आखिर कपड़े कैसे बनाए जाते हैं?
जीलॉन्ग (ऑस्ट्रेलिया)। सिडनी की रहने वाली पांच वर्षीय सस्किया सवाल करती है कि कपड़े कैसे बनाए जाते हैं? यह शानदार सवाल है। कपड़े से लेकर पर्दे, तौलियों से लेकर चादरों तक, हमारे दैनिक जीवन में हर जगह कपड़ों का इस्तेमाल होता है। आप अक्सर लोगों को उन्हें ‘टेक्सटाइल' कहते हुए सुनते हैं। लोग कपड़े या टेक्सटाइल का उत्पादन लंबे समय से कर रहे हैं और यह समय लगभग 35 हजार साल का है। सबसे पहले समझे कपड़े क्या हैं? शब्दकोष कहता है कि कपड़े वो है जिन्हें रेशों को गूंथकर या बुनकर बनाया जाता है।
रेशे क्या हैं?
रेशे बाल की तरह होते हैं। ये बहुत लंबे और पतले होते हैं। रेशे प्रकृति से आ सकते हैं। इनमें से कुछ आम प्राकृतिक रेशें कपास, रेशम और ऊन हैं। मनुष्य ने कृत्रिम तरीके से रेशें बनाने का तरीका करीब 150 साल पहले सीखा था। हम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर तेल को रेशों में तब्दील कर सकते हैं। हम यहां तक कि जलरोधी रेनकोट या सैनिकों के बुलेट फ्रूफ जैकेट के लिए भी विशेष रेशे तैयार कर सकते हैं। लेकिन कैसे इन बाल जैसे पतले रेशों को कुछ ऐसा बनाया जाता है जिसे हम पहन सके?
रेशों से सूत का सफर
सबसे पहले हमें रेशों को एक साथ कर लंबा मजबूत सूत बनाने की जरूरत होती है। यह बहुत कुशलता का कार्य है क्योंकि रेशे अपेक्षाकृत छोटे होते हैं, खासतौर पर प्राकृतिक रेशे। कपास के रेशे आमतौर पर तीन सेंटीमीटर लंबे होते हैं जो पेपर क्लिप से भी छोटा है। ऊन के रेशे भेड़ से आमतौर पर 7.5 सेंटीमीटर बाल होने पर काटे जाते हैं। यह लंबाई एक क्रेयॉन के बराबर है। हम इन छोटे रेशों को एक साथ गूंथ कर लंबा सूत बनाते हैं। गूंथने से रेशों में रगड़ आती है और वे एक-दूसरे से कसते चले जाते हैं। इस प्रक्रिया को हम सूत कातना कहते हैं।
सूत कताई
सूत कताई के पहले चरण में रेशों का गुच्छा लेना होता है और फिर उन्हें सीधा करना होता है जैसे हम बाल में कंघी करते हैं या संभवत: आप दाढ़ी में कंघी करते है। जब हम उन्हें एक परत में सीधा कर लेते हैं तो हम उसे ‘ बीयर्ड' कहते हैं। अगले चरण में हम इस परतनुमा रेशों को धागे में तब्दील करते हैं। यह पतले से और पतला होता जाता है। इसके बाद हम इन्हें धागे के तौर पर ऐंठते हैं। ये परत रूपी रेशे कई मीटर चौड़े हो सकते हैं लेकिन ऐंठ कर हम उसे पतले धागे में तब्दील कर देते हैं। हर तरह के काते गए धागे होते हैं। ये पतले, मोटे, सख्त, मुलायम और यहां तक ऐसे हो सकते हैं जिन्हें आप काट नहीं सकते। यह रेशे और कताई मशीन पर निर्भर करता है।
धागों से कपड़े बनाना
एक बार रेशों को धागों में तब्दील करने के बाद हम इनसे कपड़े बनाने को तैयार हैं। इसके कई तरीके हैं जैसे बुनाई, गूंथना या जमाना। बुनाई में धागे चेसबोर्ड पैटर्न की तरह एक दूसरे के ऊपर से गुजरते हैं जबकि ‘नीटिंग' (बुनाई)में फंदा बनाकर , एक फंदे को दूसरे के भीतर से निकाला जाता है। ऊन के रेशों का नमदा बनाया जाता है। बुनाई और नमदा बनाने की प्रक्रिया बहुत धीमी होगी अगर उन्हें हाथ से किया जाए। इसलिए इन दिनों मशीनों का प्रयोग किया जाता है। कपड़े कैसे बनाए जाते हैं तो हमने रेशों से शुरुआत की और फिर उनकी कताई कर लंबे धागों में तब्दील किया और अगले चरण में हमने उनकी बुनाई की या रेशों को जमाया और सस्किया, इस तरह हम कपड़े बना सकते हैं।
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