शुरुआती बारिश में ही छलक गए बराज
राजनांदगांव । मानसून की सक्रियता ने खेतों व नदी-नालों के साथ ही जलाशयों को भी समय से पहले छलका दिया है। ऐसा पहली बार हुआ जब शुरुआती बारिश में ही बराज के गेट खोलने पड़े। बताया गया कि बीते वर्ष प्रमुख जलाशयों में जलभराव की यह स्थिति 15 जुलाई के बाद निर्मित हुई थी। यानी इस वर्ष 17 दिन पहले ही बराजों में लबालब पानी भर गया। तीन बराजों से वर्तमान में 994 क्यूसेक पानी नहर के माध्यम से शिवनाथ नदी में बहाया जा रहा है। इसके प्रभाव से मोहारा में पुराना पुल बुधवार को दूसरे दिन भी डूबा रहा। हालांकि बारिश थमने के बाद गुरुवार से बैराजों के साथ नदी का भी जल स्तर कम होने की संभावना है।
मोंगरा बराज में वर्तमान में 32.05 मिलियन घन मीटर है। अभी वहां 26.51 मिलियन घन मीटर यानी 82.71 प्रतिशत पानी भरा है। वर्तमान में वहां से 680 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जल संसाधन विभाग के अनुसार वर्ष 2022 में इसी समय वहां 2.97 मिघमी पानी था। 11.73 मिलियन घनमीटर की क्षमता वाले सूखा नाला बराज में वर्तमान में जलभराव की स्थिति 7.04 है। जो क्षमता का 60.02 प्रतिशत है। वहां से 206 क्यूसेक पानी निकासी की जा रही है। बीते वर्ष इस दौरान वहां 1.37 मिघमी ही पानी था। इसी तरह घुमरिया नाला बराज में इन दिनों 2.02 मिलियन घन मीटर जलभराव है। यह क्षमता 2.72 मिघमी का 72.42 प्रतिशत है। गत वर्ष इसी अवधि में वहां मात्र 0.34 मिघमी ही पानी था। दो दिन से वहां 14 क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है।
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