होम वोटिंग से बुजुर्ग द्रौपदी, रामबाई एवं दिव्यांग चन्द्रकांता का मतदान करने का सपना हुआ साकार
नई व्यवस्था को बताया अंत्यत कारगर, निर्वाचन आयोग का माना हृदय से आभार
बालोद। देश के प्रत्येक मतदाताओं का मताधिकार का प्रयोग सुनिश्चित कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए होम वोटिंग की सुविधा अपने शारीरिक असमर्थता एवं वृद्धावस्था के कारण मतदान केन्द्र तक पहुँच पाने में असमर्थ मतदाताओं के लिए अत्यंत कारगर साबित हो रहा है। भारत निर्वाचन आयोग की इस नई व्यवस्था के फलस्वरूप अनेक बुजुर्ग तथा दिव्यांग मतदाता अपने घर में ही अपने मताधिकार का प्रयोग आसानी से कर पा रहे हैं। आयोग के इस नई व्यवस्था के चलते बालोद जिले के मतदाताओं ने भी लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के अंतर्गत आज आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की है। इसके अंतर्गत आज जिले के बालोद विकासखण्ड के ग्राम परसाही के 90 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता श्रीमती द्रौपदी कंवर एवं ग्राम ओरमा निवासी 87 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता श्रीमती राम बाई साहू तथा ग्राम खपरी निवासी दिव्यांग मतदाता श्रीमती चंद्रकांता सोनवानी ने आसानी से अपने घर पर ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। भारत निर्वाचन आयोग के इस नई व्यवस्था को अत्यंत कारगर एवं उपयोगी बताते हुए इन मतदाताओं एवं उनके परिजनों ने निर्वाचन आयोग की इस पहल की भूरी-भूरी सराहना की है।
भारत निर्वाचन आयोग के इस व्यवस्था की सराहना करते हुए बालोद विकासखण्ड के ग्राम परसाही की बुजुर्ग मतदाता श्रीमती द्रौपदी बाई के पुत्र श्री योगराज कंवर ने आयोग की इस नई व्यवस्था को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया। उन्होंनेे कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए इस नई व्यवस्था के फलस्वरूप अब देश का कोई भी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित नही होगा। इसी तरह निर्वाचन आयोग की इस नई व्यवस्था की सराहना ग्राम ओरमा की बुजुर्ग मतदाता श्रीमती राम बाई साहू की पुत्री श्रीमती कुमारी बाई ने भी की है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए होम वोटिंग की सुविधा के फलस्वरूप चलने-फिरने में पूरी तरह से असमर्थ उनकी माता श्रीमती रामबाई आज अपने घर पर ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर पा रही हैं। जो कि हमारे लिए अत्यंत यादगार क्षण होगा। इसी तरह ग्राम खपरी के दिव्यांग मतदाता श्रीमती चंद्रकांता सोनवानी को उनके गंभीर शारीरिक असमर्थता के बावजूद उनके घर पर ही मताधिकार के प्रयोग की सुविधा मिलने से उनके परिजन बहुत ही प्रसन्नचित है। निर्वाचन आयोग के इस महत्वपूर्ण पहल की सराहना करते हुए दिव्यांग चंद्रकांता सोनवानी के पुत्र दिनेश सोनवानी ने इसे दिव्यांगों एवं वृद्ध मतदाताओं के लिए अत्यंत सहयोगी एवं कारगर बताया है।
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