सुशासन के साथ जनसामान्य को जोड़ने से योजनाओं के क्रियान्वयन में आएगी प्रगति- जीआर चुरेंद्र
- प्रशासन गांव की ओर जिला स्तरीय शिविर की श्री जीआर चुरेंद्र ने की समीक्षा, दिए महत्वपूर्ण सुझाव
मोहला । राज्य शासन द्वारा सुशासन को सुदृढ़ करने एवं जनसामान्य को शासन की योजनाओं से सीधे जोड़ने के उद्देश्य से जिले में प्रशासन गांव की ओर अंतर्गत जिला स्तरीय शिविरों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में मंगलवार को जिला स्तरीय शिविर की समीक्षा बैठक सेवानिवृत्त आईएएस श्री जीआर चुरेंद्र द्वारा की गई। उन्होंने विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, नवाचार एवं जन सहभागिता पर जिला स्तरीय अधिकारियों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति, पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भारती चंद्राकर, अपर कलेक्टर श्री जीआर मरकाम, डिप्टी कलेक्टर श्री डीआर ध्रुव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
सेवानिवृत्त आईएएस श्री जीआर चुरेंद्र ने कहा कि प्रशासन गांव की ओर अभियान के माध्यम से प्रशासन की पहुंच सीधे गांवों तक हो रही है, जिससे जनसामान्य में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है और लोग विभिन्न योजनाओं का लाभ सहजता से प्राप्त कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि योजनाओं के संचालन में प्रशासनिक अमले के साथ-साथ जनसामान्य एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता आवश्यक है। जनसहभागिता से बेहतर सहयोग प्राप्त होगा और योजनाओं के क्रियान्वयन में अपेक्षित प्रगति आएगी। उन्होंने जिला पंचायत द्वारा मोर गांव-मोर पानी अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि जिला, विकासखंड एवं ग्राम स्तर पर समन्वित कार्ययोजना बनाकर शासकीय भवनों, विद्यालयों एवं आवासों में जनजागरूकता एवं श्रमदान के माध्यम से सोख्ता गड्ढों का निर्माण कराया जाए। इससे भू-जल स्तर में निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।
श्री चुरेंद्र ने कहा कि नया जिला होने के बावजूद विभिन्न योजनाओं में जिले का उत्कृष्ट प्रदर्शन सराहनीय है। उन्होंने कहा कि शासन एक लोक-कल्याणकारी व्यवस्था के रूप में कार्य कर रहा है, जिसमें सभी को समर्पित भाव से कार्य करने की आवश्यकता है। पंचायतों की आय बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रयास किए जाने चाहिए। नशामुक्त समाज के विषय में उन्होंने कहा कि नशामुक्ति से पूर्व नशा नियंत्रण पर प्रभावी कार्य करना आवश्यक है, जिससे अभियान को बेहतर परिणाम मिल सकें। उन्होंने कृषि विभाग को फसल परिवर्तन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। साथ ही निजी बंजर भूमि के उपयोग हेतु उद्यानिकी, सिंचाई एवं मत्स्य विभाग के समन्वय से आयमूलक गतिविधियों के लिए संयुक्त कार्ययोजना तैयार करने को कहा ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो सके।
महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रकाश डालते हुए श्री चुरेंद्र ने कहा कि समय पर उचित पोषण नहीं मिलने के कारण महिलाओं में कुपोषण की समस्या देखी जाती है, जिसका प्रतिकूल प्रभाव बच्चों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इसके लिए महिलाओं को संतुलित एवं सही पोषण के प्रति जागरूक करना आवश्यक है, जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। उन्होंने प्रशासनिक सुदृढ़ता के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को मासिक दौरा कार्यक्रम तैयार करने, विभागीय समन्वय एवं आपसी सहयोग से कार्य करने के निर्देश दिए। इससे न केवल विभागीय योजनाओं में गति आएगी, बल्कि पात्र हितग्राहियों तक योजनाओं का लाभ प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सकेगा।












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