छोटे बच्चों को सर्दियों में धूप में जरूर बिठाएं, उनकी सेहत को मिलेंगे ये फायदे
सर्दियां बढ़ रही हैं। एक्सपर्ट की मानें, तो छोटे बच्चों के लिए सर्दियों में धूप में बैठना बहुत फायदेमंद होता है। हालांकि, आज के समय में ज्यादातर बच्चे घर की चाहरदीवारी में फोन के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। लेकिन, पेरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चों सर्दियों के दिनों में कुछ समय धूप में जरूर बैठने की सलाह दें।
विटामिन-डी बनता है
विटामिन-डी एक बहुत ही जरूरी न्यूट्रिएंट है। इसके बिना शरीर कैल्शियम का सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकता है। खासकर, बच्चों की ग्रोथ और मजबूत हड्डियों के लिए विटामिन-डी और ज्यादा जरूरी हो जाता है। विटामिन-डी एक मात्र ऐसा तत्व है, जिसका निर्माण हमारा शरीर अपने आप धूप में बैठने से करने लगता है। इसलिए, इन दिनों बच्चां को सर्दियों की धूप में जरूर बैठाएं। हर स्थिति में बच्चां से कहें कि कम से 15 से 20 मिनट बाहर गुनगुनी धूप में आउटडोर गेम्स खेलें।
याददाश्त बेहतर होती है
माना जाता है कि धूप में बैठने की वजह से हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन नाम के हार्मोन के स्तर बढ़ता है। हेल्थलाइन वेबसाइट में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, "सेरोटोनिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण हार्मोन है। यह हमारी ओवर ऑल हेल्थ को कई तरह से प्रभावित करता है। अगर सेरोटोनिन का स्तर शरीर में संतुलित रहे, तो इससे याददाश्त पर अच्छा असर पड़ता है और मूड भी बेहतर रहता है। यही नहीं, आप ज्यादा फोकस्ड और शांत महसूस कर सकते हैं।" इन फायदों को ध्यान में रखते हुए आप समझ सकते हैं कि अगर बच्चां को रोजाना कुछ सर्दियों के दिनों में धूप में बैठने की सलाह दी जाए, तो उनकी याददाश्त बेहतर हो सकती है, जो उन्हें पढ़ाई में मदद कर सकती है।
इम्यूनिटी बूस्ट होती है
बच्चों की इम्यूनिटी का स्ट्रॉन्ग होना बहुत जरूरी है। अगर बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत न हुई, तो बदलते मौसम में वे आसानी से बीमार पड़ सकते हैं। इस तरह की परेशानी से बचने के लिए अक्सर पेरेंट्स बच्चे की डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल पर फोकस करते हैं। इसी क्रम में पेरेंट्स को चाहिए कि वे बच्चे को धूप में बैठने की सलाह दें। जैसा कि पहले ही बताया गया है कि सूरज की रोशनी में कुछ देर बैठने की वजह से विटामिन-डी का निर्माण होता है। यह तत्व इम्यूनिटी को भी बूस्ट करने में मदद करता है। इससे बच्चे के बीमार होने का जोखिम भी कम हो जाता है।
स्किन बेहतर होती है
शायद आपको यह पता न हो कि कई तरह की स्किन से जुड़ी परेशानियां धूप में बैठने से दूर हो जाती हैं। webmd में प्रकाशित एक लेख की मानें, तो नवजात शिशुओं को धूप में जरूर ले जाना चाहिए। असल में, जन्म के समय कई बच्चों को जॉन्डिस हो जाता है। ब्ल्ड में अतिरिक्त मात्रा में बिलिरुबिन होने के कारण जॉन्डिस यानी पीलिया जैसी बीमारी होती है। नतीजतन, बच्चों की स्किन का कलर पीला पड़ जाता है। ऐसे बच्चों को अगर धूप में बैठाया जाए, तो बिलिरुबिन की अतिरिक्त मात्रा घटने लगती है और धीरे-धीरे बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार होने लगता है। हालांकि, नवजात शिशु को सीधे-सीधे सूरज की रोशनी के संपर्क में नहीं रखना चाहिए। जहां हल्की धूप हो, वहां बच्चे को लिटा सकते हैं या फिर धूप में बैठे हैं, तो मां या पिता बच्चे को गोद में लेकर बैठ सकते हैं।
इमोशनल हेल्थ अच्छी होती है
धूप में खेलने-कूदने के कारण बच्चों के लिए यह बहुत ही सुनहरा समय होता है। वे दूसरे बच्चों के साथ खेल-कूद सकते हैं। धूप में खेलने की वजह से बॉडी में सेरोटोनिन रिलीज होता है, जो फील गुड का अहसास कराता है। वेबएमडी के मुताबिक धूप में खेलने की वजह से बच्चों में सेरोटोनिन रिलीज होता है, जो उन्हें एनर्जी प्रदान करता है। साथ ही सीजनल एफेक्टिव डिसऑर्डर जैसी बीमारियों से भी दूर रखने में मदद करता है। यहां तक कि धूप में खेलने की वजह से डिप्रेशन जैसी बीमारियां भी दूर होती हैं।
नवजात शिशु को धूप में कैसे रखें?
नवजात शिशु को सीधे-सीधे धूप के संपर्क से दूर रखना चाहिए। यह उनकी स्किन के लिए सही नहीं है। इसके बजाय पेरेंट्स अपने नवजात शिशु को एक-दो सप्ताह में करबी 15 से 20 मिनट के लिए धूप में ले जा सकते है। नवजात शिशु के लिए सुबह-सुबह की धूप सही होती है। कड़ी धूप में उन्हें घर से बाहर न ले जाएं।
क्या शिशुओं को धूप में रखना चाहिए?
शिशुओं को धूप में ले जाने में कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, अगर आपका शिशु 6 माह से कम उम्र का है, तो उन्हें धूप के सीधे संपर्क में न ले जाएं।
सर्दी में कितनी देर धूप में बैठना चाहिए?
सर्दियों की धूप बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि बड़ों के लिए भी बहुत अच्छी होती है। इन दिनों आप कम से कम 15-20 मिनट धूप में जरूर टहलें। इससे आपको बहुत फायदे मिलेंगे।
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