खिलाड़ियों ने अभी तीसरे दौर के खेल के पूरा नहीं किया है ऐसे में वह शीर्ष 10 में पहुंच सकते हैं। डीपी वर्ल्ड टूर के दो बार के विजेता शुभंकर पिछली पांच प्रतियोगिता में चार में कट हासिल करने में विफल रहे थे। वह इस मुकाबले में अब तक 15 बर्डी लगा चुके हैं, लेकिन उन्होंने 10 बोगी की दिए हैं। प्रतियोगिता में भाग ले रहे दो अन्य भारतीय गगनजीत भुल्लर (73-74) और एसएसपी चौरसिया (74-77) कट हासिल करने में विफल रहे।
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सिंगापुर |भारत की एमेच्योर गोल्फर स्नेहा सिंह और अवनि प्रशांत क्वीन सिरिकिट कप गोल्फ टूर्नामेंट में क्रमश: संयुक्त 14वां और संयुक्त 24वां स्थान पर रहीं। जापान ने टूर्नामेंट में 20 साल के खिताबी सूखे को खत्म किया।
स्नेहा (75-72-74-69) भारतीयों में शीर्ष पर रहीं। अवनि प्रशांत ने 75-73-78-74 के कार्ड बनाये। तीसरी भारतीय गोल्फर जनिया दसानी (80-82-78-73) संयुक्त 33वें स्थान पर रहीं। मिजुकी हाशिमोटो ने पहले व्यक्तिगत खिताब जीता। फिर जापान को 2002 के बाद पहला एशिया पैसिफिक एमेच्योर लेडीज टीम चैम्पियनशिप खिताब दिलाया। भारतीय टीम नौंवे स्थान पर रही।
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पेरिस। भारतीय खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और माटवे मिडलकूप की जोड़ी ने हार नहीं मानने का गजब का जज्जा दिखाते हुए शनिवार को यहां पांच मैच प्वाइंट बचाकर माटे पाविच और निकोल मेकटिच की मौजूदा विम्बलडन चैम्पियन जोड़ी को फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम से बाहर कर दिया। पुरूष युगल के कांटे की टक्कर के तीसरे दौर मुकाबले में बोपन्ना की सर्विस हमेशा की तरह खतरनाक थी और उनकी वॉली भी तेज तर्रार थी जबकि नीदरलैंड के उनके जोड़ीदार ने दबाव में बेहद संयम दिखाया। बोपन्ना-मिडलकूप की जोड़ी ने दो घंटे 32 मिनट तक चले मुकाबले में पाविच और मेकटिच की जोड़ी को 6-7, 7-6, 7-6 से शिकस्त दी। बोपन्ना इस तरह क्वार्टरफाइनल में पहुंचकर क्ले कोर्ट मेजर में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी करने में सफल रहे। वह पहले चार बार ऐसा कर चुके हैं। बोपन्ना ने इसके बाद स्लोवेनिया की आंद्रेजा क्लेपैक के साथ मिश्रित युगल स्पर्धा में अमेरिका के एशिया मुहम्मद और ब्रिटेन की लॉयड ग्लासपूल पर 6-1, 6-4 से आसान जीत के साथ शानदार शुरुआत की। महिला युगल में 10वीं वरीयता प्राप्त सानिया मिर्जा और उनकी चेक जोड़ीदार लूसी हरडेका ने काजा जुवान और तमारा जिदानसेक की स्लोवेनियाई टीम को 6-3, 6-4 से हराकर तीसरे दौर में प्रवेश किया। जुवान (एकल रैंकिंग 68) और जिदानसेक (एकल रैंकिंग 25) शानदार एकल खिलाड़ी हैं, लेकिन एक टीम के रूप में उनमें सामंजस्य की कमी दिखी, जबकि मिर्जा और हरडेका की जोड़ी के बीच शानदार सामंजस्य था। इससे पहले दिन के मुकाबले में पाविच-मेकटिच ने पहला सेट जीत लिया था जिसके बाद बोपन्ना-मिडलकूप की जोड़ी के दूसरे सेट में जीत से दोनों जोड़ियां बराबरी पर थीं। तीसरे सेट के शुरुआती गेम में ही पाविच-मेकटिच की जोड़ी को ब्रेक का मौका मिला जब मिडलकूप का फोरहैंड लंबा चला गया। मिडलकूप ने पहली सर्विस शानदार की थी लेकिन मेकटिच ने मजबूत रिटर्न किया और उन्हें 2-0 से बढ़त बनाने में मुश्किल नहीं हुई। बोपन्ना ने अपनी सर्विस बरकरार रखी। पाविच ने भी अपनी सर्विस बचायी जिससे दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी अब 3-1 से आगे हो गयी। मिडलकूप की सर्विस पर बोपन्ना ने नेट के करीब बैकहैंड गलती कर दी और ब्रेकप्वाइंट तक पहुंचे, पर इसे और अगले को भी बचाने में सफल रहे। दसवें गेम में मेकटिच सर्विस करते हुए दबाव में दिख रहे थे। एक मैच प्वाइंट से पिछड़ रहे मिडलकूप ने विनर और फिर बोपन्ना ने फारहैंड पर शानदार विनर लगाकर 5-5 से बराबरी हासिल की। इसके बाद लय बदल गयी। बोपन्ना ने अपना बेहतर खेल दिखाया और पाविच भी बड़ी सर्विस से सुपर टाइ-ब्रेक तक पहुंचे। दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी कई मैच प्वाइंट अपने नाम करते हुए 9-6 तक पहुंची लेकिन भारतीय-नीदरलैंड की जोड़ी ने वापसी के लिये गजब का जज्बा दिखाया और चार मैच प्वाइंट बचाकर सुपर टाई-ब्रेक तक पहुंच गये। प्रतिद्वंद्वी टीम के 10-10 पर गलती से उन्हें पहला मैच प्वाइंट मिला। पाविच ने मैच प्वाइंट पर अच्छी सर्विस की लेकिन मिडलकूप के ‘एंगल्ड' रिटर्न के बाद बोपन्ना खुशी से चीख पड़े। मिडलकूप को भी भरोसा नहीं हुआ और वह मैदान पर गिर पड़े।
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दुबई. पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता प्रमोद भगत ने शनिवार को यहां चौथे फाजा दुबई पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2022 में साथी जूनियर खिलाड़ी नेहल गुप्ता की कड़ी चुनौती से पार पाते हुए सेमीफाइनल में जगह पक्की की। हाल ही में बहरीन पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2022 में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले भगत ने पुरुष एकल ‘एसएल3' स्पर्धा में पहले गेम में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 18-21 21-15 21-11 से जीत दर्ज की। अंतिम चार में उनका सामना जापान के दाइसुके फुजिहारा से होगा। फुजिहारा मिश्रित युगल में ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता है। पुरुषों के ‘एसएल4' वर्ग में तरुण ढिल्लों ने कोरिया के चो नादान को 21-15, 20-22, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। हरियाणा के इस खिलाड़ी ने ‘एसएल3- एसएस4' पुरुष युगल वर्ग में नितेश कुमार के साथ जोड़ी बनाकर अंतिम चार में जगह पक्की की। महिलाओं की ‘एसएल3' सेमीफाइनल में तीन भारतीय हैं, जिसमें मौजूदा विश्व चैंपियन मानसी जोशी ऑस्ट्रेलिया की सेलीन ऑरेली विनोट से भिड़ेंगी, जबकि मंदीप कौर के सामने अनुभवी पारुल परमार की चुनौती होगी। मिश्रित युगल में मानसी और रूथिक रघुपति की जोड़ी ने ‘एलएल3-एसयू5' वर्ग में भगत और मनीषा रामदास की नयी जोड़ी को 21-12 16-21 19-21 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। पारुल और पलक कोहली ‘एसएल3-एसयू5' महिला युगल जोड़ी भी सेमीफाइनल में पहुंच गयी हैं। मनीषा ने इटली की रोजा एफोमो डी मार्को को सीधे गेमों में 21-17, 21-11 से हराकर महिला एकल ‘एसयू5' स्पर्धा के अंतिम चार में प्रवेश किया, जहां उनका सामना डेनमार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन से होगा।
