केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चीनी का उत्पादन कम करने और ऊर्जा तथा जैव ईंधन क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुरूप कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने को कहा
नई दिल्ली। राजमार्ग और सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली के पडोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण विशेष रूप से सर्दियों में बढने वाले वायु प्रदूषण पर चिन्ता व्यक्त की है। मुंबई में एक आयोजन में उन्होंने बताया कि इंडियन ऑयल ने हरियाणा के पानीपत में एक लाख लीटर बायो-एथेनॉल और डेढ सौ टन बायो-बिटुमेन की दैनिक उत्पादन क्षमता वाली परियोजना शुरू की है। श्री गडकरी ने कहा कि इससे देश ईंधन के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि जो किसान पराली जला रहे हैं, उन्हें बायो-एथेनॉल और बायो-बिटुमेन के उत्पादन के लिए दो हजार रुपये प्रति टन का भुगतान किया जा सकता है।
श्री गडकरी ने ट्री बैंक के बारे में भी बताया कि अपने क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने के उपाय करने वाले नगर निगमों, नगर परिषदों और ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा।
श्री गडकरी ने बताया कि ट्री बैंक की अवधारणा का पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी अनुमोदन किया है। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों से पानी उपलब्ध कराने के लिए कम शुल्क लगाया जाना चाहिए।
श्री गडकरी ने जोर देकर कहा कि ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से राजस्व अर्जित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ध्वनि प्रदूषण पर अधिनियम बनाया जाएगा, क्योंकि जोर से हॉर्न बजाने से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण होता है। भविष्य में हॉर्न में तबला, बांसुरी और माउथ ऑर्गन की संगीतमय ध्वनियाँ होंगी।
श्री गडकरी ने कहा कि पुणे में वाघोली से शिरूर के बीच ऐसे पुल का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें आठ लेन की सड़क, छह लेन का पुल और उस पर मेट्रो चलेगी।
श्री गडकरी ने बताया कि सरकार ने कृषि क्षेत्र को ही ऊर्जा और बिजली क्षेत्र की दिशा में मोडने का फैसला किया है। सरकार ने पैट्रोल में बीस प्रतिशत एथेनॉल मिलाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अब गन्ने से चीनी बनाने की जगह उससे अधिक एथेनॉल बनाने की प्रक्रिया अपनाने का समय आ गया है। श्री गडकरी ने कहा कि एथेनॉल की मांग बहुत ज्यादा है और पिछले साल देश में चार सौ करोड लीटर एथेनॉल उत्पादन की क्षमता थी, लेकिन पैट्रोल में बीस प्रतिशत एथेनॉल मिलाने के लिए इसकी कुल मांग एक हजार करोड लीटर की है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने एथेनॉल उत्पादन बढाने के उपाय किये हैं। श्री गडकरी ने बताया कि उन्हें किर्लोस्कर कंपनी का एक जनरेटर प्राप्त हुआ, जो सौ प्रतिशत बायो-एथेनॉल से चलता है।
श्री गडकरी ने बताया कि सरकार ने फ्लैक्स इंजन बनाने का भी फैसला किया है। बजाज, टीवीएस और हीरो कंपनियां पहले ही फ्लैक्स इंजन लगा रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कार बनाने वाली टोयटा, हुण्डई, मर्सिडीज और सुजुकी कंपनियों ने जल्दी ही फ्लैक्स इंजन लाने का वायदा किया है। श्री गडकरी ने कहा कि भविष्य का सबसे महत्वपूर्ण ईंधन हरित हाइड्रोजन होगी।








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