हरतालिका तीज पर मां पार्वती होती हैं इन 11 चीजों से प्रसन्न .....
भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन महिलाएं हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखकर माता पार्वती की पूजा करती हैं। इस बार 30 अगस्त को यह व्रत रखा जाएगा। महिलाएं अपने पति और परिवार की सेहत और दीर्घायु के लिए यह व्रत रखती हैं। मान्यता है कि व्रत- पूजन में 11 चीजों का उपयोग करने से मां पार्वती प्रसन्न होती हैं । आइये जानते हैं कौन सी हैं ये चीजें.....
1. फुलेरा : फूल-पत्तियों, जड़ी-बूटियों और बांस से झूले जैसा दो फुलहरा बनाया जाता है। पूजन के दौरान फुलेरा माता पार्वती और शिवजी को अर्पित किए जाते हैं।
2. सुहाग पिटारा : माता को सुहाग के 2 पिटारा अर्पित किए जाते हैं जिसमें बिंदी, चूड़ी, बिछिया, मेहंदी, आदि 16 श्रृंगार के सामान होते हैं।
3. खीर का भोग- माता पार्वती को खीर का भोग लगाएं। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में प्यार बना रहता है।
4. सोलह पत्तियां - बिल्वपत्र, तुलसी, जातीपत्र, सेवंतिका, बांस, देवदार पत्र, चंपा, कनेर, अगस्त्य, भृंगराज, धतूरा, आम पत्ते, अशोक पत्ते, पानपत्ते, केले के पत्ते और शमी पत्ते अर्पित करें ।
5 भोग- माता को शहद, हलवे, गुड़ और घी की चीजों का भोग लगाकर दान करने से परिवार की बीमारी और दरिद्रता दूर होती है।
6. ये चीजें अर्पित करें - पंचामृत, मिठाई, फल, फूल, नारियल, कपूर, कुमकुम, सुपारी, सिंदूर, अबीर, चन्दन, लकड़ी की चौकी, पीतल का कलश आदि।
7. अभिषेक करें : दूध में केसर मिलाकर शिव-पार्वती का अभिषेक करें। साथ ही कर्पर , अगरु, केसर, कस्तूरी और कमल के जल, आम, गन्ने का रस से भी अभिषेक करें।
8. मिट्टी टी के शिवलिंग : हरतालिका पूजन के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत व काली मिट्टी की प्रतिमा हाथों से बनाएं और उनकी पूजा करें।
9. कथा जरूर सुनें : व्रत के दौरान हरतालिका तीज व्रत कथा को सुनना जरूरी होता है।
10. रातभर जागरण- इस दिन आठ प्रहर की पूजा और भजन-कीर्तन करना चाहिए।
11. पारण : शिवजी, माता पार्वती और गणेशजी प्रतिमा को व्रत के दूसरे दिन चौथ को सुबह विधिवत तालाब या फिर नदी में विसर्जित करने के बाद व्रत का पारण किया जाता है।
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