- नयी दिल्ली । भारत के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि विराट कोहली अपने चिर परिचित रंग में नहीं हैं जिसके लिये उन्हे जाना जाता है और एक आईपीएल सत्र में उन्होंने इतनी गलतियां की जितनी 14 वर्ष के अंतरराष्ट्रीय कॅरिअर में नहीं की ।पिछले ढाई साल से शतक नहीं बना सके कोहली अपने सबसे खराब दौर से जूझ रहे हैं ।उन्होंने आईपीएल में 16 मैचों में 22 . 73 की औसत से 341 रन बनाये जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे । अधिकांश मैचों में उन्होंने पारी का आगाज किया ।सहवाग ने ‘क्रिकबज’ से कहा ,‘‘ यह वह विराट कोहली नहीं है जिसे हम जानते हैं ।इस सत्र में दूसरा ही विराट खेल रहा है वरना एक सत्र में इतनी गलतियां की जितनी उसने अपने पूरे कॅरिअर में नहीं की ।’’उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि भारत का यह नंबर वन बल्लेबाज अलग अलग रणनीति अपनाने के चक्कर में आउट हुआ ।उन्होंने कहा ,‘‘ जब रन नहीं बनते तो ऐसा होता है । आप रन बनाने के कई तरीके तलाशने लगते हो और उस चक्कर में विकेट गंवा देते हो । इस सत्र में कोहली के साथ भी ऐसा ही हुआ ।’’दूसरे क्वालीफायर में कोहली तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा की आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर बल्ला अड़ाकर विकेट के पीछे कैच दे बैठे ।सहवाग ने कहा ,‘‘ जब आपका फॉर्म खराब होता है तो आप हर गेंद को छेड़ने की कोशिश करते हैं । बल्लेबाज को लगता है कि गेंद को पीटकर आत्मविश्वास लौट आयेगा ।’’उन्होंने कहा ,‘‘ विराट ने ट्रेंट बोल्ट के पहले ओवर में कई गेंद छोड़ी लेकिन फॉर्म खराब होने पर ऐसा होता है । आप आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदों को भी नहीं छोड़ते । ऐसे में किस्मत खराब हो तो पीछे लपके जाने की पूरी आशंका रहती है ।’’सहवाग ने कहा कि कोहली ने अपने लाखों प्रशंसकों को निराश किया जो अपने सितारों से बड़े मंच पर बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ उसने सभी को निराश किया । हम अपेक्षा करते हैं कि बड़े मैच में बड़ा खिलाड़ी चलेगा । उसने अपने आपको नहीं बल्कि उसके और आरसीबी के लाखों प्रशंसकों को निराश किया ।’’
- ब्यूनर्स आयर्स। अर्जेन्टीना के महान फुटबॉल खिलाड़ी डिएगो माराडोना के सम्मान में जल्द ही आसमान में ‘फ्लाइंग म्यूजियम’ (उड़ता हुआ संग्रहालय) उड़ता हुए नजर आएगा।बुधवार रात ‘टेंगो डी10एस’ विमान को पेश किया गया जो अर्जेन्टीना में विभिन्न स्थलों पर जाएगा और माराडोना के प्रशंसकों को मैदान पर आने के लिए प्रेरित करेगा।माराडोना का 2020 में 60 साल की उम्र में मस्तिष्क की सर्जरी के बाद दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।विमान के बाहरी हिस्से में माराडोना की तस्वीरें लगाई गई। इसमें 1986 की वह तस्वीर भी है जिसमें माराडोना अर्जेन्टीना की जर्सी पहने हुए हैं और विश्व कप ट्रॉफी को चूम रहे हैं।यह विमान बार्सीलोना और नेपल्स भी जाएगा जहां माराडोना की अगुआई में नेपोली ने 1987 और 1990 में अपने अब तक के दोनों इटली के लीग खिताब जीते। विमान का अंतिम पड़ाव कतर होगा जिसे इस साल विश्व कप की मेजबानी करनी है।इंग्लैंड के प्रशंसक हालांकि विमान में बने इस संग्रहालय को नहीं देखना चाहेंगे क्योंकि इसमें 1986 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ माराडोना के दो गोल की तस्वीर भी है जिसमें विवादास्पद ‘हैंड आफ गॉड’ गोल भी शामिल है ।विमान के अंदर माराडोना से जुड़ी चीजें रखी गई है।
- जकार्ता। जोरदार वापसी करके अगले दौर के जिए क्वालीफाई करने वाली आत्मविश्वास से भरी भारतीय पुरुष हॉकी टीम शनिवार को यहां एशिया कप के सुपर चार के अपने मैच में जपान से भिड़ेगी तो उसकी नजरें बेहतर प्रदर्शन करके इस टीम के खिलाफ ग्रुप चरण में मिली हार का बदला चुकता करने पर टिकी होंगी।अंतिम ग्रुप लीग मैच में इंडोनेशिया की कमजोर टीम का सामना करने के बावजूद सरदार सिंह के मार्गदर्शन में खेल रही युवा टीम की एक घंटे में 16 गोल दागने के लिए सराहना हो रही है।भारत को पाकिस्तान को पछाड़कर सुपर चार में जगह बनाने के लिए 15-0 या इससे बेहतर अंतर से जीत दर्ज करने की जरूरत थी और टीम ऐसा करने में सफल रही।भारत और पाकिस्तान दोनों के पूल ए में चार अंक रहे लेकिन गत चैंपियन भारत ने बेहतर गोल अंतर के कारण अगले दौर में जगह बनाई। इस ग्रुप में जापान शीर्ष पर रहा।पहले दो मैच में हालांकि भारत का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा।मेजबान होने के नाते पहले ही अगले साल होने वाले विश्व कप में जगह बनाने के कारण भारत ने टूर्नामेंट में युवा खिलाड़ियों को उतारने का फैसला किया जिससे कि उन्हें अनुभव मिल सके। भारतीय टीम में 12 ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने इससे पहले सीनियर स्तर पर कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला।भारत ने पहले मैच में पाकिस्तान से 1-1 से ड्रॉ खेला और फिर उसे जापान के खिलाफ 2-5 की हार का सामना करना पड़ा जिससे उस पर ग्रुप चरण से ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था।भारत ने हालांकि जोरदार वापसी करते हुए इंडोनेशिया के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की और अगले दौर में जगह बनाई।टीम को जापान से भी मदद मिली जिसने पाकिस्तान को अपने अंतिम ग्रुप मैच में 3-2 से हराया।भारतीय टीम सुपर चार चरण में अब बेहतर प्रदर्शन करना चाहेगी जहां जापान और उसके अलावा दक्षिण कोरिया और मलेशिया ने जगह बनाई है। ये सभी टीम एक दूसरे से एक बार भिड़ेंगी जिसके बाद शीर्ष दो टीम के बीच फाइनल होगा।