रबी फसलों का बीमा कराने हेतु अंतिम तिथि 31 दिसम्बर
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत चना, गेहूं, सरसों, अलसी फसलों का बीमा मात्र 1.5 प्रतिशत प्रीमियम दर पर
राजनांदगांव । प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत रबी वर्ष 2025-26 हेतु बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2025 है। गत वर्ष रबी 2024-25 में 39541 हेक्टेयर क्षेत्र रबी फसलों का बीमा हुआ था। असमायिक वर्षा एवं अन्य कारणों से फसलों की क्षति होने पर बीमा कंपनी द्वारा 33 करोड़ रूपए क्षतिपूर्ति के रूप में 20380 कृषकों को भुगतान किया गया था। इस वर्ष रबी 2025-26 में अब तक केवल 15627 हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों ने बीमा कराया है। कृषि विभाग द्वारा लगातार मैदानी अधिकारियों के माध्यम से किसानों के बीच जाकर फसलों का बीमा कराने हेतु कार्य किया जा रहा है। साथ ही समितियों द्वारा भी धान उपार्जन करने वाले केन्द्रों के माध्यम से किसानों को अपने फसलों को बीमा आवरण में लेने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। परंतु जिन किसानों द्वारा भी धान विक्रय नहीं किया गया है तथा बैंक के माध्यम से खरीफ अल्पकालीन ऋण को अद्यतन नहीं कराया गया है। बीमा करने में बैंकों को व्यवहारिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में यदि किसान अपने ऋण को अद्यतन नहीं करा पाये हैं, वह अऋणी कृषक के रूप में लोकसेवा केन्द्रों के माध्यम से अपने फसलों का बीमा करवा सकते हंै।
रबी वर्ष किसान द्वारा प्रीमियम राशि प्रति हेक्टेयर गेहूं सिंचित 690 रूपए प्रति हेक्टेयर, गेहूं असिंचित 405 रूपए प्रति हेक्टेयर, चना 645 रूपए प्रति हेक्टेयर, राई-सरसों 375 रूपए प्रति हेक्टेयर एवं अलसी 315 रूपए प्रति हेक्टेयर प्रीमियम राशि रखा गया है। बीमा योजना का ऋणी एवं अऋणी दोनों प्रकार के कृषक लाभ उठा सकते है। उप संचालक कृषि श्री टीकम सिंह ठाकुर ने जिले के सभी कृषकों से प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत शेष अंतिम दिवसों में कृषक बैंक शाखा, लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से बीमा कराकर फसलों को सुरक्षित कर बीमा आवरण का लाभ लेने तथा प्राकृतिक आपदाएं ओलावृष्टि, चक्रवात, चक्रवाती बारिश, बेमौसमी बारिश से होने वाले नुकसान से आर्थिक सुरक्षा के लिए बीमा कराने की अपील की है।





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