अपने व्यवहार से करदाताओं का भरोसा हासिल करें कर अधिकारी: सीतारमण
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आयकर अधिकारियों से नीतियों के समय पर क्रियान्वयन में मानकों को ऊंचा करने और अपने व्यवहार से करदाताओं का भरोसा अर्जित करने को कहा। सीतारमण ने आयकर अधिकारियों की नई प्रौद्योगिकी को अपनाने और केवल छह महीनों के भीतर नए आयकर विधेयक का मसौदा तैयार करने में उनकी तत्परता की सराहना की। उन्होंने जल्द से जल्द ओजीई के लंबित मामलों को निपटाने के लिए प्रेरित किया। ओजीई (या प्रभावी आदेश) एक ऐसा आदेश है जो एक आयकर अधिकारी को तब पारित करना होता है जब कोई करदाता कर निर्धारण के विरुद्ध अपील में विभाग के खिलाफ मामला जीत जाता है।
उन्होंने यहां 166वें आयकर दिवस समारोह में कहा, ‘‘अच्छी नीतियां ही पर्याप्त नहीं हैं। वास्तव में जो मायने रखता है वह है समय पर क्रियान्वयन... मुझे लगता है कि इतने वर्षों में आपने (कर अधिकारी) अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। अब मानकों को ऊंचा करने का समय आ गया है।'' वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘आप और भी बेहतर हो सकते हैं। आप अपने व्यवहार से करदाताओं का विश्वास अर्जित कीजिए।'' उन्होंने कहा कि आयकर दिवस राज्य और करदाता के बीच अघोषित सामाजिक अनुबंध की फिर से पुष्टि करने का अवसर है। सीतारमण ने नए आयकर विधेयक, 2025 का मसौदा तैयार करने वाले अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि आयकर कानून 1961 को सरल बनाने वाले प्रस्तावित कानून का मसौदा तैयार करने में 60,000 मानव घंटे लगे। उन्होंने कहा, ‘‘1961 से इसे छुआ तक नहीं गया। इसमें कई संशोधन जुड़ते गये। व्यापक समीक्षा नहीं हुई। इसलिए, जो काम शुरू किया गया, उसमें इतने घंटे लगे।''
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