भारत अब जापान से ग्रुप चरण में मिली हार का बदला लेना चाहेगा। टीम की राह हालांकि आसान नहीं होगी। जापान की टीम पलटवार करने में माहिर है और ग्रुप चरण में भारत के खिलाफ इसका नजारा पेश कर चुकी है।पेनल्टी कॉर्नर पर अधिक गोल करने में नाकामी भारत की चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि टीम के पास रूपिंदरपाल सिंह और अमित रोहिदास जैसा ड्रैगफ्लिकर नहीं है। यहां तक कि इंडोनेशिया की कमजोर टीम के खिलाफ भी भारत 20 से अधिक पेनल्टी कॉर्नर में से आधों को भी गोल में नहीं बदल सका।भारत की रक्षापंक्ति को गति पर निर्भर जापान के खिलाड़ियों को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। मिडफील्ड को भी गोल करने के अधिक मौके बनाने होंगे।इंडोनेशिया के खिलाफ पांच गोल करने वाले दिपसान टिर्की ने पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतर प्रदर्शन किया है लेकिन कुल मिलाकर यह भारत का कमजोर पक्ष है क्योंकि टीम पिछले मैच में 22 पेनल्टी कॉर्नर पर नौ ही गोल कर सकी।युवा उत्तम सिंह को बेहतर फिनिशिंग करनी होगी। पवन राजभर भारत के लिए स्टार रहे हैं। उन्होंने अपनी गति की बदौलत ना सिर्फ मौके बनाए बल्कि गोल भी किए।अनुभवी एसवी सुनील ने पिछले मैच में दो गोल किए लेकिन ऐसा लगता है कि उन पर आयु का असर पड़ रहा है और उनकी गति कम हुई है।भारत को हालांकि अगर जापान को हराना है तो दोनों टीम के बीच पहले मुकाबले की तुलना में अधिक अनुशासन के साथ खेलना होगा।सुपर चार चरण के एक अन्य मैच में दक्षिण कोरिया की टीम मलेशिया से भिड़ेगी।
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नयी दिल्ली. विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन खेल मंत्रालय की मिशन ओलंपिक इकाई (एमओसी) से मंजूरी मिलने के बाद रविवार से दुबई में दुनिया के नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन के साथ ट्रेनिंग करेंगे। आगामी बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों को देखते हुए ऐसा किया गया है। एमओसी ने साथ ही दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू की अपने फिटनेस ट्रेनर एम श्रीकांत मदापल्ली को टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के अंतर्गत टूर पर साथ ले जाने के अनुरोध को भी मंजूरी दे दी है। खेल मंत्रालय ने गुरूवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी। अल्मोड़ा के 20 वर्षीय सेन उस भारतीय पुरूष टीम का हिस्सा थे जिसने इस महीने प्रतिष्ठित थॉमस कप जीता था और वह 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक के दावेदारों में शामिल हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘लक्ष्य 29 मई से पांच जून (आठ दिन) तक दुबई में एक्सेलसन के साथ ट्रेनिंग करने के लिये तेयार हैं जिसके बाद वह 19 जून को मलेशिया के कुआलालंपुर में मलेशियाई ट्रेनिंग सेंटर में 19 से 26 जून (आठ दिन) तक ट्रेनिंग करेंगे। '' बयान में कहा गया, ‘‘एमओसी ने राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों के लिये ट्रेनिंग के दोनों प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। '' मंत्रालय ने कहा, ‘‘मंजूर की गयी राशि में उनका और उनके फिजियो का हवाई यात्रा, ठहरने और अन्य खर्चा शामिल होगा। '' मंत्रालय ने साथ ही सिंधू की अपने फिटनेस ट्रेनर को साथ ले जाने के लिये वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। बयान के अनुसार, ‘‘एम श्रीकांत मदापल्ली इंडोनेशिया मास्टर्स, इंडोनेशिया ओपन, मलेशिया मास्टर्स, मलेशिया ओपन और सिंगापुर ओपन में सिंधू के साथ जायेंगे। '' पूर्व विश्व चैम्पियन सिंधू ने इस साल दो सुपर 300 टूर्नामेंट - लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल और बासेल में स्विस ओपन - जीते हैं। -
पेरिस। गत चैम्पियन नोवाक जाकोविच ने बुधवार को यहां आसान जीत से फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम के पुरूष एकल वर्ग के दूसरे दौर में प्रवेश किया। सर्बिया के शीर्ष वरीय जोकोविच ने एलेक्स मोलकान को 6-2, 6-3, 7-6 से शिकस्त दी।
वहीं जर्मनी के तीसरे वरीय एलेक्जैंडर ज्वेरेव ने दो सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए रोलां गैरां में पदार्पण कर रहे अर्जेंटीना के सेबेस्टियन बाएज को 2-6, 4-6, 6-1, 6-2, 7-5 से हराया। महिलाओं के वर्ग में चौथी वरीयता प्राप्त मारिया सकारी दूसरे दौर में हारकर बाहर हो गयीं। वह पिछले साल यहां सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। सकारी को चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा ने 7-6, 7-6 से पराजित किया जिससे शीर्ष चार वरीय महिलाओं में से दो खिलाड़ी शुरूआती दाौर में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गयीं। 81वीं रैंकिंग की खिलाड़ी मुचोवा ने 2021 आस्ट्रेलियन ओपन में तब की नंबर एक खिलाड़ी एश बार्टी को हराया था। दूसरी वरीयता प्राप्त और गत चैम्पियन बारबोरा क्रेजसिकोवा सोमवार को बाहर हो गयी थीं।
अमेरिका की युवा खिलाड़ी कोको गॉफ ने बेल्जियम की एलिसन वान उयतवांक को 6-1, 7-6 से हराकर तीसरे दौर में प्रवेश किया। गॉफ पिछले साल यहां क्वार्टरफाइनल में पहुंची थीं जो उनका मेजर टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ नतीजा भी है। दो बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन विक्टोरिया अजारेंका ने दूसरे दौर में आंद्रिया पेतकोविच को 6-1, 7-6 से हराया। बेलारूस की 15वीं वरीय अजारेंका ने मुकाबले के दौरान 13 सहज गलतियां कीं जबकि प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी 42 सहज गलतियां कर बैठीं। अमेरिकी ओपन चैम्पियन एम्मा राडूकानू दूसरे दौर में बेलारूस की एलियाकसांद्रोवा सासनोविच से हारकर बाहर हो गयीं। सासनोविच ने 19 वर्षीय राडूकानू पर 3-6, 6-1, 6-1 से जीत दर्ज की। अजारेंका ने दो बार आस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीता है जबकि एक बार रोलां गैरां में सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। मारी बोजकोवा कोविड-19 पॉजिटिव पाये जाने के बाद फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर के मैच से पहले बाहर हो गयीं जिससे उनकी प्रतिद्वंद्वी एलिसे मर्टन्स तीसरे दौर में पहुंच गयीं। -
