बस्तर दशहरे में कल मावली माता की डोली एवं मां दंतेश्वरी के छत्र की होगी विदाई
- कल होगा विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरे का समापन
जगदलपुर । 75 दिनों तक चलने वाली विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा में दंतेवाड़ा से बस्तर दशहरा में शामिल होने आई मावली माता की डोली एवं मां दंतेश्वरी के छत्र की कल विदाई होगी। माई जी की डोली एवं छत्र की विदाई के साथ विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरे का समापन हो जाएगा।
बस्तर दशहरे की शुरुआत श्रावण मास के अमावश तिथि को पाट जात्रा विधान के साथ हुई थी। पाट जात्रा विधान के बाद डेरी गड़ाई, काछंगादी, जोगी बिठाई, बेल जोड़ा पूजा विधान, निशाजात्रा, मावली परघाव, भीतररैनी तथा बाहर रैनी सहित लगभग 70 से अधिक रस्म निभाई गई। गौरतलब हो कि बस्तर दशहरे में रावण दहन नही होता अपितु यहां आदिशक्ति मां दंतेश्वरी की विधि विधानपूर्वक पूजा अर्चना की जाती है। इसे देखने के लिए देश विदेश से भारी संख्या में लोग आते है।
शक्तिपीठ दन्तेवाड़ा से बस्तर दशहरा में शामिल होने आयी मावली माता एवं मां दन्तेश्वरी के डोली एवं छत्र की विदाई विधिविधान पूर्वक कल 31 अक्टूबर दिन मंगलवार को होगी। file photo

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