यूपी के 20 शहरों में प्रदर्शन फायरिंग में 5 लोगों की मौत
नई दिल्ली/अहमदाबाद /लखनऊ. नागरकिता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली और उत्तर प्रदेश में उग्र प्रदर्शन हुए। उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई। यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि फायरिंग के दौरान 5 लोगों की मौत हुई है। बिजनौर में 2 मौतें, फिरोजाबाद, संभल और मेरठ में एक-एक की मौत हुई। कानपुर में 8 और बिजनौर में 4 लोग गोली लगने से घायल हुए। कुछ जिलों में पुलिस थाने और चौकियां फूंकी गईं। झड़प और पथराव के दौरान 50 लोग घायल हुए हैं। दिल्ली में जामा मस्जिद इलाके में दिनभर प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। लेकिन, शाम के वक्त प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और आगजनी की। वहीं, दिल्ली के जाफराबाद में स्थानीय लोगों ने पुलिस को गुलाब के फूल दिए और चाय भी पिलाई। इंडिया गेट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचीं।
गुरुवार को हुई हिंसा के बाद गुजरात में 8 हजार लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश में 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद है। दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है।केरल के 4 जिलों में हाईअलर्ट जारी किया गया है। मध्य प्रदेश में भी मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया।
दिल्ली में प्रदर्शनकारियों ने जलाई कार
दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने शुक्रवार को एकबार फिर हिंसक रूप धारण कर लिया। तमात एहतियाती कदम उठाने के बाद भी उपद्रवी भीड़ ने दरियागंज इलाके में वाहन में आग लगा दी और दिल्ली गेट इलाके में पथराव किया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया। पथराव की घटना उत्तर-पूर्व दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी हुई है जहां अडिशनल डीसीपी रोहित राजबीर सिंह घायल हो गए। शुक्रवार सुबह से ही राजधानी के कई इलाके में प्रदर्शन हो रहे हैं। पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके, दरियागंज, दिल्ली गेट, दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाके, उत्तर पूर्व दिल्ली के इंद्रलोक, सीमापुरी, केंद्रीय दिल्ली के इंडिया गेट पर लोग नागरिकता कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे। कुछ इलाके में लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताया तो कहीं प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। कुछ इलाके में लोग नागरिकता कानून के समर्थन में सड़क पर उतरे और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखी। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट के वकीलों ने समर्थन में मार्च किया, वहीं सेंट्रल पार्क में भी लोग समर्थन में जुटे।
अप्रिय घटना से बचने के लिए दिल्ली मेट्रो के 17 स्टेशनों को बंद कर दिया गया। हालांकि, कश्मीरी गेट, मंडी हाउस और राजीव चौक पर इंटरचेंज की सुविधा बरकरार है। पूरी दिल्ली में चौकसी बढ़ा दी गई है और बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
Leave A Comment