कोलकाता. भारतीय महिला फुटबॉल टीम की स्टार गोलकीपर अदिति चौहान को लगता है कि देश में 2019 के बाद से सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता की अनुपस्थिति के बावजूद आगामी विश्व कप के लिये अंडर-17 टीम की तैयारियों में कोई कमी नहीं हुई है। भारत ने अपनी अंतिम अंडर-17 राष्ट्रीय चैम्पियनशिप अप्रैल 2019 में करायी थी लेकिन इसके बाद कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण सारी योजनायें विफल हो गयी थीं। लेकिन अदिति को लगता है कि भारतीय टीम सही दिशा में आगे बढ़ रही है और अंडर-17 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक होगी। अदिति ने कहा, ‘‘यह ग्रुप पिछले कुछ समय से इसकी तैयारियों में जुटा है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें नियमित मैच समय मिल रहा है और अभ्यास भी नियमित रूप से हो रहा है, उम्मीद करते हैं कि उन्हें विश्व कप से पहले और अधिक मैत्री मैच खेलने को मिलेंगे। '' अदिति ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि खिलाड़ी विश्व कप में घरेलू दर्शकों के सामने शानदार प्रदर्शन करेंगी। '' भारतीय अंडर-17 कोच थॉमस डेनेरबी ने पहले ही 33 संभावित खिलाड़ियों को चुन चुके हैं जो इस समय जमशेदपुर में ट्रेनिंग में जुटी हैं।
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नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की पियाली बसाक ने माउंट एवरेस्ट फतह किया। पियाली माउंट एवरेस्ट पर बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के फतह करने वाली पहली भारतीय महिला हैं। पियाली रविवार को भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचीं हैं। पियाली बसाक की जीत पर बंगाल में खुशी की लहर है। बंगाल सरकार की ओर से भी पियाली बसाक को बधाई और शुभकामनाएं दी गई है।
दरअसल, हुगली जिले की रहने वाली पियाली बसाक बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के ही माउंट एवरेस्ट चढ़ने वाली भारत की पहली महिला पर्वतारोहीं बनीं हैं। वे हुगली जिले के चंदननगर की रहने वाली हैं। उन्होंने यह कामयाबी दूसरे प्रयास में हासिल की है। पिछली बार भी वह चोटी के काफी करीब पहुंच गई थीं, लेकिन फंडिंग की कमी की वजह से वह ऐसा नहीं कर सकी थीं।रिपोर्ट्स के मुताबिक माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल करने वालों के इतिहास में यह रिकार्ड अभूतपूर्व घटना है। हालांकि इससे पहले कई पर्वतारोही बिना आक्सीजन के एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचे हैं। देश-विदेश के अन्य पर्वतारोहियों ने भी रिकार्ड बनाया है, लेकिन पियाली बसाक ऐसा करने वाली भारत की पहली महिला पर्वतारोही हैं, जिसने बिना आक्सीजन के लिए एवरेस्ट की चोटी पर फतह हासिल की है। एवरेस्ट फतह करने के बाद वह कैंप चार में शिखर पर लौटी हैं।इससे पहले पियाली बसाक ऑक्सीजन समर्थन के बिना माउंट एवरेस्ट और माउंट ल्होत्से को फतह करने के लिए निकली थीं। हालांकि ऐसी रिपोर्ट्स आई थी कि धन की कमी के कारण उन्हें अपना अभियान लगभग छोड़ना पड़ा था। लेकिन आखिरकार उन्हें दोबारा एवरेस्ट के लिए अनुमति मिल गई और उन्होंने इसे फतह भी किया। - काठमांडू। बलजीत कौर ऐसी पहली भारतीय पर्वतारोही बन गई हैं जिन्होंने माउंट ल्होत्से पर चढ़ाई के बाद एक महीने से भी कम समय में, आठ हजार मीटर की ऊंचाई वाली चार पर्वत चोटियों पर चढ़ाई की। माउंट ल्होत्से दुनिया की चौथी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है। पीक प्रोमोशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पासंग शेरपा ने बताया कि कौर (27) हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और उन्होंने रविवार को माउंट ल्होत्से को फतह किया था। उन्होंने कहा कि वह एक सीजन में, आठ हजार मीटर ऊंची चार चोटियों पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
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जकार्ता । भारत की युवा टीम को पुरूष एशिया कप हॉकी चैम्पियनशिप में मंगलवार को यहां जापान के खिलाफ अनुभवहिनता का खामियाजा 2-5 की हार के साथ भुगतना पड़ा। अपने शुरूआती मैच में पाकिस्तान के खिलाफ ड्रॉ खेलने के बाद इस बड़ी हार से भारतीय टीम का आगे का सफर मुश्किल होगा। टीम अगर अगले मैच में इंडोनेशिया को हरा भी देती है तो उसके लिए नॉकआउट चरण का टिकट कटाना मुश्किल होगा। जापान के लिए केन नागायोशी, कोसी कावाबे (दो गोल), रयोमी ओका और कोजी यामासाकी ने गोल किए जबकि भारतीय टीम के लिए पवन राजभर और उत्तम सिंह ने गोल किया। कोच सरदार सिंह की युवा भारतीय टीम जापान की अधिक संगठित टीम के सामने लचर दिखी।
टीम के दो सीनियर खिलाड़ी कप्तान बीरेंद्र लाकड़ा और एसवी सुनील का खेल उस स्तर का नहीं दिखा जिसके लिए वे जाने जाते हैं। लाकड़ा ने मैच के बाद कहा, ‘‘ हमारे लिए पहले दो क्वार्टर बहुत कठिन थे क्योंकि हम इसमें लय हासिल नहीं कर सके। बाद के दोनों क्वार्टर में हमने बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन ज्यादा मौके नहीं बना सके।'' भारत के पास पहले हाफ के पांचवें मिनट में ही बढ़त बनाने का मौका था। 