इन 8 जीवों के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं
पृथ्वी पर मौजूद हरेक जीव अहम भूमिका निभाता है लेकिन जब बात धरती पर जीवन को जारी रखने की होती है तो कुछ जीव दूसरों की तुलना में ज्यादा जरूरी हो जाते हैं। आइये जानें ऐसे कौन से वो 8 जीव हैं, जिसके बिना पृथ्वीं पर जीवन संभव नहीं है।
1. मधुमक्खी- यह कोई छिपी बात नहीं है कि मधुमक्खियां बेहद जरूरी हैं। रॉयल जियोग्राफिकल सोसायटी ने तो उन्हें पृथ्वी का सबसे अहम प्राणि घोषित किया है। दुनिया में परागण कराने वाला यह सबसे पुराना जीव कई पौधों की प्रजातियों के जीवन चक्र में अहम भूमिका निभाता है और स्वस्थ इकोसिस्टम को बनाए रखता है। हम जिन फसलों को खाते हैं, उनमें से 70 फीसदी उन पर निर्भर हैं।
2. चींटी- हम उन्हें कीट भी कहते हैं लेकिन वास्तव में इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। अंटार्कटिका को छोड़ पृथ्वी के हर महाद्वीप में चीटियां मौजूद हैं और ये कई भूमिकाएं निभाती हैं। इनमें मिट्टी में पोषक तत्वों को वितरण से ले कर बीजों को फैलाना और दूसरे कीटों को खाना भी शामिल है। वैज्ञानिक दुनिया भर में चीटियों की बांबी पर जलवायु परिवर्तन के असर को जानने में जुटे हैं।
3. कवक या कुकुरमुत्ता- ना तो ये पौधे हैं ना जानवर, सूक्ष्मजीव या फिर प्रोटोजोआ। कवक को कभी कभी पृथ्वी पर मौजूद जीवन का पांचवा वर्ग कहा जाता है। उनके बगैर हमारा शायद अस्तित्व ही नहीं रहेगा। ये जल, थल और वायु हर जगह मौजूद हैं। ये पृथ्वी के प्राकृतिक पोषण को रिसाइकिल करते हैं। इनकी कुछ प्रजातियां तो ऐसी हैं जो पारा जैसे हानिकारक धातुओं और पोलियूरेथेन प्लास्टिक को भी पचा सकती हैं।
4. फाइटोप्लैंकटन- फाइटोप्लैंकटन यानि सूक्ष्म जलीय वनस्पति पृथ्वी पर जीवन के लिए कितने जरूरी हैं यह समझना थोड़ा कठिन है। इनका एक योगदान तो यह है कि पृथ्वी के वायुमंडल में मौजूद ऑक्सीजन का दो तिहाई हिस्सा यही पैदा करते हैं। इनके बगैर वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम हो जाएगी और पर्यावरण के लिए असुविधा होगी। इसके साथ ही ये मरीन इकोसिस्टम के फूड चेन का आधार हैं।
5. केंचुआ- मामूली सा दिखना वाला केंचुआ पृथ्वी के जीवमंडल के लिए इतना जरूरी है कि इसे इकोसिस्टम इंजीनियर भी कहा जाता है। ये जीव मिट्टी में हवा भर कर उसे पोषक बनाते हैं और कार्बनिक पदार्थों को रिसाइकिल करते हैं। इसके साथ ही भोजन चक्र में भी इनकी जगह बेहद अहम है। कई पारिस्थितिकियों में अहम स्थान रखने के बावजूद कई प्रजातियां मिट्टी के अम्लीकरण की वजह से खतरे में हैं।
6.प्राइमेट- हमासे सबसे करीबी जैविक रिश्तेदार प्राइमेट, मानव जीव विज्ञान के बारे में कई तरह की अंतरदृष्टी देते हैं। ये बायोडाइवर्सिटी के लिए भी बेहद जरूरी है् और उष्णकटिबंधीय जंगलों के लिए अहम प्रजातियां हैं। ये इन जंगलों के लिए एक तरह से माली हैं जो बीजों को बिखेरते हैं और नए पौधों के उगने की जगह बनाते हैं। अगर हम इन जंगलों को बचाए रखना चाहते हैं तो हमें इन प्राइमेटों के अस्तित्व को वहां बनाए रखना होगा।
7. कोरल- कोरल को अकसर समुद्र का वर्षावन कहा जाता है। कोरल रीफ कई तरह की भूमिकाएं निभाते हैं। इनमें तटों की रक्षा से लेकर भोजन तंत्र का आधार होना भी शामिल है। रिसर्चरों का अनुमान है कि कोरल रीफ एक चौथाई समुद्री जीवों के लिए घर भी हैं। इस तरह से ये पृथ्वी के सबसे जटिल इकोसिस्टम का निर्माण करते हैं। अगर हम कोरल रीफ को खो बैठे, तो हम असंख्य समुद्री जीवों को भी खो देंगे।
8.5. चमगादड़- केला, बाओबाब और टकिला में क्या समानता है? ये सभी परागण और कीटों के नियंत्रण के लिए चमगादड़ पर निर्भर हैं। दुनिया भर में चमगादड़ों की अलग अलग प्रजातियां एक जरूरी पारिस्थतिकीय भूमिका निभाती हैं जिनकी वजह से कई फसलों का जीवन संभव होता है। चमगादड़ों की स्वस्थ आबादी कीटनाशकों पर होने वाले करोड़ों डॉलर के खर्च को बचा सकती हैं और वो एक मजबूत इकोसिस्टम की निशानी हैं।
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