भाई की राशि के अनुसार बांधें रक्षा सूत्र
भाई-बहन के स्नेह का पर्व रक्षाबंधन पर 22 अगस्त को शोभन योग और धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। सुबह शोभन योग और शाम को धनिष्ठा नक्षत्र होने से यह शुभ फलदायी होगा। सुबह से लेकर शाम तक बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकेंगी। सुरेश्वर महादेव पीठ के संस्थापक पंडित राजेश्वरानंद सरस्वती के अनुसार 21 अगस्त को शाम 3.45 बजे से पूर्णिमा तिथि शुरू होकर 22 अगस्त को शाम 5.58 बजे तक रहेगी।
रक्षाबंधन के दिन सुबह 6.15 से लेकर 10.34 बजे तक शोभन योग है और धनिष्ठा नक्षत्र 7.39 बजे तक रहेगा। सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक राखी बांधी जा सकेगी। सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त दोपहर 12.04 से 12.58 बजे तक अभिजीत मुहूर्त और 1.44 से 4.03 बजे तक शुभ मुहूर्त है।
भाई को उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बिठाएं। माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारें। बड़े भाई के चरण स्पर्श करके मंत्र पढ़ें। यह मंत्र पढ़कर बहनें, भाई को रक्षा सूत्र बांध सुख समृद्धि की कामना करें।
भाई की राशि अनुसार रक्षा सूत्र
मेष - लाल रंग की राखी बांधकर मालपुआ खिलाएं, मानसिक शांति मिलेगी।
वृषभ - सफेद रेशमी डोरी वाली राखी बांध रसमलाई खिलाने से नौकरी व्यापार में लाभ।
मिथुन - हरे रंग की राखी बांध हरी बर्फी, गुलाब जामुन खिलाएं। विचार शक्ति बढ़ेगी।
कर्क - सफ़ेद रेशम वाली राखी बांध कलाकंद, बादाम कतली खिलाने से मान-सम्मान बढ़ेगा।
सिंह - नारंगी राखी बांध घेवर, बालुशाही खिलाने से नौकरी, शिक्षा में लाभ।
कन्या - गणेशजी के प्रतीक वाली राखी बांध, मोतीचूर के लड्डू खिलाने से वैवाहिक जीवन सुखदायी।
तुला - रेशमी हल्के गुलाबी डोरे वाली राखी बांध काजू कतली, मावा बर्फी खिलाएं। व्यवसाय में लाभ।
वृश्चिक - चमकीला लाल रंग की राखी बांधें। पंचमेवा बर्फी, अंजीर कतली खिलाएं। बीमारी में राहत।
धनु - पीले धागे की राखी बांधें। बेसन चक्की, जलेबी खिलाएं। नौकरी, व्यापार में लाभ
मकर - बैंगनी राखी बांधकर गुलाब जामुन खिलाने से बाधा निवारण।
कुंभ - नीले धागे वाली राखी बांध हलवा, सोन पपड़ी खिलाएं। धन संपत्ति लाभ।
मीन - पीले धागे वाली राखी बांध, केसर बाटी खिलाएं। मन पवित्र रहेगा।
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