20 वर्षीय कार्ती सेल्वम ने अनुभवी एसवी सुनील को अच्छा पास दिया लेकिन सुनील गेंद को ठीक से रोकने में सफल नहीं रहे। जापान के पास भी इस क्वार्टर में गोल करने का मौका था लेकिन टीम के पेनल्टी कार्नर को भारतीय गोलकीपर सूरज करकेरा ने विफल कर दिया। दूसरे क्वार्टर में मिडफील्डर राज कुमार ने सर्कल के कोने से गोलपोस्ट की ओर शानदार शॉट लगाया लेकिन जापान के गोलकीपर ने इसे रोक दिया। जापान के इसके बाद मैच पर पकड़ बनाना शुरू किया और दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये। केन नागायोशी ने दूसरे पेनल्टी को गोल में बदलकर जापान का खाता खोला। भारत के पास इसके बाद बराबरी का मौका था लेकिन नीलम संजीप जेस के बनाये मौके को राज कुमार गोल में नहीं बदल सके। उनके रिवर्स हिट को गोलकीपर ने रोक लिया। मैच के 40वें मिनट में कावाबे ने मैदान के बीच से भारतीय खिलाड़ियों से गेंद छीन कर अकेले आगे बढ़ते हुए इसे गोल में बदल दिया। तीसरे क्वार्टर के आखिरी क्षणों में लाकड़ा ने जापान के सर्कल के अंदर शानदार मौका बनाया जिसे राजभर ने गोल में बदल दिया। आखिरी क्वार्टर में काटो के पास को ओका ने गोल में बदल कर जापान की बढ़त को 3-1 कर दिया लेकिन अगले ही मिनट में राजभर की मदद से उत्तम सिंह ने गोल कर इस अंतर को कम किया। आखिरी सात मिनट में भारत के दो खिलाड़ियों को मैदान से बाहर होना पड़ा और जापान ने इसका पूरा फायदा उठाया। मैच के 54वें मिनट में यामासाकी के गोल से जापान की बढ़त 4-2 हो गयी। इसके दो मिनट बाद कवाबे के प्रयास को गोलकीपर सूरज ने विफल किया लेकिन इस खिलाड़ी ने दूसरे प्रयास को गोल में बदल कर जापान की बढ़त 5-2 कर दी। -
पुणे। तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर ने 12 रन देकर चार विकेट चटकाये जिसकी मदद से सुपरनोवाज ने महिला टी20 चैलेंज के पहले मैच में सोमवार को ट्रेलब्लेजर्स को 49 रन से हरा दिया । वस्त्राकर ने ट्रेलब्लेजर्स की कप्तान स्मृति मंधाना (34), सलामी बल्लेबाज हेली मैथ्यूज (18), सोफिया डंकली (एक) और सलमा खातून (0) को दो अलग अलग स्पैल में आउट करके गत चैम्पियन टीम के बल्लेबाजी क्रम को तहस नहस कर दिया। इंग्लैंड की बायें हाथ की स्पिनर सोफी एक्सेलटोन और आस्ट्रेलिया की हरफनमौला एलाना किंग ने दो दो विकेट लिये । जीत के लिये 164 रन के लक्ष्य के जवाब में ट्रेलब्लेजर्स नौ विकेट पर 114 रन ही बना सके । इससे पहले सुपरनोवाज ने महिला टी20 चैलेंज में सर्वोच्च स्कोर बनाते हुए 163 रन जोड़े । ट्रेलब्लेजर्स की शुरूआत अच्छी रही और पहले विकेट के लिये मंधाना तथा मैथ्यूज ने पांच ओवर में 39 रन जोड़े । इसके बाद वस्त्राकर ने ट्रेलब्लेजर्स को तिहरे झटके दिये । पहले उन्होंने पांचवें ओवर की आखिरी गेंद पर मैथ्यूज को आउट किया । इसके बाद आठवें ओवर में चार गेंद के भीतर मंधाना और डंकली को पवेलियन भेजा । ट्रेलब्लेजर्स ने दस ओवर में चार विकेट 71 रन पर गंवा दिये थे । इसके बाद 11वें ओवर में दो विकेट गिरे । एक्सेलटोन ने दूसरी गेंद पर रिचा घोष (दो) को आउट किया जबकि अरूंधति रेड्डी खाता खोले बिना रन आउट हो गई । वस्त्राकर ने दूसरे स्पैल में खातून को पवेलियन भेजा । जेमिमा रौद्रिगेज (24) ने अकेले किला लड़ाने की कोशिश की लेकिन 14वें ओवर में मेघना सिंह का शिकार हो गई । इससे पहले सुपरनोवाज की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया और 29 गेंद में 37 रन बनाये । हरलीन देयोल ने 35 और डिएंड्रा डोटिन ने 32 रन की पारी खेली । आखिरी दो ओवर में हालांकि टीम ने आठ रन के भीतर नाटकीय ढंग से पांच विकेट गंवा दिये ।
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नयी दिल्ली। काउंटी क्रिकेट में सफलता के बाद एजबस्टन टेस्ट के लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ भारत जब एकमात्र टेस्ट के लिए उतरेगा तो उन्हें ससेक्स की ओर से काउंटी क्रिकेट खेलने का फायदा मिलेगा। चौंतीस साल के पुजारा ने ससेक्स की ओर से डिवीजन दो के पांच मैच में दो दोहरे शतक और दो शतक की मदद से 720 रन बनाए जिसके बाद चयनकर्ताओं ने पिछले साल हुई टेस्ट श्रृंखला के बचे हुए ‘पांचवें' टेस्ट के लिए उन्हें भारतीय टीम में जगह दी। पुजारा ने पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मुझे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट के लिए चुना गया और हाल में काउंटी में मेरे प्रदर्शन पर गौर किया गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘काउंटी मुकाबलों के दौरान क्रीज पर समय बिताने के बाद मेरा मानना है कि मुझे इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में इसका फायदा मिलेगा।'' पुजारा ने कहा, ‘‘हमेशा की तरह दौरे से पहले अच्छी तैयारी और ट्रेनिंग को लेकर उत्सुक हूं तथा उम्मीद करता हूं कि भारतीय टीम में योगदान देना जारी रखूंगा।'' भारतीय टीम में कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल स्थगित किया गया पांचवां टेस्ट बर्मिंघम में एक से पांच जुलाई तक खेला जाएगा। पिछले कुछ समय में खराब फॉर्म के कारण पुजारा को इस साल की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ भारत की घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए टीम से बाहर कर दिया गया था लेकिन ससेक्स की ओर से शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने टीम में वापसी की। पुजारा ने डर्बीशर के खिलाफ नाबाद 201 रन बनाने के बाद वोरसेस्टरशर के खिलाफ 109 रन की पारी खेली । उन्होंने इसके बाद डरहम और मिडिलसेक्स के खिलाफ क्रमश: 203 और नाबाद 170 की पारी खेली। रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए पुजारा ने मुंबई के खिलाफ 91 जबकि गोवा के खिलाफ नाबाद 64 रन बनाए। पुजारा ने भारत की ओर से 95 टेस्ट में 43.87 की औसत से 6713 रन बनाए हैं।
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चेन्नई. युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने हमवतन ग्रैंडमास्टर विदित गुजराती को हराकर मेल्टवाटर चैंपियन्स शतरंज टूर चेसेबल मास्टर्स 2022 आनलाइन शतरंज टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। रविवार को शुरुआती चरण के 15वें और अंतिम दौर में जीत के साथ प्रज्ञानानंदा ने विदित को नॉकआउट की दौड़ से बाहर कर दिया। क्वार्टर फाइनल में 16 साल के भारतीय खिलाड़ी का सामना चीन के वेई यी से होगा।
