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तनाव भी कमजोर कर सकता है आपकी आंखें

आंखों को कभी-भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। आंखों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए जरूरी उपाय अपनाना चाहिए। आमतौर पर खराब जीवनशैली हमारी आंखों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। स्ट्रेनफुल लाइफस्टाइल के कारण हमें लंबे समय तक स्क्रीन पर समय बिताने, स्क्रीन पर पढ़ने करने या अन्य गतिविधियों को अंजाम देना पड़ता है। इससे आंखों में तनाव और थकान हो सकती है। पर क्या वास्तव में स्ट्रेस आईसाइट को प्रभावित करता है?
तनाव पहुंचाता है आंखों को गंभीर नुकसान
लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क में रहने, खराब रोशनी, या लंबे समय तक एक ही काम पर ध्यान केंद्रित करने से सूखापन, लालिमा और असुविधा जैसे लक्षण हो सकते हैं। दूसरी ओर जब हम गंभीर रूप से तनावग्रस्त और एंग्जाइटी फील करते हैं, तो शरीर में एड्रेनालाइन का हाई लेवल आंखों पर दबाव पैदा कर सकता है। इसके कारण दृष्टि धुंधली हो सकती है। लंबे समय तक एंग्जाइटी से पीड़ित लोग पूरे दिन आंखों के तनाव से पीड़ित हो सकते हैं।
क्या होता है आंखों पर तनाव का असर
लोग अकसर यह सवाल करते हैं कि क्या भावनात्मक तनाव दृष्टि समस्याओं का कारण बन सकता है? तो इसका जवाब है हां। जब हम गंभीर रूप से तनावग्रस्त और एंग्जाइटी फील करते हैं, तो शरीर में एड्रेनालाइन का लेवल बढ़ जाता है, जो आंखों पर दबाव पैदा कर सकता है। इस तरह, भावनात्मक तनाव दृष्टि समस्याओं का कारण बन सकता है।
क्या हो सकते हैं आई स्ट्रेस के लक्षण
आंखों में दर्द, थकान, जलन या खुजली, आंखों से पानी आना या सूख जाना, धुंधली या डबल विजन होना, सिरदर्द, गर्दन, कंधे या पीठ में दर्द आई स्ट्रेस के लक्षण हो सकते हैं। इनके अलावा प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि हो सकती है। इसे फोटोफोबिया कहा जाता है। यह भी महसूस हो सकता है कि आंखें खुली रखना मुश्किल है।
इन तरीकों से करें बचाव
 एलोवेरा जेल का करें इस्तेमाल
आंखों की स्ट्रेस को कम करने के लिए एलोवेरा जेल को आंखों के चारों ओर धीरे-धीरे लगाया जा सकता है। इसे आंखों के अंदर नहीं लगायें। इससे जलन और लालिमा कम होगी।
खीरे के टुकड़े रखें
बंद पलकों पर खीरे के टुकड़े रखने का क्लासिक उपाय सूजन को कम करने और थकी हुई आंखों को शांत करने में मदद कर सकता है।
आंखों में गुलाब जल डालें
प्रत्येक आंख में शुद्ध गुलाब जल की कुछ बूंदें थकी हुई आंखों को ताजगी और रि जुवेनेशन प्रभाव डाल सकती हैं।
थोड़ी देर के लिए आंखें बंद करके रखें
एंग्जाइटी के कारण अगर ब्लर विजन हो रहा है तो बेहतर है कि थोड़ी देर के लिए अपनी आंखें बंद करके लेट जाएं। इससे विजन के बारे में घबराहट कम हो सकती है। एंग्जाइटी को ठीक कर और अपने पैनिक अटैक को रोककर ब्लर विजन को को रोका जा सकता है। बंद पलकों पर खीरे के टुकड़े रखने का क्लासिक उपाय सूजन को कम करने और थकी हुई आंखों को शांत करने में मदद कर सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक
आंखों के लिए हमेशा याद रखें ये नियम
लंबे स्क्रीन टाइम के दौरान आंखों के तनाव को रोकने के लिए हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें। इस समय कम से कम 20 फीट दूर किसी चीज़ पर ध्यान केंद्रित करें। नियमित रूप से पलकें झपकाएं: अधिक बार पलकें झपकाने का सचेत प्रयास करें, क्योंकि इससे आपकी आंखों में नमी बनी रहेगी और सूखापन कम होगा।
उचित प्रकाश व्यवस्था
 सुनिश्चित करें कि आपके ऑफिस में अच्छी रोशनी हो। हार्ड और चमकदार रोशनी से बचें, जो आंखों की थकान में योगदान कर सकती हैं।
गर्म सेक
बंद आंखों पर गर्म सेक लगाने से आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है और रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। लंबे स्क्रीन टाइम के दौरान आंखों के तनाव को रोकने के लिए हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें

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