तुम अगर साथ देने का वादा करो मैं यूं ही मस्त नगमें लुटाता रहूं ...
महान गायक महेन्द्र कपूर की पुण्यतिथि पर विशेष आलेख-आरती झा
तुम अगर साथ देने का वादा करो मैं यूं ही मस्त नगमें लुटाता रहूं ........ यह गीत आज की युवा पीढ़ी भी शौक से गुनगुनाती है। यह इस गाने का जादू ही है कि फिल्म हमराज (1967) के रिलीज होने के 53 बरसों के बाद भी यह गाना आज भी लोकप्रिय है। यह कमाल है गायक कलाकार महेन्द्र कपूर , संगीतकार रवि और गीतकार साहिर लुधयानवी का। इस फिल्म के गाने से ही गायक कलाकार महेन्द्र कपूर के कॅरिअर में जबरदस्त उछाल आया। उनके गाए देशभक्ति गीतों ने भी खासी लोकप्रियता हासिल की।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी महेन्द्र कपूर हिन्दी फि़ल्म संगीत के स्वर्णकाल की प्रमुख हस्तियों में से एक थे। जब भी देशभक्ति के गीतों का उल्लेख होता है, लोगों के जेहन में सबसे पहला नाम उनका ही आता है। उनके गाये हुए देशभक्ति गीत लोगों को देश के लिए कुछ कर गुजरने की भावना से भर देने की अपूर्व क्षमता रखते हैं। मेरे देश की धरती सोना उगले... भारत का रहने वाला हूं..... , अब के बरस तुझे धरती की... जैसे गीतों के साथ देशभक्ति गीतों का पर्याय बन गए महेन्द्र कपूर ने अपने चार दशक के फि़ल्मी सफर में कऱीब 25 हज़ार गीत गाए। उनकी प्रतिभा सिर्फ़ हिन्दी तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि उन्होंने पंजाबी, मराठी, भोजपुरी आदि क्षेत्रीय भाषाओं के गीतों को भी स्वर दिया।
ऐसे शुरू हुआ सफर
महेन्द्र कपूर को गाने का शौक था। उन्होंने 1957 में मेट्रो मर्फी ऑल इंडिया गायन प्रतियोगिता में एक प्रतिभागी के रूप में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता के जज के तौर पर संगीतकार नौशाद अली साहब मौजूद थे। नौशाद उनकी गायकी से काफी प्रभावित हुए और उन्हें सोहनी महिवाल के गीत चांद छुपा और तारे डूबे, गाने का मौका दिया। उसके बाद वी. शांताराम की फि़ल्म नवरंग में उनकी प्रतिभा निखर कर आई। इस फि़ल्म में उन्होंने आधा है चंद्रमा रात आधी.... गीत गाया था, जो कि सुपरहिट हुआ। महेन्द्र कपूर की लोकप्रियता में अभिनेता मनोज कुमार की देशभक्तिपूर्ण फिल्मों का अभूतपूर्व योगदान रहा। एक समय महेन्द्र कपूर की आवाज़ भारत की जीवंत आवाज कहलाती थी।
महेन्द्र कपूर की आवाज में फोक जोन था और इसी कारण उनके गाए देशभक्ति गीत लोगों के दिल के बेहद करीब हैं। उनका गाया मेरे देश की धरती... गीत सुनने पर लगता है जैसे वह किसी ठेठ पंजाबी गांव से गाया जा रहा हो। उनकी आवाज में वह बात थी जो श्रोताओं को पंजाब के गांवों, खेतों और ढाबों में ले जाती थी और यही कारण है कि उनके गाए देशभक्ति गीत बेहद लोकप्रिय हुए। मनोज कुमार की फिल्म उपकार का गीत मेरे देश की धरती., पूरब और पश्चिम का गीत भारत का रहने वाला हूं जैसे महेन्द्र कपूर के लिए ही लिखे गए थे।
सदाबहार गायक महेन्द्र कपूर ने अलग-अलग तरह के गीत गाए, लेकिन उपकार का यह गीत देश के हर कोने में होने वाले सभी देशप्रेम से जुड़े समारोहों में बजाया जाने लगा और बहुत लोकप्रिय हुआ। महेन्द्र कुमार ने फिल्म हमराज के सारे गाने गए और यह फिल्म अपने गानों और कहानी की वजह से चर्चित रही। फिल्म में सुनील दत्त और नई अभिनेत्री विमी ने लीड रोल निभाया था।
महेन्द्र कपूर के यादगार गीतों में गुमराह फिल्म का चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाए हम दोनों., हमराज का नीले गगन के तले धरती का प्यार पले., किसी पत्थर की मूरत से., तुम अगर साथ देने का वादा करो... जैसे कई गाने शामिल हैं। महेन्द्र कपूर ने बी आर चोपड़ा की धूल का फूल, हमराज, गुमराह, वक्त, धुंध जैसी बहुत सी फिल्मों को अपनी आवाज दी। इसके अलावा उनकी आवाज से सजा महाभारत सीरियल का शीर्षक गीत अथ श्रीमहाभारत कथा..श्रोताओं के जेहन में आज भी ताजा है।
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