छठे दौर में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराने वाले प्रज्ञानानंदा 25 अंक जुटाकर नीदरलैंड के अनीष गिरी (29), कार्लसन (28) और चीन के डिंग लिरेन (25) के बाद चौथे स्थान पर रहे। सोलह खिलाड़ियों के टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे दो अन्य भारतीय पी हरिकृष्णा और विदित शीर्ष आठ में जगह बनाने में नाकाम रहे । अनुभवी हरिकृष्णा 18 अंक के साथ नौवें जबकि विदित 17 अंक के साथ 11वें स्थान पर रहे।
प्रज्ञानानंदा ने 13वें दौर में दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर अमेरिका के अभिमन्यु मिश्रा को 41 चाल में हराया था जबकि 14वें दौर में उन्होंने अमेरिका के ही सैम शेंकलैंड को ड्रॉ पर रोका। विदित के खिलाफ प्रज्ञानानंदा ने 35वीं चाल में विरोधी की गलती का फायदा उठाते हुए जीत दर्ज की।
प्रज्ञानानंदा ने नीदरलैंड के ग्रैंडमास्टर जोर्डन वान फोरीस्ट और एरिक हेनसन को भी हराया। उन्होंने शुरुआती चरण में आठ जीत दर्ज की जबकि चार बाजी गंवाई। उनकी तीन अन्य बाजियां ड्रॉ रहीं। -
पुणे भारतीय टीम की स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने रविवार को कहा कि वह अगले 12 महीने में टी20 मैचों की अधिक संख्या को देखते सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में अपने खेल को सुधारने और अधिक स्ट्रोक खेलने की कोशिश कर रही हैं। सोमवार से शुरु हो रही वुमेन टी20 चैलेंज लीग में गत चैम्पियन ट्रेलब्लेजर्स की अगुवाई कर रही मंधाना ने कहा, निजी तौर पर मैं अपने टी20 क्रिकेट पर काम कर रही हूं क्योंकि इस साल हमें बहुत सारे टी20 मैच खेलने हैं। मैं जितना शॉट खेलती थी उससे थोड़ा और अधिक शॉट खेलने की कोशिश कर रही हूं।'' महिला टी20 चैलेंज सोमवार से 28 मई तक यहां के एमसीए स्टेडियम में खेला जायेगा।
मंधाना ने कहा, ‘‘ हमारे लिए घरेलू टी20 सत्र अच्छा था, इसलिए हम उस लय को इस टूर्नामेंट को जारी रखना चाहते हैं। मैं इस बारे में नहीं सोच रही हूं कि इसमें कैसे खेला जाये लेकिन मैं जितना संभव हो उतना इसका लुत्फ उठाने की कोशिश करूंगी।'' सोमवार को सुपरनोवाज के खिलाफ अपनी टीम के पहले मैच के बारे में पूछे जाने पर मंधाना ने कहा कि सोफी एक्लेस्टोन और अलाना किंग की स्पिन जोड़ी चुनौती पेश करेगी लेकिन उनकी टीम के पास इससे निपटने की योजना है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास अपनी रणनीतियां तैयार हैं, उनके पास अच्छी गेंदबाजी इकाई है, खासकर सोफी (एक्लेस्टोन) और (अलाना) किंग के साथ स्पिन विभाग मजबूत है।'' सुपरनोवाज की कप्तान हरमनप्रीत कौर का मानना है कि महिला टी20 चैलेंज तेज गेंदबाज मानसी जोशी के लिए खुद को साबित करने और भारतीय टीम में अपनी जगह वापस पाने के लिए एक अच्छा मंच साबित होगा। पंजाब की 28 वर्षीय जोशी कोविड-19 जांच में पॉजिटिव पाये जाने के बाद टूर्नामेंट के 2020 सत्र में भाग नहीं ले सकी थी। हरमनप्रीत ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से पिछली बार उसे खेलने का मौका नहीं मिला था, लेकिन इस बार उसने घरेलू सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया और अब नेट सत्र में भी वह वास्तव में अच्छा कर रही है। यह उसके लिए एक अच्छा अवसर है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास एक अच्छी टीम है और मैं वास्तव में एक सकारात्मक सत्र की उम्मीद कर रहा हूं। -
मुंबई. दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने ऋषभ पंत के टीम की अगुआई जारी रखने का समर्थन करते हुए कहा कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज अभी काफी युवा है और कप्तानी के गुर सीख रहा है जिससे वह इस पद के लिये सही विकल्प बना रहेगा। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 15वें चरण में इस युवा ने मैदान पर कुछ ऐेसे फैसले किये जिससे पूरे सत्र में उनकी आलोचना होती रही। शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के सामने मुंबई इंडियंस के खिलाफ ‘करो या मरो' का मुकाबला था लेकिन रणनीतिक चूक का टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा जिससे वह प्लेऑफ में जगह बनाने में असफल रही। मुंबई इंडियंस की टीम 14.3 ओवर में तीन विकेट पर 95 रन के स्कोर पर थी लेकिन पंत ने एक रणनीतिक गलती कर दी और टिम डेविड के अपनी पारी की पहली गेंद पर बल्ला छुआने के लिये डीआरएस लेने से इनकार कर दिया और मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट करार नहीं दिया। डेविड ने फिर महज 11 गेंद में चार छक्के और दो चौके से 34 रन जड़ दिये जिससे मैच दिल्ली कैपिटल्स के हाथों से निकल गया। दिल्ली कैपिटल्स को मुंबई इंडियंस से पांच विकेट से हार मिली जिसके बाद पोंटिंग ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘निश्चित रूप से, मेरे दिमाग में कोई संशय नहीं है कि ऋषभ कप्तानी के लिये सही पसंद हैं, यहां तक कि पिछले सत्र में भी कोई संशय नहीं था। ऋषभ ने श्रेयस (अय्यर) के चोटिल (कंधे में चोट) होने के बाद कप्तानी संभालने के बाद टीम के साथ शानदार काम किया है। '' पोंटिंग ने कहा कि वह मैच को हाथों से निकलते हुए देखकर काफी निराश थे लेकिन उन्होंने पंत को हार के लिये जिम्मेदार नहीं ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘वह (पंत) युवा खिलाड़ी है और कप्तानी की बारीकियां सीख रहा है। टी20 टीम का कप्तान होना कोई आसान काम नहीं है, विशेषकर आईपीएल में जो इतना दबाव भरा टूर्नामेंट है और इसमें आप जो भी करते हो, उस प्रत्येक चीज पर गहरी नजर रखी जाती है। उसे निश्चित रूप से मेरा पूरा समर्थन प्राप्त है। '' पोटिंग ने साथ ही कहा, ‘‘खेल के एक पहलू पर उंगली उठाना हमेशा मुश्किल होता है। हमारी बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम का प्रदर्शन बहुत खराब था, हमने 40 रन पर चार विकेट गंवा दिये थे जो टी20 मैच शुरू करने का आदर्श तरीका नहीं है, विशेषकर बड़े मैचों में जिसमें आपको जीत दर्ज करनी ही हो। '' उन्होंने कहा, ‘‘टिम डेविड निश्चित रूपसे अच्छा खेला। वह शायद पहली ही गेंद पर आउट था लेकिन खेल के कई पहलू हैं जिससे हम निराश होंगे। खिलाड़ियों को इस तरह के मैचों से ही सीख लेने की जरूरत है। