अगर आपकी दुकान का मुख है पूर्व दिशा में, तो जरूर करें ये उपाय
घर, दुकान या किसी भी चीज का निर्माण करने के दौरान वास्तु शास्त्र का खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से कारोबार और जीवन की गतिविधि में खूब बरकत होती है। हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का एक खास महत्व है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में वास्तु शास्त्र प्राचीनतम वैज्ञानिक विधाओं में से एक है। वास्तु में इस बात का खास ध्यान दिया जाता है कि भवन या दुकान का निर्माण करते वक्त उसके आसपास के वातावरण के साथ ठीक ढंग से तालमेल स्थापित हो। वास्तु में ऐसे कई सिद्धांतों का जिक्र किया गया है, जिसे ध्यान में रखकर भवन और दुकान का निर्माण किया जाए तो जीवन में खूब तरक्की होती है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक दुकान के मुख की दिशा इस बात को निश्चित करती है कि व्यापार में फायदा होगा या घाटा। अगर आपकी दुकान का मुख पूर्व दिशा में है तो आपको ये वास्तु टिप्स जरूर अपनाना चाहिए।
-अगर आपकी कोई दुकान है और उसके मुख की दिशा पूर्व में है तो आपको दुकान के काउंटर को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए और अपने मुख को उत्तर दिशा में करके बैठें। इससे व्यापार में खूब तरक्की होगी और आपको ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त होगा। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ऐसी दुकानों के सामने का फेस थोड़ा चौड़ा होना चाहिए और पीछे से थोड़ा संकरा। अर्थात दुकान के आगे का हिस्सा चौड़ा होना जरूरी है बजाए पीछे के। इसे ही सिंह मुखी दुकान कहते हैं। ऐसे में कारोबार में खूब सारा लाभ अर्जित होता है।
-वास्तु शास्त्र में इस बात का उल्लेख है कि जिन दुकानों का मुख पूर्व दिशा में खुलता है, उन्हें उत्तर दिशा में अपने इष्ट देव की तस्वीर को जरूर रखना चाहिए। ऐसा करने से दुकान में सदा बरकत बनी रहती है।
-पूर्व मुखी दुकान के मालिक को अपनी दुकान सुबह जल्दी खोलनी चाहिए। इसके अलावा दुकान में ऐसे उत्पादों को रखना चाहिए जो जल्द से जल्द बिक सके। अगर इन वास्तु के उपायों को अपनाया जाए तो दुकान खूब तेजी से चलती है और आमदनी भी काफी ज्यादा होती है।
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