गर्दन तोड़ू डांस से लेकर किंग ऑफ रोमांस.......
-50 रुपए मासिक थी पहली सेलरी
आलेख-मंजूषा शर्मा
पुरानी फिल्मों की बात करें तो शम्मी कपूर का जिक्र किए बिना कुछ अधूरा सा लगता है। उनका वो अलहदा गर्दन तोड़ू डांस, उनकी गहरी आंखें जो दिल तक उतरती थीं, वो हंसमुख- रोमांटिक अंदाज...वो उनके सुपरहिट गाने.... क्या- क्या उल्लेख करूं., बात खत्म ही नहीं होगी। इसलिए तो उन्हें किंग ऑफ रोमांस कहा जाता था। आज यदि वो जीवित होते तो अपना 91 वां जन्मदिन मना रहे होते और सोशल मीडिया पर हमेशा की तरह सक्रिय होकर अपने विचार से लोगों को रूबरू करा रहे होते। शायद फिल्मों में भी वो नजर आ जाते, क्योंकि अभिनय तो जैसे उनकी नसों में खून बनकर दौड़ रहा था।
आज ट्वीटर पर शम्मी कपूर को याद करते हुए एक प्यारी सी विंटेज फोटो देखने को मिली, जिसका जिक्र मैं जरूर करना चाहूंगी। इस फोटो के बारे में कुछ खास तो नहीं लिखा गया है, लेकिन देखकर लगता है कि यह शम्मीकपूर की दूसरी शादी की फोटो है जिसमें उनकी पत्नी नीला नई नवेली दुल्हन की तरह लग रही हैं। साथ में हैं पूरा कपूर परिवार। पिता पृथ्वीराज कपूर, मां रामसरनी कपूर, भाई राजकपूर- कृष्णा राजकपूर, शशि कपूर- जेनिफर शशिकपूर। शम्मी कपूर ने अभिनेत्री गीता बाली से प्रेम विवाह किया था, लेकिन गीता का साथ उन्हें ज्यादा दिनों तक नसीब नहीं हुआ। चेचक की बीमारी ने इस प्यारी सी जोड़ी को अलग कर दिया। गीता बाली की मौत के कुछ साल बाद शम्मी कपूर ने नीला देवी से विवाह किया।
शम्मी कपूर ने अपने दौर में खूब फिल्में की। गीता बाली, सुरैया, मधुबाला, नूतन, मुमताज, हेमामालिनी, आशा पारेख, सायरा बानो से लेकर अपने दौर की सभी लोकप्रिय हिरोइनों के साथ उनकी फिल्में हिट रही। वक्त के साथ उन्होंने अपने आप को ढाला और चरित्र भूमिकाओं में भी लोगों को प्रभावित करते रहे। अपनी आखिरी फिल्म उन्होंने रणबीर कपूर के साथ की, रॉक स्टार। फिल्म की शूटिंग के समय वे बीमार चल रहे थे, लेकिन अपने पोते के साथ काम करने की ललक उन्हें स्टुडियो तक ले आई।
शम्मी कपूर जैसा डांस कोई नहीं कर पाया। वे खुद अपने डांस को गर्दन तोड़ डांस कहा करते थे। कहा जाता है कि शम्मी कपूर ने कभी अपने डांस के लिए कोरियाग्राफर का इस्तेमाल नहीं किया। वह अपने डांस के स्टेप्स म्यूजिक के हिसाब से खुद तैयार करते थे। दरअसल उनके डांस करने के जुनून को देखते हुए अभिनेत्री नरगिस ने उन्हें एक रिकॉर्ड प्लेयर गिफ्ट किया था और शम्मी कपूर उसे बजाकर खूब डांस किया करते थे।
50 रुपए मासिक थी सेलरी
फिल्मों में हीरो का रोल करने के लिए शम्मी कपूर ने खूब मेहनत की। उनके पिता पृथ्वीराज कपूर काफी सख्त थे और जब शम्मीकपूर ने उनसे कहा कि वे भी अभिनेता बनना चाहते हैं, तो पृथ्वीराज ने कहा कि ठीक है , लेकिन वे भी दूसरे जूनियर आर्टिस्ट की तरह पचास रुपए महीने में काम करेंगे। उस समय तक उनके बड़े भाई राज कपूर हीरो और निर्देशक के तौर पर अपनी पहचान बना चुके थे। शम्मी कपूर ने लगभग तीन साल वहां काम किया। फिर दूसरे स्टुडियो में तीन सौ रुपए महीना में काम करने लगे। कहा जाता है कि पृथ्वीराज कपूर को भरोसा नहीं था कि शम्मी कपूर हीरो बन सकते हैं। शम्मी कपूर को सफलता देर से मिली, पर जब मिली तो क्या खूब मिली। एक समय वे नई हीरोइनों के लिए लकी चार्म बन गए थे।
सीखने की खूब थी ललक
शम्मी कपूर के सीखने की खूब ललक थी। जब उन्होंने फिल्मों में काम करना एक प्रकार से बंद कर दिया था, तो उन्होंने कम्प्यूटर सीखा और टेक्नो गुरू बन गए। हिन्दुस्तान में कंप्यूटर आने से पहले ही वे विदेश से कंप्यूटर ले आए थे। वे कंप्यूटर ठीक करने के अलावा कोडिंग करना भी जानते थे। बहुत जल्द ही वे इंटरनेट के मास्टर हो गए। उन्होंने कपूर परिवार के लिए एक साइट बनाई थी जिसे वे रोज अपडेट करते थे। वे इंटरनेट यूजर कमिटी के चेयरमैन और फाउंडिंग मेंबर थे। 80 साल की उम्र तक आते-आते स्वास्थ्य ने उनका साथ छोडऩा शुरू कर दिया था और वे व्हील चेयर पर आ गए थे, लेकिन उनके हाथ मोबाइल या लैपटॉप पर खूब चलते थे। इसी हालत में उन्होंने फिल्म रॉक स्टार में काम किया था। शम्मी कपूर म्यूजिक, खानपान से लेकर खेल और गाडिय़ों का अच्छा-खासा शौक रखते थे।
शम्मी कपूर के कुछ लोकप्रिय गाने.....
1. चाहे कोई मुझे जंगली कहे... याहू...
2. ऐहसान तेरा होगा मुझ पर दिल चाहता है वो कहने दो
3. इशारों इशारे में दिल लेने वाले
4. तुम मुझे यूं भुला न पाओगे
5. इस रंग बदलती दुनिया में
6. दिल के झरोखे में तुझ को बिठाकर
7. यूं तो हमने लाख हंसी देखे हैं, तुमसा नहीं देखा
8. कोई हसीना सपनों में आके .. याला याला दिल ले गई
9. सवेरे वाली गाड़ी से चले जाएंगे
10. आ जा आ जा मैं हूं प्यार तेरा.....
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