नौकरी घोटाला मामले में पुलिस ने पूर्व मंत्री और तीन अन्य को किया गिरफ्तार
विरूद्धनगर (तमिलनाडु)। अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के नेता एवं पूर्व मंत्री रहे के टी राजेंद्र भालाजी को एक कथित नौकरी घोटाले के सिलसिले में बुधवार को कर्नाटक में गिरफ्तार कर तमिलनाडु लाया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार पूर्व मंत्री की कथित रूप से मदद करने को लेकर तीन अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि नौकरी घोटाले के सिलसिले में आरोपी भालाजी की अग्रिम जमानत अर्जी पिछले महीने मद्रास उच्च न्यायालय से खारिज हो जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
इस संबंध में शिकायतें मिलने के बाद विरूद्धनगर पुलिस द्वारा कम से कम दो प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। कम से कम 23 पीडि़तों की पहचान की गयी है और 1.40 करोड़ रूपये उनसे कथित रूप से नौकरी दिलान के नाम पर वसूले गये थे। उन्हें सरकारी डेयरी सहकारी संगठन 'आविन'समेत राज्य सरकार के विभागों/ उपक्रमों में नौकरी दिलाने का वादा किया गया था। आरोपियों पर धोखाधड़ी, साजिश, आपराधिक धौंसपट्टी समेत भादंसं की संबंधित धाराएं लगायी गयी हैं।
भालाजी एवं अन्य आरोपियों की जमानत अर्जियों को खारिज करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा था कि नौकरी के इस अवैध धंधे में निदोर्षों को ठगा गया, उन्हें लालच दिया गया और उनके भविष्य पर प्रश्न खड़ा हो गया, नौकरी चाहने वालों ने न केवल पैसे गंवाये बल्कि वे अपना भविष्य भी गंवा बैठे।
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