केंद्र ने डेयरियों को प्लास्टिक की मात्रा आधी करने कहा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सभी सहकारी दुग्ध संघों के साथ ही निजी डेयरियों से कहा है कि वे इस वर्ष 2 अक्टूबर को गांधी जयंती से अपने यहां प्रयोग किए जाने वाले प्लास्टिक की मात्रा घटाकर आधी कर दें। देश में दूध की उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वतंत्रता दिवस पर की गई घोषणा के बाद दूध के लिए प्लास्टिक की थैलियों को रिसाइकिल करने के लिए अमूल और मदर डेयरी से एक कार्य योजना बनाने के लिए अनुरोध किया गया। पशुपालन सचिव ने गुजरात दुग्ध संघ (अमूल), कर्नाटक दुग्ध संघ (नंदिनी) और महाराष्ट्र दुग्ध संघ (महानंद) जैसे बड़े प्रमुख डेयरी संघों से यह अनुरोध भी किया कि वे प्लास्टिक की थैलियों को घटाने, उनकी मात्रा कम करने और उनके दोबारा इस्तेमाल के लिए अभियान चलाएं। बैठक में देश में दूध की उपलब्धता, उसकी आपूर्ति, मूल्य और दुग्ध प्रसंस्करण करने वालों की आयात और निर्यात संबंधी मुद्दों की भी समीक्षा की गई।
प्लास्टिक पर रोक लगाने के रेल मंत्रालय के निर्देश
रेल मंत्रालय ने अपनी सभी इकाइयों को 50 माइक्रोन से कम पतले प्लास्टिक के इस्तेमाल पर दो अक्तूबर से रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। देश में प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करने के प्रधानमंत्री के आह्वान पर अमल के लिए रेलवे ने ये निर्देश जारी किए हैं। रेलवे ने प्लास्टिक कचरे की मात्रा को कम से कम करने और इसे पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित तरीके से निस्तारित करने की व्यवस्था करने पर भी जोर दिया जा रहा है। रेलवे सभी दुकानदारों और कर्मचारियों को प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाने के लिए 2 अक्तूबर को शपथ दिलायी जाएगी।
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