संकटमोचन हनुमान के चित्र या प्रतिमा घर में रखते समय जरूर रखें इन बातों का ध्यान....बनी रहेगी सुख-शांति
संकटमोचन हनुमान जी के चित्र या प्रतिमा को ध्यान में रखते हुए वास्तु में कई नियम बताए गए हैं -
संकटमोचन हनुमान भगवान की शरण जो मनुष्य आता है उसके सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं। उस पर भगवान संकटमोचन की कृपा के साथ-साथ भगवान राम और भगवान शंकर की कृपा भी बन जाती है। हर मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा या फिर चित्र जरूर देखने को मिलता है। वास्तुशास्त्र में घर में देवी देवताओं के चित्र को लगाने की सही दिशा होती है जिससे घर में सुख शांति बनी रहती है। वास्तु के नियमों के अनुसार सही दिशा में सही तरह से संकटमोचन हनुमान की तस्वीर लगाई जाए तो कई लाभ हो सकते हैं।
1. हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं इसीलिए उनका चित्र या प्रतिमा अपने शयनकक्ष में भूलकर भी ना रखें। उसे अपने घर के मंदिर में या फिर किसी अन्य पवित्र स्थान पर ही रखें।
2. हनुमान जी का चित्र दक्षिण दिशा की ओर देखते हुए लगाना चाहिए यह चित्र बैठी मुद्रा में और लाल रंग का होना चाहिए। हनुमानजी का प्रभाव अधिकतर इसी दिशा में दिखाया जाता है- जैसे लंका दक्षिण में थी, सीता माता की खोज दक्षिण से आरंभ हुई और लंका दहन और राम रावण का युद्ध भी दक्षिण दिशा में ही हुआ।
3. दक्षिण दिशा में हनुमान जी को विशेष बलशाली दिखाया गया है। इसी प्रकार माना जाता है कि उत्तर दिशा में हनुमान जी का चित्र या प्रतिमा लगाने पर दक्षिण दिशा से आने वाली प्रत्येक दुर्घटना और परेशानियों को हनुमान जी रोक देते हैं .। वास्तु शास्त्र के अनुसार इससे घर में सुख और समृद्धि का समावेश होता है और दक्षिण दिशा से आने वाली हर बुरी ताकत को हनुमान जी रोक देते हैं।
4. कहते हैं जिस रूप में संकटमोचन अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे चित्र या प्रतिमा को लगाने से किसी भी तरह की बुरी शक्ति आपके घर में प्रवेश नहीं कर सकती।
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