अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा पूरी करने के बाद दिल्ली लौटीं राष्ट्रपति मुर्मु
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की छह दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा समाप्त हो गई। अंगोला और बोत्सवाना की यात्रा करने के बाद आज शुक्रवार को राष्ट्रपति मुर्मु भारत आ गई हैं।
भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से पोस्ट करते हुए बताया, “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अंगोला और बोत्सवाना की अपनी राजकीय यात्रा पूरी करने के बाद दिल्ली पहुंचीं।”
आपको बता दें,राष्ट्रपति मुर्मु छह दिवसीय अफ्रीकी देशों की यात्रा पर थीं। इस क्रम में राष्ट्रपति चार दिन अंगोला की यात्रा पर थीं, इसके बाद दो दिन की यात्रा के लिए मंगलवार को बोत्सवाना रवाना हुईं। बोत्सवाना दौरे के दौरान राष्ट्रपति ने बोत्सवाना के राष्ट्रपति डुमा बोको के साथ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की।
राजकीय यात्रा के अंतिम दिन राष्ट्रपति मुर्मु ने कल गुरुवार को बोत्सवाना के उपराष्ट्रपति नदाबा नकोसिनाथी गाओलाथे और विदेश मंत्री के साथ कई अहम बैठकें कीं। उन्होंने एडवोकेट ड्यूमा गिदोन बोको के साथ कल गुरुवार को मोकोलोडी नेचर रिजर्व का दौरा किया। दोनों नेताओं ने भारत और बोत्सवाना के विशेषज्ञों की ओर से घांजी क्षेत्र से पकड़े गए चीतों को क्वारंटाइन केंद्र में छोड़े जाने के दृश्य को देखा। यह कार्यक्रम ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत बोत्सवाना की ओर से भारत को आठ चीतों के प्रतीकात्मक दान का प्रतीक है। गौरतलब हो, यह आयोजन वन्यजीव संरक्षण में भारत-बोत्सवाना सहयोग में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।
वहीं, राष्ट्रपति भवन की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा एक पोस्ट में बताया गया कि दोनों नेताओं ने उल्लेखनीय विकास पथ पर भारत की सराहना की। इन बैठकों में रणनीतिक क्षेत्रों में भारत-बोत्सवाना के स्थायी सहयोग को और मजबूत और गहरा करने के लिए आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
राष्ट्रपति मुर्मु ने बोत्सवाना के गैबोरोन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि दूर रहकर भी आप सभी भारत की मिट्टी, संस्कृति और मूल्यों से गहराई से जुड़े हैं। आप भारत और बोत्सवाना के बीच मैत्री के जीवंत सेतु हैं। उससे पहले, राष्ट्रपति ने लुआंडा में अंगोला के स्वतंत्रता दिवस की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लिया था। समारोह के दौरान, राष्ट्रपति ने अंगोला की नागरिक और सैन्य परंपराओं को देखा।
राष्ट्रपति मुर्मु ने अंगोला की राजधानी लुआंडा में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत-अंगोला साझेदारी समानता, आपसी विश्वास और प्रगति की साझा आकांक्षाओं पर आधारित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापार, निवेश और लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के अपार अवसर मौजूद हैं। उन्होंने अंगोला में भारतीय समुदाय के सदस्यों से भारत और अंगोला की साझा समृद्धि को साकार करने के प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।










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