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी निराश महसूस कर रहा था कि मैच हमारे हाथों से निकल गया, हम अंतिम कुछ ओवरों में मैच अपने हक में खत्म नहीं कर सके। '' पोटिंग को लगता है कि इस सत्र में दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजी ग्रुप ने अनिरंतर बल्लेबाजी इकाई से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं अपने पूरे सत्र को देखूं तो यह कहना उचित होगा कि हमारे गेंदबाजी ग्रुप ने शायद हमारे बल्लेबाजी ग्रुप से कहीं बेहतर काम किया। हमारा बल्लेबाजी ग्रुप वास्तव में अनिरंतर रहा और शायद उतने रन नहीं बना सका जितने हमें बनाने चाहिए थे। - नयी दिल्ली। विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली मुक्केबाज निकहत जरीन का मानना है , ‘जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है'। तीन साल पहले तत्कालीन खेल मंत्री किरेन रीजीजू से ओलंपिक के लिए चयन ट्रायल की मांग करने वाली निकहत ने कहा कि इस घटना के बाद घर में रहने से उन्हें निराशा से उबरने में मदद मिली। निकहत की मांग के बाद भारतीय मुक्केबाजी संघ ने 2019 में दिग्गज मैरीकोम के खिलाफ चयन ट्रायल का आयोजन किया था जिसमें उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। विश्व चैम्पियनशिप में 52 क्रिग्रा में खिताब जीतने वाली निकहत ने उस घटना को याद करते हुए कहा, ‘‘ उस ट्रायल के बाद मैं मानसिक शांति के लिए घर चली गयी। फिर कोविड-19 के कारण लॉकडाउन हो गया। इससे मुझे साल 2020 में परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिला। '' उन्होंने कहा, ‘"मैं उस लॉकडाउन के दौरान निराशा से उबरने में सफल रही। मुझे विश्वास था कि जो कुछ भी होता है, अच्छे कारण के लिए होता है।" विश्व चैम्पियनशिप में 52 किग्रा वर्ग में सफलता के बाद जरीन राष्ट्रमंडल खेलों में 50 किग्रा में स्पर्धा करने की तैयारी कर रहीं है। इसी भार वर्ग में जूनियर विश्व चैम्पियन रही जरीन ने कहा, ‘‘ अगर शरीर ने साथ दिया तो राष्ट्रमंडल खेलों में मैं 50 किग्रा वर्ग में भाग लूंगी नहीं तो मैं 54 किग्रा में जाने की कोशिश करूंगी।'' इस 25 साल की मुक्केबाज ने कहा, ‘‘ मेरे लिए 50 किग्रा में मुश्किल नहीं होनी चाहिए क्योंकि मेरा नैसर्गिक वजन 51 किग्रा है, मुझे वजन वर्ग में नीचे आने के लिए केवल एक-डेढ़ किग्रा वजन कम करना होगा। मेरे लिए यह भी फायदेमंद होगा क्योंकि मेरी ‘हाइट' अच्छी है और मुझे कम लंबाई के मुक्केबाज मिलेंगे।'
- मुंबई। मुंबई की 10 वर्षीया स्केटर रिदम ममानिया माउंट एवरेस्ट के आधार शिविर की चढ़ाई करने वाले युवा भारतीय पर्वतारोहियों में शामिल हो गई हैं। रिदम ने 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित आधार शिविर तक की चढ़ाई 11 दिन में पूरी करके दुर्भल उपलब्धि हासिल की है। रिदम के माता-पिता -उर्मी और हर्षल- भी इस माह के शुरू में इस अभियान के दौरान रिदम के साथ थे। रिदम की मां उर्मी ने बताया, ‘‘मुंबई के उपनगरीय इलाके बांद्रा स्थित एमईटी ऋषिकुल विद्यालय की पांचवीं कक्षा की छात्र रिदम छह मई को अपराह्न एक बजे माउंट एवरेस्ट के आधार शिविर पहुंची।'' वर्ली की निवासी रिदम ने कहा, ‘‘स्केटिंग रिंग हो या आधार शिवर की चोटी, आपका दृढ़ संकल्प ही आपको लक्ष्य की ओर ले जाता है।'' उसने कहा, ‘‘स्केटिंग के साथ-साथ ट्रेकिंग हमेशा से मेरा जज्बा रहा है, लेकिन इस ट्रेकिंग ने मुझे यह सीख दी कि जिम्मेदार ट्रेकर होना कितना महत्वपूर्ण है और पर्वतीय कचरा प्रबंधन की समस्या से कैसे निपटा जा सकता है।'' रिदम की मां ने कहा कि उनकी बेटी को पांच वर्ष की उम्र से ही पर्वतारोहण से प्यार था और उसकी पहली लंबी ट्रेकिंग दूधसागर की थी और उसके बाद से उसने सहयाद्री पर्वतीय रेंज में माहुली, सोनदई, करनाला और लोहगड की चोटियों की चढ़ाई की। रिदम नेपाल की कंपनी सतोरी एडवेंचर्स के साथ आधार शिविर गयी थी। कच्छ के कुछ ट्रेकर का एक समूह भी उसके साथ था।
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एडीलेड. ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता एरियन टिटमस ने ऑस्ट्रेलियाई तैराकी चैंपियनशिप में महिलाओं के 400 मीटर फ्रीस्टाइल ने नया विश्व रिकॉर्ड कायम किया। ऑस्ट्रेलिया की इस तैराक ने दक्षिण ऑस्ट्रेलियाई ‘एक्वेटिक सेंटर' में रविवार को फाइनल में तीन मिनट, 56.40 सेकंड का समय लेते हुए केटी लेडेकी के रिकॉर्ड को तोड़ा। अमेरिका की केटी ने 2016 रियो ओलंपिक में तीन मिनट 56.46 सेकंड के साथ विश्व रिकॉर्ड कायम किया था। टिटमस ने पिछले साल तोक्यो ओलंपिक के 200 मीटर फ्रीस्टाइल में भी स्वर्ण जीता था। -
नयी दिल्ली. भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंदा रमेशबाबू ने चेसेबल मास्टर्स ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट के पांचवें दौर में विश्व चैम्पियन को मैग्नस कार्लसन को शिकस्त दी। इस 16 साल के भारतीय खिलाड़ी की मौजूदा सत्र में नॉर्वे के दिग्गज ग्रैंड मास्टर पर सत्र की दूसरी जीत है । उन्होंने तीन महीने पहले भी कार्लसन को हराया था। चेन्नई के खिलाड़ी ने शुक्रवार को कार्लसन की एक बड़ी गलती का फायदा उठाते हुए तीन अहम अंक हासिल किए । इस जीत वह नॉकआउट दौर में जगह के लिए बनाये रखने के दौड़ में बने हुए है। वह हालांकि इस जीत से संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस तरह से जीत दर्ज नहीं करना चाहता था।'' यह मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था लेकिन नॉर्वे के खिलाड़ी ने 40वीं चाल में गलती की और प्रज्ञानानंदा ने इसका फायदा उठाते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया। प्रज्ञानानंदा ने अगले दौर में एक अन्य भारतीय खिलाड़ी हरिकृष्णा के साथ ड्रॉ खेला और फिर उन्होंने गावैन जोन्स को हराया। उन्हें हालांकि दिन के अपने आखिरी मुकाबले में डेविड गुईजार्रो से हार का सामना करना पड़ा। प्रज्ञानानंदा डेढ़ लाख डॉलर इनामी राशि वाले टूर्नामेंट में 12 अंक के साथ तालिका में संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर हैं। चीन के वेई यी पहले और कार्लसन दूसरे स्थान पर है। प्रज्ञानानंदा ने इससे पहले फरवरी में कार्लसन को हराया था। वह इस खिलाड़ी के खिलाफ जीत दर्ज करने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय बने थे।
