किसान नंदकिशोर ने पहले दिन ही धान विक्रय होने पर जाहिर की अपनी खुशी
0- किसान नंदकिशोर ने धान उपज की बहुत अच्छी कीमत देने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को दिया धन्यवाद
0- राज्य शासन की ऑनलाईन टोकन एवं खाते में सीधे भुगतान जैसी व्यवस्था की सराहना की
राजनांदगांव। राज्य शासन द्वारा किसानों से खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत किसानों से समर्थन मूल्य और कृषक उन्नति योजना के तहत धान खरीदी प्रारंभ की गई है। शासन द्वारा किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की शुरूआत की गई है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम भोडिय़ा के किसान श्री नंदकिशोर धान उपार्जन केन्द्र सिंघोला धान बिक्री करने पहुंचे थे। किसान श्री नंदकिशोर ने राज्य शासन द्वारा समर्थन मूल्य एवं कृषक उन्नति योजना के तहत की जा रही धान खरीदी की सराहना की। किसान श्री नंदकिशोर ने बताया कि वे धान विक्रय करने धान खरीदी केन्द्र सिंघोला आए हैं। उनके पास 85 डिसमिल खेती जमीन है। उन्होंने बताया कि 13 नवम्बर को ऑनलाईन के माध्यम से 17 क्विंटल से अधिक धान विक्रय के लिए टोकन कटवाया था। किसान श्री नंदकिशोर ने पहले दिन ही धान विक्रय पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने बताया कि शासन की अच्छी व्यवस्था ऑनलाईन टोकन तुंहर हाथ मोबाईल एप्प और धान खरीदी केन्द्र में इलेक्ट्रानिक तौल मशीन उपलब्ध होने से शीघ्रता एवं आसानी से धान विक्रय हो पाया, इसके साथ-साथ धान खरीदी केन्द्र में धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता से हुई है। यहां किसानों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं छांव, पेयजल जैसी सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। धान खरीदी केन्द्र में धान विक्रय में किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई है।
किसान श्री नंदकिशोर ने राज्य शासन की ऑनलाईन टोकन एवं खाते में सीधे भुगतान जैसी व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि यह किसानों के लिए अत्यंत लाभदायक है। इससे किसानों के श्रम और समय की बचत हो रही है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा किसानों के वास्तविक उपज को खरीदने के लिए धान उपार्जन केन्द्र में अच्छी व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने किसानों के वास्तविक जरूरतों और उनके मेहनत का सम्मान करते हुए प्रति एकड़ 21 क्ंिवटल धान 3100 रूपए में प्रति क्ंिवटल के हिसाब से खरीदी सराहनीय है। किसान श्री नंदकिशोर ने धान उपज की बहुत अच्छी कीमत देने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया।













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