लेजेंड्री गायक बालासुब्रमण्यम की स्मृति में सदाबहार गीतों की दी स्वरांजलि
-सिविक सेंटर स्थित कलामंदिर में देर रात तक बही सुरों की गंगा
टी सहदेव
भिलाई नगर। सिविक सेंटर स्थित महात्मा गांधी कलामंदिर में मंगलवार को बोंगूस इंटरटेनमेंट के डायरेक्टर बी सुग्रीव तथा नीलम्स एजुकेशनल के संचालक नीलम चन्ना केशवलु की अगुवाई में सुरों के जादूगर लेजेंड्री पार्श्वगायक एसपी बालासुब्रमण्यम की स्मृति में संगीत संध्या का आयोजन किया गया। कलामंदिर के खचाखच भरे ऑडिटोरियम में 'सच मेरे यार है' सीजन-4 की शुरुआत संगीत जगत की कल्पनातीत हस्ती स्व. बालासुब्रमण्यम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। बड़ी स्क्रीन पर वीडियो द्वारा पेश की गई उनकी संगीतमय यात्रा, उनके सदाबहार गीतों की मेडली तथा अस्पताल में बिताए गए अंतिम समय और अंतिम यात्रा में उमड़े जनसैलाब के मार्मिक दृश्य को देखकर ऑडिटोरियम में मौजूद सभी की आंखें नम हो गईं। कार्यक्रम देर रात तक चला।
एसपी के सदाबहार गीतों की धूम
संगीत संध्या का आरंभ गणेश वंदना से हुआ, जिसे बी लिपिका ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच भरतनाट्यम के माध्यम से प्रस्तुत किया। उसके बाद एसपी के गाए 24 फिल्मी गीतों को स्थानीय और अतिथि गायकों ने लय में गाया। इनमें एवी श्रीनिवास, श्रव्या, रमेश, बी चैतन्या, शैलेंद्र नायक, जाह्नवी, आरती, विशाल, वीणा माखीजा, लता, तुषिता, जी समीक्षा, जे ललिता तथा आर जानकी शामिल हैं। उनकी गायकी के दौरान चीयरलीडर्स ने न केवल गायकों को प्रेरित किया, बल्कि दर्शकों का भरपूर मनोरंजन भी किया। इस मौके पर बोंगूस फैमिली ने 'सच मेरे यार है' गीत तथा कर्नाटक शैली की शास्त्रीय गायिका गंटि सरोजा ने एक तेलुगु गीत प्रस्तुत किया।
पचास से ज्यादा व्यक्ति सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान सांसद विजय बघेल, एसपी जीतेंद्र शुक्ला, भजन गायक प्रभंजय चतुर्वेदी, आंध्र साहित्य समिति के अध्यक्ष पीवी राव, सचिव पीएस राव, संयुक्त सचिव बीए नायडु, पूर्व क्रिकेटर राजेश चौहान, ओए अध्यक्ष नरेंद्र बंछोर, समाजसेविका बी पोलम्मा, राष्ट्रपति शिक्षक पुरस्कार प्राप्त के शारदा, श्रीधर मद्दी, जी स्वामी, श्रीनिवास रेड्डी, संजीत, बी पापाराव, डी मोहन राव, राहुल गुलाटी, बी कांताराव, बी जतिन, बी शुभम, पवन केशवानी, आदि नारायण, के अनिल, के लक्ष्मीनारायण एवं प्रभुनाथ बैठा सहित पचास से ज्यादा गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
सांसद ने सुर में गाया रफी का गीत
इस अवसर पर इवेंट डायरेक्टर बी सुग्रीव के आग्रह पर सांसद विजय बघेल ने शहंशाह-ए-तरन्नुम रफी साहब के गाए गीत 'तेरे मेरे सपने अब एक रंग हैं' को बहुत ही सुर में गाया। उन्होंने इस यादगार कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बी सुग्रीव की प्रतिभा और नीलम चन्ना केशवलु के प्रयासों की सराहना की। सांसद ने भिलाई के सांस्कृतिक और सामाजिक तानेबाने को लेकर कहा कि इसमें एक अजीब-सी कशिश है, यहां एक बार जो कोई आता है तो उसका दिल यहीं रम जाता है। पहले यह लौह नगरी, फिर खेल नगरी, उसके बाद शिक्षा नगरी, अब यह संगीत नगरी एवं लोक कलाकारों की नगरी बन गई है। भिलाई के बनने का सिलसिला अभी तो शुरू हुआ है, यह थमने वाला नहीं है। भिलाई में अनंत संभावनाएं हैं, हमें इस लघु भारत को हिंदुस्तान के क्षितिज पर पहुंचाना है।
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