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अपने प्रतिद्वंद्वियों के 90 प्लस थ्रो से परेशान नहीं हूं : नीरज चोपड़ा
नयी दिल्ली. ओलंपिक चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा का कहना है कि अपने प्रतिद्वंद्वियों के सत्र की शुरूआत में बेहतरीन प्रदर्शन से वह परेशान नहीं हैं लेकिन उन्होंने कहा कि वह भी इस साल 90 मीटर का थ्रो फेंकना चाहेंगे । मौजूदा विश्व चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स और तोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता चेक गणराज्य के जाकूब वालेच ने 13 मई को दोहा डायमंड लीग में क्रमश: 93 . 07 और 90 . 88 मीटर के थ्रो फेंके । चोपड़ा ने तुर्की में अपने अभ्यास केंद्र से आनलाइन बातचीत में कहा ,‘‘ मैं दूरी का दबाव नहीं लेता । पीटर्स और जाकूब काफी मेहनत कर रहे हैं जिसकी वजह से अच्छा प्रदर्शन किया । मेरा भी सपना 90 मीटर पार करने का है और इसी साल कोशिश करूंगा ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे पता है कि प्रतिस्पर्धा कठिन है और बढ रही है । यह दिन के प्रदर्शन, मौसम और अन्य हालात पर निर्भर करता है । मैं आम तौर पर किसी के प्रदर्शन से आगे निकलने या रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोचता । मेरा फोकस अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर रहता है ।'' चोपड़ा इस समय तुर्की के अंताल्या में कोच क्लाउस बार्तोनिएज के साथ अभ्यास कर रहे हैं । उनका सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन 88 . 07 मीटर है। वह सत्र की पहली प्रतिस्पर्धा फिनलैंड में खेलेंगे जहां उनका सामना पीटर्स और जर्मनी के जोहानेस वेटर से होगा जो कई बार 90 मीटर से ऊपर का थ्रो लगा चुके हैं । इसके बाद वह जून में फिनलैंड में कुओर्तेन खेलों में भाग लेंगे जहां वह पिछले साल तीसरे स्थान पर रहे थे । उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा लक्ष्य विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन है । उसके अलावा राष्ट्रमंडल खेलों में फिर स्वर्ण जीतना चाहूंगा ।'' -
नयी दिल्ली. पैरालंपिक चैम्पियन प्रमोद भगत ने शनिवार को मनामा में बहरीन पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते और भारतीय बैडमिंटन टीम कई पदक जीतने की ओर अग्रसर है। भगत को पुरूष एकल एसएल3 फाइनल में इंग्लैंड के चिर प्रतिद्वंद्वी डेनियल बेथेल से वॉकओवर मिला जबकि उन्होंने मनीषा रामदास के साथ मिलकर मिश्रित युगल एसएल3-एसयू5 वर्ग के फाइनल में थाईलैंड के सिरपोंग टीमारोम और साएनसुपा निपाडा की जोड़ी को 21-4 21-11 से पराजित किया। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भगत ने एसएल3 सेमीफाइनल में हमवतन और पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता मनोज सरकार पर 21-16 21-14 से जीत दर्ज की थी। तरूण ढिल्लों भी पुरूष एकल एसएल4 फाइनल में स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने कोरिया के शिन क्यूंग हवान को फाइनल में 21-9 21-9 से शिकस्त दी थी। उन्होंने सेमीफाइनल में थाईलैंड के सिरपोंग टीमारोम को 21-14 21-15 से हराया था। महिला एकल में मंदीप कौर (एसएल3) को फाइनल में हलीमे यिल्डिज से 5-21 17-21 की हार से रजत पदक से संतोष करना पड़ा। उन्होंने शीर्ष वरीय और हमवतन मानसी जोशी को सेमीफाइनल में 21-18 21-14 से हराकर उलटफेर किया था। अन्य मुकाबलों में ढिल्लों और नितेश कुमार ने पुरूष युगल एसएल3-एसएच4 के सेमीफाइनल में जीत दर्ज की और फाइनल में उनका सामना थाईलैंड के मोंगजोन बुनसुन और सिरिपोंग टीमारोम की जोड़ी से होगा। भारतीय जोड़ी ने अंतिम चार में कोरिया के ह्वान और जू डोंगजाए की जोड़ी को सीधे गेम में 21-18 21-18 से पराजित किया। महिलाओं की स्पर्धा में रामदास (एसयू5) और मंदीप कौर (एसएल3) ने महिला युगल के फाइनल में जगह बनायी जहां इस भारतीय जोड़ी का सामना पलक कोहली और पारूल परमार की पैरालंपिक जोड़ी से होगा। परमार को हालांकि महिला एकल एसएल3 सेमीफाइनल में तुर्की की हलीमे यिल्डिज से 5-21 18-21 से हार मिली।
फाइनल में पहुंचे अन्य भारतीयों में नित्या श्री सुमति सिवान शामिल हैं जिन्होंने महिला एकल एसएच6 के सेमीफाइनल में थाईलैंड की चाई साएयांग पर 21-13 21-18 से जीत हासिल की। चिराग बरेठा और राज कुमार ने पुरूष युगल एसयू5 स्पर्धा तथा ढिनागरन पांडुरंगन और सिवराजन सोलोइमलाई की जोड़ी ने एसएच6 के फाइनल में प्रवेश किया। - नई दिल्ली। भारतीय ग्रांडमास्टर प्रज्ञानानंद रमेशप्रभु ने 2022 में विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन पर दूसरी जीत दर्ज की है। चेजबल मास्टर्स के पांचवें दौर में नार्वे के कार्लसन ने बड़ी गलती की और इसका फायदा उठाते हुए प्रज्ञानानंद ने उन्हें पटखनी दे दी। इस जीत के साथ ही ऑनलाइन रैपिड चेस टूर्नामेंट में प्रज्ञानानंद के नॉक आउट में पहुंचने की उम्मीदें बनी हुई हैं। तीन महीने में यह दूसरा मौका है, जब प्रज्ञानानंद ने कार्लसन को मात दी है। इससे पहले फरवरी के महीने में उन्होंने एयरथिंग्स मास्टर्स में विश्व चैंपियन कार्लसन को हराया था। यह उनकी कार्लसन पर पहली जीत थी।150 हजार अमेरिकी डॉलर (1.16 करोड़ रुपये) की इनामी राशि वाले इस टूर्नामेंट के पांचवें दौर में प्रज्ञानानंद और कार्लसन के बीच भिड़ंत हुई। यह मैच ड्रॉ की तरफ बढ़ रहा था, लेकिन 40वें मूव में कार्लसन ने बड़ी गलती की। उन्होंने अपने काले घोड़े को गलत जगह रख दिया। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया और अचानक ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा।