राजनीतिक दल यदि आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को टिकट देते हैं तो इसका औचित्य बताना होगा-- मुख्य निर्वाचन आयुक्त
नई दिल्ली। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा है कि राजनीतिक दल यदि आपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को टिकट देते हैं तो इसका औचित्य बताना होगा। गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के बाद संवाददाता सम्मेलन में श्री कुमार ने कहा कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अपने आपराधिक विवरण के बारे में विज्ञापन देना होगा, ताकि लोग सोच-समझकर मतदान का निर्णय ले सकें।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए अंतिम मतदाता सूची दस अक्टूबर को जारी की जाएगी। पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य में पचास प्रतिशत संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। राज्य में पहली बार अस्सी वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर से वोट देने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श मतदान केंद्र बनाया जायेगा, जहां प्रौद्योगिकी और पर्यावरण अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। श्री कुमार ने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सात मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाएं करेंगी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि आयोग ने राजनीतिक दलों के कई सुझाव स्वीकार किये हैं। इनमें रेवड़ियां बांटने के वादे पर कड़ी कार्रवाई, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को मतदाताओं को लाने-ले जाने की अनुमति नहीं देने और मतदान के दिन उद्योगों से कामगारों को लाने की अनुमति शामिल है।श्री कुमार ने कहा कि राज्य में चार करोड़ तिरासी लाख से अधिक मतदाता हैं। इनमें ढाई करोड़ पुरुष और दो करोड़ सैंतीस लाख महिलाएं हैं। अस्सी वर्ष से अधिक उम्र के दस लाख छत्तीस हज़ार से अधिक मतदाता हैं। इनमें सौ वर्ष से ऊपर के ग्यारह हज़ार आठ सौ मतदाता हैं। आयोग ने पहली बार लगभग एक हज़ार 290 ट्रांसजेंडर मतदाताओं का पंजीकरण कराया है। श्री कुमार ने युवाओं से विधानसभा चुनाव में मताधिकार का उपयोग करने का आग्रह किया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग के दल ने पिछले दो दिनों में ज़िला चुनाव अधिकारियों, ज़िला पुलिस प्रमुखों, पुलिस महानिरीक्षकों और उपमहानिरीक्षकों के साथ चुनाव तैयारियों की समीक्षा की।
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