पहचाना इस कलाकार को, रेखा से लेकर कई मशहूर एक्ट्रेस के साथ अफेयर के रहे खूब चर्चे
पुण्यतिथि पर विशेष
आलेख मंजूषा शर्मा
मासूम से इस बाल कलाकार को देखकर अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल है कि आखिर ये कौन है। बड़े होने पर हीरो के रूप में इस कलाकार ने काफी नाम कमाया। अपने अभिनय से एक अलग मुकाम हासिल किया, तो निजी जिंदगी को लेकर भी खूब चर्चा में रहे। ये हैं विनोद मेहरा जिनकी आज पुण्यतिथि हैं। मात्र 45 साल की उम्र में इस हीरो का आज ही के दिन 1990 में देहावसान हो गया था।
विनोद मेहरा का जन्म- 1& फरवरी, 1945 को अमृतसर में हुआ था। उन्होंने 100 से अधिक फि़ल्मों में अभिनय किया था। वर्ष 1958 फि़ल्म रजनी में उन्होंने एक कलाकार के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। इस फिल्म में उन्होंने किशोर कुमार के बचपन का रोल निभाया था। बड़े होने पर अभिनय के शौक ने उन्हें ऑल इंडिया टैलेंट कॉन्टेस्ट तक पहुंचाया। यह वर्ष 1965 की बात थी। विनोद मेहरा इस प्रतियोगिता के फाइनलिस्ट बने थे। प्रतियोगिता का आयोजन यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स और फिल्मफेयर के द्वारा किया गया था। लेकिन फाइनल में विनोद मेहरा को राजेश खन्ना के हाथों शिकस्त खानी पड़ी थी और उन्हें रनर अप बनकर ही संतोष करना पड़ा था। राजेश खन्ना फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार बने और विनोद खन्ना सोलो हीरो के रूप में एक छोटी पारी ही खेल पाए और बी ग्रेड फिल्मों तक सीमित होकर रह गए। राजेश खन्ना के साथ उन्होंने कुछ फिल्में की, लेकिन साइड हीरो के रूप में। फिल्म एक थी रीटा में विनोद मेहरा पहली बार तनुजा के हीरो के रूप में नजर आए थे। दरअसल मुम्बई के चर्चगेट इलाके में गेलार्ड नामक एक रेस्तरां पचास-साठ के दशक में संघर्ष कर रहे फिल्मी कलाकारों का अड्डा हुआ करता था। वहां रूप के. शोरी नामक फिल्म डायरेक्टर अक्सर आया-जाया करते थे। एक दिन उनकी निगाह विनोद मेहरा पर ऐसी ठहरी कि उन्होंने अपनी फिल्म में उन्हें नायक की भूमिका सौंप दी और इस तरह से वे तनूजा के हीरो के रूप में नजर आए।
निजी जिंदगी रही काफी चर्चित
विनोद मेहरा जितने हैंडसम हीरो थे, दिलफेंक भी माने जाते थे। फिल्म अभिनेत्री रेखा के साथ उनके इश्क के चर्चे काफी उड़े। कहा जाता है कि उन्होंने शादी भी कर ली थी, लेकिन विनोद मेहरा की मां को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। स"ााई क्या है ये दोनों कलाकार ही बता सकते थे। न तो रेखा ने और न ही विनोद मेहरा ने इस शादी का खुलासा किया। विनोद मेहरा और रेखा की फिल्म घर, भारतीय सिने जगत की एक कालजयी फिल्म मानी जाती है। घोषित रूप में विनोद मेहरा ने अपनी मां की पसंद की लड़की मीना ब्रोका से शादी की। इसी दौरान बिंदिया गोस्वामी के साथ फिल्म करते -करते वे उन्हें दिल दे बैठे। बिंदिया उम्र में उनसे 16 साल छोटी थीं। यह अफेयर विनोद मेहरा और मीना की तलाक की वजह बना। विनोद मेहरा ने बाद में बिंदिया गोस्वामी के साथ शादी भी कर ली, लेकिन चार साल में यह शादी भी टूट गई। बिंदिया ने विनोद मेहरा से तलाक लेने के बाद निर्देशक जे. पी. दत्ता से शादी कर घर बसा लिया जिनकी आज दो बेटियां हैं। विनोद मेहरा ने तीसरी शादी किरण से की और उनका यह साथ बना रहा। उनकी एक बेटी सोनिया और बेटा रोहन मेहरा हैं। विनोद मेहरा की मौत के बाद किरण अपने ब"ाों को लेकर केन्या चली गईं। बेटा रोहन बड़ा हो चुका है और अब बॉलीवुड में काम तलाश रहा है। हाल ही मे रोहन ने उन्होंने फिल्ममेकर निखिल आडवाणी की फिल्म 'बाजार' से डेब्यू किया है । कई शार्ट फिल्में भी उन्होंने लिखी हैं।
मौसमी चटर्जी का साथ लकी साबित हुआ
विनोद मेहरा के सफल फि़ल्मी करिअर में अभिनेत्री मौसमी चटर्जी का अभूतपूर्व योगदान रहा है। शक्ति सामंत की फि़ल्म अनुराग (1972) में मौसमी चटर्जी और विनोद मेहरा पहली बार साथ आए, जिसमें मौसमी ने एक दृष्टिहीन युवती का रोल संजीदगी के साथ किया था। विनोद एक आदर्शवादी नायक थे और अपने पिता की इ'छा के विरुद्ध वह मौसमी से शादी करना चाहते थे। इसके बाद फि़ल्म उस पार (बसु चटर्जी), दो झूठ (जीतू ठाकुर) तथा स्वर्ग नरक (दसारी नारायण राव) में मौसमी के नायक बने।
निर्देशक के रूप में काम किया
कहा जाता है कि अपने कॅरिअर के ढलान में वे अपने काम को लेकर काफी परेशान रहा करते थे। उन्होंने निर्देशन में हाथ आजमाना चाहा और ऋषि कपूर, श्रीदेवी ,अनिल कपूर को लेकर फिल्म गुरुदेव शुरू की। कहा जाता है कि इन कलाकारों ने डेट्स को लेकर उन्हें काफी परेशान किया और वे तनाव में रहने लगे थे। इसी दौरान अचानक दिल का दौरा पडऩे से मात्र 45 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उनके निधन के बाद यह फिल्म रिलीज हुई।
प्रमुख फि़ल्में
विनोद मेहरा ने भारतीय सिनेमा में 100 से अधिक फि़ल्मों में अभिनय किया है। बाल कलाकार के रूप में विनोद मेहरा ने फि़ल्मों में शुरुआत की। इनकी फि़ल्म लाल पत्थर (1972), अनुराग (1972), सबसे बड़ा रुपैया (1976), नागिन (1976), अनुरोध (1977), साजन बिना सुहागन (1978), घर (1978), दादा (1979), कर्तव्य (1979), अमर दीप (1979), जानी दुश्मन (1979) आदि।
विनोद मेहरा पर फिल्माये गए मशहूर गाने
1. गीत गाता हूं मैं गुनगुनाता हूं मैं...
2. फिर वही रात है
&. तेरे बिना जिया जाये ना
4. अजनबी कौन हो तुम
5. दिल के टुकड़े टुकड़े करके मुस्कुरा के चल दिए
6. आप की आंखों में कुछ महके हुए राज है
7. वादा करो जानम
8. कितनी खूबसूरत ये तस्वीर है
9. साथी तेरे नाम एक दिन जीवन कर जाएंगे
10. तेरे नैनो के मैं दीप जलाऊंगा
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