खुद को न्यायिक मजिस्ट्रेट बताकर एक व्यक्ति ने कारोबारी से ठगे 2.60 लाख रुपये
इंदौर (मप्र)। इंदौर में सिविल जज की परीक्षा की तैयारी कर रहे एक विधि स्नातक ने खुद को न्यायिक मजिस्ट्रेट बताया और एक कारोबारी को उसके खिलाफ अदालत में चल रहे एक मुकदमे को खत्म करने का झांसा देते हुए उससे कथित रूप से 2.60 लाख रुपये ठग लिए। यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को दी । जूनी थाने के प्रभारी योगेश सिंह ने बताया कि आरोपी राजीव लाहोटी (43) के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और पररूप धारण करने को लेकर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘आरोपी लाहोटी ने कारोबारी हरबंश सिंह वाधवा (58) से देवास जिला अदालत में मुलाकात की और खुद को न्यायिक मजिस्ट्रेट बताया। उसने वाधवा के खिलाफ अदालत में चल रहा मुकदमा खत्म करने के लिए उससे तीन लाख रुपये की मांग की थी। वाधवा ने 15 अगस्त को उसे 2.60 लाख रुपये का भुगतान किया।'' सिंह ने बताया, ‘‘भुगतान करने के बाद भी जब अदालत में उसके खिलाफ मुकदमा खत्म नहीं हुआ, तो वाधवा ने आरोपी लाहोटी के बारे में पूछताछ की और पाया कि आरोपी मजिस्ट्रेट नहीं है, बल्कि सिविल जज की परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इसके बाद आरोपी लाहोटी ने भी फोन उठाना बंद कर दिया, तब वाधवा ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करायी।







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