कछुए की अंगूठी होती है बेहद खास
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, कछुए की अंगूठी पहनना बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है की इस अंगूठी को पहनने से आर्थिक दिक्कतों को दूर किया जा सकता है। कछुए की अंगूठी धारण करने से माता लक्ष्मी की असीम कृपा भी प्राप्त होती है। वहीं, कुछ लोग कछुए की अंगूठी को गलत तरीके और गलत उंगली में धारण कर लेते हैं, जिससे पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं मिल पाती है। इसलिए अगर आप भी आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं तो कछुए की अंगूठी धारण करें। आईए जानते हैं कि कछुए की अंगूठी को धारण करते समय किन बातों का ज्ञान विशेष तौर पर रखना चाहिए।
कछुए की अंगूठी धारण करने के नियम
1- कछुए की अंगूठी को धारण करने से पहले उसकी शुद्धि जरूर करनी चाहिए। इसलिए दूध और गंगाजल में कछुए की अंगूठी को कुछ घंटों के लिए डुबोकर रखें।
2- कछुए की अंगूठी को शुद्ध करने के बाद माता लक्ष्मी को चढ़ाए। फिर माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने के बाद ही इसे धारण करें।
3- गुरुवार या शुक्रवार के दिन इस अंगूठी को धारण करना शुभ माना जाता है।
4- कछुए की अंगूठी को सीधे हाथ की तर्जनी (पहली उंगली) या मध्यमा (बीच की उंगली) उंगली में धारण करना चाहिए।
5- वहीं, ध्यान रखें की कछुए की अंगूठी को धारण करने के बाद कछुए का मुख आपकी ओर होना चाहिए।
6- चांदी की बनी हुई कछुए की अंगूठी धारण करना बेहद शुभ माना जाता है। इससे आपके जीवन में चल रही आर्थिक परेशानियां भी दूर हो सकती हैं।
इस दिन करें धारण?
गुरुवार के दिन इस अंगूठी को शुद्ध करने के बाद आप माता लक्ष्मी को चढ़ाएं। फिर लक्ष्मी नारायण की साथ में विधिवत पूजा करें। अगले दिन शुक्रवार को लक्ष्मी माता की पूजा करने के बाद इस अंगूठी को धारण कर लें।
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