मोर पंख से दूर करें वास्तुदोष, जन्माष्टमी पर घर में मोरपंख लाने से होगा लाभ
प्राचीन काल से ही नजर उतारने एवं भगवान की प्रतिमा के आगे वातावरण को पवित्र करने के लिए मोर पंख का ही प्रयोग होता आया है। आपने देखा होगा कि जैन मुनि भी अपने साथ मोर पंख की पिच्छिका रखते हैं। दरअसल, मोरपंख सकारात्मकता का प्रतीक है, जिसका शरीर व स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसलिए मोरपंखों को छोटे बच्चों के सिर पर लगाने या उनके बिस्तर के नीचे रखने की मान्यता पुरातन-काल से चली आ रही है। द्वापर के कान्हा भी इसीलिए मोरमुकुट से सुशोभित हुए। वस्तुत: मोर ही अकेला एक ऐसा प्राणी है,जो ब्रह्मचर्य को धारण करता है। अत: प्रेम में ब्रह्मचर्य की महान भावना को समाहित करने के प्रतीक रूप में कृष्ण मोरपंख को अपने सिर पर धारण करते हैं। घर में मोर पंख रखना प्राचीनकाल से ही बहुत शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार भी मोर पंख घर से अनेक प्रकार के वास्तुदोष दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ खीचता है इसलिए तो मोरपंख को वास्तु में बहुत उपयोगी माना गया है।
शांत हो जाते हैं ग्रह दोष
ज्योतिष और वास्तु में मोरपंख को सभी नौ ग्रहों का प्रतिनिधि माना गया है। इसे घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा तो आती ही है,ग्रहदोष भी शांत हो जाते हैं। मोरपंख में सभी देवी-देवताओं का वास माना गया है। घर के वास्तुदोष निवारण में मोरपंख बहुत ही कारगर उपाय है। मोरपंख को घर में रख लेने मात्र से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। घर का वास्तुदोष दूर हो सकता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि और धन-संपदा आ सकती है।
पूरे होंगे काम
वास्तुशस्त्र की मान्यता है कि यदि आपके कार्यों में रूकावट आती है, कोई काम समय पर पूरा नहीं होता तो अपने घर के पूजास्थल में पांच मोरपंख रखें और प्रतिदिन इनकी पूजा करें। इक्कीस दिन बाद इन मोरपंख को तिजोरी या लॉकर में रख दें,ऐसा करने से धन-संपत्ति में वृद्धि होगी और अटके काम भी बनने लगेंगे।
रिश्तों में मधुरता
शयनकक्ष में पूर्व या उत्तर दिशा में दो मोरपंखों को एक साथ दीवार पर लगाने से दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है और रिश्तों में मधुरता आती है। यदि घर में वास्तु में मान्य पंचतत्वों का संतुलन ठीक न हो और घर में नकारात्मक ऊर्जा का निरंतर प्रवाह हो रहा हो तो घर के पूजास्थल पर 5 मोरपंख रखें। इस कार्य से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
जहरीले जानवरों का भय नहीं
मोर पंख बहुत ही चमत्कारिक होता है। मोर पंख के घर में होने से प्राय: विषैले जीव-जंतु नहीं आते। मोरपंख को ऐसी जगह रखना चाहिए जहां से सभी की नजर उस पर पड़ सके, ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है।
किताब में रखने से लाभ
जिन लोगों के बच्चे जिद्दी स्वभाव के होते हैं,ऐसे बच्चों की जिद को कम करने के लिए मोरपंख से बने पंखे से 11 बार या 21 बार हवा करनी चाहिए। एवं जिन बच्चों का मन पढ़ाई में न लगता हो उनकी पढऩे की मेज पर सात मोरपंख रखने से लाभ होगा। शुभ परिणामों के लिए उनकी किताब या डायरी में एक मोरपंख अवश्य रखें।
सकारात्मक ऊर्जा का होगा प्रवेश
यदि आपके घर का प्रवेश द्वार शुभ कोण या दिशा जैसे पूर्व, उत्तर या ईशान दिशा में नहीं है या मुख्य द्वार पर किसी और प्रकार का वास्तुदोष है तो प्रवेश द्वार की चौखट के ऊपर बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी स्थापित करें और उनके ऊपर तीन मोरपंख लगाएं। ऐसा करने से द्वार का वास्तुदोष दूर होगा। सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा।
नकारात्मक ऊर्जा होगी दूर
शयनकक्ष की पश्चिम दिशा की दीवार पर मोरपंख लगाने से राहु-केतु के बुरे प्रभाव से राहत मिलती है। घर से नकारात्मक शक्तियां दूर जाती हैं क्योंकि मोरपंख में सभी देवताओं का वास माना गया है।
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