हथेली में ऐसी राहु रेखाएं लाती हैं कई परेशानी, झेलते पड़ते हैं कई दुख-दर्द
हथेली में कई तरह की रेखाएं बनती हैं, जो परेशानियां खड़ी करती हैं। इनमें से एक है राहु रेखा। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली में राहु की रेखा को चिंता रेखा, विघ्न या तनाव रेखा भी कहा जाता है। राहु रेखा मंगल क्षेत्र से निकलकर जीवन रेखा और भाग्य रेखा को काटकर मस्तिष्क रेखा को छूने या फिर उसे काटकर हृदय रेखा तक जाने वाली रेखाओं को राहु रेखा कहा जाता है। आमतौर पर हथेली में राहु रेखा की संख्या 3 या 4 होती है। इन रेखाओं का स्पष्ट व मोटा होना अशुभ माना जाता है। राहु रेखाओं से जुड़े कुछ योग व्यक्ति के जीवन में परेशानियां खड़ी करते हैं। जानें इनके बारे में-
इन रेखाओं के काटने पर: राहु रेखा अगर जीवन रेखा को काटती है तो पारिवारिक जीवन व सेहत संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। भाग्य रेखा को काटने पर जीवनसाथी के सेहत व व्यावसायिक उतार-चढ़ाव सामना करना पड़ता है। राहु रेखा अगर मस्तिष्क रेखा को काटती है, तो यह धन हानि व बीमारियों का संकेत देती है। अगर राहु रेखा हृदय रेखा को छूती है तो यह प्रेम में अलगाव पैदा कर सकती है।
राहु रेखा कब देती है अशुभ परिणाम- अगर जीवन व मस्तिष्क रेखा के पास से राहु रेखा निकलती है, तो अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं। इससे जीवन में उथल-पुथल, रोग, मृत्यु व दुर्घटना की आशंका बढ़ने लगती है। ऐसे लोगों को कई बार राहु दोष के कारण चोरी, रोग व दुर्घटना का भी सामना करना पड़ता है।
मानसिक संतुलन पर प्रभाव- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर मंगल पर्वत से दो राहु रेखाएं निकलकर एक साथ पास-पास होकर शनि पर्वत के नीचे मस्तिष्क रेखा को छूती हैं, ऐसे लोगों का मानसिक संतुलन अच्छा नहीं रहता है।
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